पतरस को यीशु के मृत्यु से पहले एक तरीके का सताव अनुभव करना पड़ा। डर का संदर्भ मे वे पराजीत हो गये। यह उनका सताव का पहला अनुभव था। लेकिन, प्रेरितों के काम में वे परमेश्वर के सामर्थ और अभिषेक के साथ दबाव और धमकियों का सामना करते है। इस प्रकार के अनुभवों का चर्चा इस वीडियो में होगा। पतरस का पहला पत्री सताये जानेवाले मसीहों के लिये लिखा गया है। मसीहों को सताव का सामना कैसे करना चाहिये - विशेषकर यीशु का उदाहरण हमारे लिये क्या रहा - इन बातों पर पतरस इस पत्री में चर्चा करते है। इन बातों को सिखने के लिए प्रार्थना के साथ इस वीडियो को सुनिये।