ईश - वन्दना
वचन तुम्हारे ले जाएँ हमको तुम्हारे सुख राज में
बुझायें तृष्णा जगायें खुशियाँ हमारी जीवन में।
तुम्हारी शोभा बड़ी निराली न कर सकें वर्णन
तुम्हारे यश की विशाल गाथा सुनाये हर जन जन।
ये पेड़ पौधे ये फूल कलियाँ करें तुम्हें वन्दन।
ये चाँद तारे, ये जीव सारे करें तुम्हें सुमिरन।
दया तुम्हारी हर एक जन पे रहे सदा दाता
तुम्हारे जैसा दयालु कोई नजर नहीं आता।
21 авг 2024