विमल जी क्रिकेट तो बहुत देखा और सुना लेकिन आज आपने त्रिनिदाद से जो रिपोर्ट किया आनंद आ गया परिणीताजी ने सात समंदर दूर हिन्दी को ही नहीं बल्कि काशी की विरासत और भारतीय संस्कृति को जीवित रखा है। वह भले ही आस्ट्रेलिया में पैदा हुई लेकिन आज भी दिल से हिंदुस्तानी है। विमल जी इस तरह की दिल छूने वाली स्टोरी और भी करें तो अच्छा लगेगा, वैसे मैं वाराणसी से ही हूं।
Aapka channel and content bohot peaceful hei sir! Dusri channels sirf players and team par agenda chalate hei, but aap ka content ground level stories ko cover karta hei