ज़य माता जी सा प्रचण्ड राजपुताना फिल्म्स चैनल पर आप सभी का स्वागत है | हमारे इस चैनल पर आपको राजपूतों का इतिहास राजपूतों की वीरता और उनके बारे में आपको जानने का मौका मिलेगा और इस चैनल मे राजा - महाराजा और उन से जुड़ी कहानियों से भी रूबरू कराया जाएगा | ज़य राजपूताना
कीर्ति तो नहीं थी बस हिन्दू रक्षण में सफल रहे, शहर बसाया, मंदिर बनाये, राजसु यज्ञ किया, मुगलों को औरंगजेब के अतिरिक्त कंट्रोल भी किया। साहस व दूरदर्शिता नही थी। जब औरंगजेब ने नाराज होकर जयपुर व जोधपुर को खालसा कर दिया तो मेवाड़ के राज सिंह जी सलाह से दखन में नही गए । परिणाम ये हुवा कि मुस्लीमो से भरी मुगल सेना 27 साल मराठों से लड़ती रही पर जीत नही सकी। अंत औरंगजेब को घेर कर रसद बन्द कर दी व मराठों ने औरंगजेब को भूख से मार दिया। ये तथ्य कंही नही मिलेगा पर इससे मुगलों को राजपूतों का सहयोग था तब तक ही जीवित रहे फिर पूरी तरह खत्म होगये। अहमद शाह से बचाने फिर मराठा ही आये। और उसके बाद माध जी सिंधियां ने बचाया। अकेले मराठों ने निजाम व मुगलों को पस्त कर चौथ वसूली की । पेशवा वंश व अन्य मराठा सरदार शिवाजी महाराज के वंश नाबालिक व रानी के सेनापति बन जबरदस्त तरीके से भारत मे छा गए और अटक से कटक तक राज किया। राजपूतों का जिनके पीछे हाथ नही था वो मुस्लिम शासक जरा भी सामना नही कर पाए। शिवाजी महाराज को भी जयपुर महाराज ही काबू कर सके , वरना अफजल जैसे दरिंदो को निहथे शिवाजी महाराज ने मिट्टी भी नसीब नही होने दी। ये राजपूतों के इतिहास में अब तक अज्ञात तथ्य ह। जो हमारी रण कुशलता का प्रमाण है। काबुल, कंधार, व आसाम तक राजपूतों की वजह से मुगल राज हुवा । इसमे जोधपुर , नागौर, जयपुर के बड़ा योगदान हुवा। 🌷🌷RST
जय माता जी की सा आपके बाला सती माता का वीडियो सराहनीय है1 माता जी की जीवनी से साथ-2 यह जानकारी भी साझा करते कि बाला धाम कैसे पहुच सकते है आस पास की मुख्य स्थान की जानकारी भी प्रदान करे जिससे आने वाले श्रदालुओ की किसी प्रकार की परेशानी ना हो
Desh ke liye ladhye thye kachhwah rajput dusron ne to swabhiman ki rakschha main 30000 katal joher balatkar or hajaron rajputon ko bhi marwaya tha kiya ye theek tha Vishi singh
हुक्म जो भूरा राठौड़ की पदमी राठौड़ को राजा पुंज के समय नहीं दी गई। ये राजा राष्टवर के समय ‘’ ब्राह्मण ने ‘दान बोलो दियो भूमी दान कर जोड़ पाई पदवी पूजा सु भूरा राठौड़ ।। ‘’ राठौड़ों ने दान भूमी का अधिक दिया जिण सू राठौड़ों को पदमी मिली भूरा राठौड़ वाज़िया ।