Kitni sharam ki baat hai k azaadi k 75 saal baad, hm Pakistan k raaste pr chal padhe hai. Air phir kehte hai hmein china se compete krna hai. Aray us desh ne 1970 mein hi dharam ko peeche shodh k apni priority education, industry ko dia . 😢
भारत कुछ भी सवुलियत पाकिस्तानी हिंदुओ के दे,,मगर ,इस में फायदा पाकिस्तान का ही है,,,उस का देश खाली हो रहा है हमारे देश से एक भी मुसलमान पाकिस्तान नही जाता,,और वो सानिया मिर्जा गई थी वो भी एक से दो होकर भारत आ गई
कितना गम है, आँखें नम है। जिन्हों ने भी किए वादे इनसे, एक छलावा ही किया है इनसे, रियासतें गई, सियासतें आई, आ गए हम छोड़कर अपना जहाँ, आज भी हैं हम बेसहारा यहाँ? खुश थे ये सोचकर, होगी अपनी जमीं, अपना आसमां, फलेंगे फुलेंगे यहाँ, अब होगा ये अपना जहाँ! लोकशाही के नाम पर, पार लग गए कईं पत्थर, महल बन गए उनके,जनता जी रही है रेत में, सो रही खुले में खटिया डालकर लोकशाही के नाम पर, किये होंगे वादे कितने, कितनी खाई कसमें? वादे है वादों का क्या, अभी बोला अभी फोक!! कितनी मजबूरी, कितना है गम, दवाखाना है, पर डॉक्टर, नर्स नहीं? दर्द है, पर दवा नजदीक नहीं? मरतेको सहारा किसका? डॉक्टर और दवा है मिलों दूर! जिए तो जिए कैसे ? जानवर और इंसान पानी पिए कैसे? जो बहादुर कौम, सीना तानकर लड़ती थी दुश्मनों से, आज वही बहादुर तरस्ते है पानी को। शहर शहर हुए आबाद, जो है आबाद उस किया और आबाद, जो है दूर कहीं शहर से, तरसते एक बूंद पानीको ? कितनी आई सरकारें, पार लग गए कईं पत्थर, लोकशाही के नाम पर।।