अनिस् आप कि आवाज में एक अलग ही खनक है जिसे जितना बार भी सुना जाए मन नहीं भरता है, salute इस अनमोल नगीने को, खुदा सलामत रखे, और यही हमारे देश के गुलिस्ता में अलग अलग फूल हैं, जो देश में चार चाँद लगाते हैं.
अनीस भाई सुबह से तीन चार बार रिपीट सुन रहा हूं इतना अच्छा अंदाज़ में पढ़ी है ग़ज़ल की दिल खुश हो गया है और ये आपकी दादा साहब की दुवाएं है जो आपने इतने अच्छे अंदाज़ में पढ़ा
रहीस साबरी सहाब भी खूबसूरत अंदाज़ में कलाम पढ़ा माशा अल्लाह साहबजादे सहाब का जबर्दस्त अंदाज़। कभी अपने वालिद साहब के साथ ज्वाला पुर आए थे तो रहीस साबरी सहाब ने मिलवाया था जब बहुत छोटी सी उम्र में तब ही कहा था रहीस भाई बच्चें ऐक दिन आपके नाम को रोशन करेंगे। मौला खूब बुलंदी अता फरमाएं
Duniya me tere isk kachrcha na karenge❤❤mar jayege lekin tujhe rusba na karenge❤❤❤tujhko agar gustakh nigaho se gila he❤❤❤ja door se bhi ab dekha na karenge😊