क्या आप बाइबिल का अध्ययन करना चाहते है? इस चैनल का मकसद बाइबिल का गहरा और मनोहर सत्यों को सरल भाषा में समझाना है। यदि आपको इस चैनल का बाइबिल अध्ययन अच्छा लगे, तो इस चैनल को subscribe कीजिये और दूसरों को भी बताये। प्रभु आपको आशीष दे।
एक व्यक्ति था, जो चालीस वर्ष का था और जन्म से अंधा था, जिसे यीशु ने चंगा किया। इस चमत्कार के कारण वह यीशु पर विश्वास करने लगे। लेकिन उस समय के यहूदी धर्मगुरु-गण - अर्थात फरीसी - उन लोगों को आराधनालय से बाहर निकाल रहे थे जो यीशु पर विश्वास कर रहे थे। फरीसी यीशु के अनुयायियों के लिए यहूदी आराधनालयों के दरवाज़ों को बंद करा रहे थे। इस प्रकार वे उन लोगों को परमेश्वर के पास जाने का दरवाज़ा बंद कर रहे थे। उनके सामुहिक और धार्मिक जीवनों पर रोक लगा रहे थे। फरीसी अपने-आप को दरवाज़ों के रूप में या द्वारपालों के रूप में समझ रहे थे। उनके अधिकार को इस्तेमाल करते हुए वे लोगों को प्रार्थना-स्थलों से दूर रखना चाहते थे। इस प्रकार के संदर्भ में यीशु ने कहा, "भेड़ों का द्वार मैं हूँ।" अर्थात परमेश्वर के पास जाने का, उद्धार पाने का, और अनन्त जीवन पाने का द्वार और रास्ता यीशु ही है - फरीसी नहीं। यीशु के इस वचन के गहरे अर्थ को समझने के लिए इस विडियो को अंत तक देखिये।
Roman catholic Hostiya ko jiwan ki Hostiya hai aur yaesu ki aagya se ekdam alag hutker missa kerte hai Yesu ne jo anti vyari mein kiya tha Roman catholic priest bishop pope wayersa kvi nhi kerte hai aur Aashish ke naam per Hostiya ke samne seer khukaye aur khukwate hai Pope ke paap se Roman catholic ljisia buri tarah htadi hai
मनुष्य तरह-तरह के अंधकार में वास करता है - पाप का अंधकार; पाप-दोष का अंधकार; डर का अंधकार; दुःख का अंधकार; निराशा का अंधकार; झूठ का अंधकार; इत्यादी। मनुष्यों को पाप-क्षमा का प्रकाश; जीवन का ज्योति; आशा का रोशनी; सत्य का प्रकाश; इत्यादी की जरूरत है। यूहन्ना 8:12 में यीशु कहते है "जगत की ज्योति मैं हूँ; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अंधकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा।" एक विशेष संदर्भ में यीशु ने इन वचनों को कहा - झोपड़ियों का उत्सव के सन्दर्भ में। इस वचन के गहराई को समझने के लिए उसका संदर्भ समझना ज़रूरी है। इस वीडियो को तीन भागों में बांटा हुआ है: (1) झोपडियों का उत्सव - यीशु के कथन का संदर्भ (2) यीशु के वचन में अपने बारे में तीन दावे (3) तरह-तरह के अंधकार और उसका परिणाम; और प्रकाश का अंधकार पर विजय और सामर्थ।
✝️ প্রভু যীশু খ্রিষ্টর আশীর্বাদ ও অনুগ্রহ আপনার ওপর সদা বর্ষিত হোক। পবিত্র বাইবেলের বচন কে সামনে রেখে খুবিই সুন্দর বর্ণনা করেছেন। মনটা ভরে গেলো। ঈশ্বরের মহান সুসমাচার এই ভাবে প্রকাশ করুন। পরমেশ্বর পিতা প্রভু যীশু খ্রিষ্ট আপনার সদা সহবর্তী।
मनुष्य के तरह-तरह के भूख और प्यास है। प्यार के लिए भूख, प्रशंसा के लिये भूख, सत्य के लिये भूख, परमेश्वर के लिये भूख, इत्यादि। मनुष्य अधिकतर अपने इन भूखों और प्यासों को मिटाने के लिए ऐसा खाना खाता है और ऐसा पानी पिता है जिसे यीशु "नाशवान भोजन" कहता है। इस वीडियो में इस विषय का चर्चा किया गया है। बाइबिल के एक व्यक्ति के उदहारण से यह व्यक्त किया गया है की "नाशवान भोजन" इंसान को खाली और शून्य कर देता है। यूहन्ना ६:३५ में यीशु ने कहा, "यीशु ने उनसे कहा, “जीवन की रोटी मैं हूँ: जो मेरे पास आएगा वह कभी भूखा न होगा और जो मुझ पर विश्वास करेगा, वह कभी प्यासा न होगा।" मनुष्य का सबसे बड़ा भूख और प्यास - परमेश्वर और सत्य के लिए भूख और प्यास - वह यीशु ही मिटा सकता है। अन्य सभी मानुषिक भूखों और प्यासों के लिए परमेश्वर का वचन हमें मार्गदर्शन देता है।
इस वीडियो में तीन बातों की चर्चा की गयी है: (1) यीशु मसीह के जीवन में उनका गरीबी का अनुभव (2) यीशु ने गरीबों के बारे में क्या सिखाया? (3) यीशु का गरीबों के साथ व्यवहार कैसा रहा?
बाइबिल के नबी-गण अथवा भविष्यवक्ता-गण परमेश्वर के वक्ता थे। मुसा के दिए हुए कानून के आधार पर वे इस्राएल के गलतियों का खुलासा कर रहे थे। उनका मुख्य सन्देश में दो भाग था: (1) इस्राएली लोग परमेश्वर से प्रेम नहीं कर रहे थे, और (2) वे अपने पडोसी से भी प्रेम नहीं कर रहे थे। [यीशु ने हमें सिखाया है की मुसा के नियम और भविष्यवक्ताओं का शिक्षा यही था: (1) परमेश्वर से प्रेम करना, और (2) अपने पडोसी से प्रेम करना।] इस वीडियो में हम भविष्यवक्ताओं का गरीबों के सम्बन्ध में इस्राएलियों का पराजय के विषय में सिखेंगे। यह सन्देश आज के लिए भी बहुत अर्थ रखता है।
बाइबिल के पहले पाँच पुस्तकों पर आधारित यह अध्ययन है। परमेश्वर ने गरीब और सताये गये और पीडित लोगों के बारे में क्या कहा और क्या किया? इन ग्रंथों में गरीबों के प्रति परमेश्वर का क्या व्यवहार रहा? उनका मनोभाव क्या रहा? परमेश्वर ने अपने लोगों को क्या सिखाया? कर्जा देने और लेने के बारे में परमेश्वर ने क्या सिखाया? जमीन बेचने और खरीदने ने के बारे में परमेश्वर ने क्या सिखाया? आज के हमारे जीवन के लिए परमेश्वर के कुछ अनमोल सिद्धांतों को हम इस वीडियो के माध्यम से सिखेंगे। Transcript