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Dr. Shreedhar Vyas
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लक्ष्मीपूजन
1:05:09
5 лет назад
Комментарии
@jigneshtrivedi1
@jigneshtrivedi1 2 дня назад
જય શ્રી કૃષ્ણ આ વર્ષે પણ આપણા આશીર્વાદથી લક્ષ્મી પૂજનનો કાર્યક્રમ સંપૂર્ણ કર્યો
@jaysomnathtransportco7068
@jaysomnathtransportco7068 26 дней назад
Nice
@drpravinchandrajoshih.k.vi7953
@drpravinchandrajoshih.k.vi7953 2 месяца назад
Adbhoot Guruji
@shilpimittal7412
@shilpimittal7412 4 месяца назад
Blessed to see this amazing content
@shilpimittal7412
@shilpimittal7412 4 месяца назад
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@vivekpadman5248
@vivekpadman5248 8 месяцев назад
Nice play but both philosophies are wrong 😊
@ultimatetraveler
@ultimatetraveler 11 месяцев назад
Adhura sastrarth👍
@samarthagarwal4393
@samarthagarwal4393 Год назад
Think a female was judge and no one questioned it.
@pravish123
@pravish123 Год назад
Bahut sundar
@thankcode
@thankcode Год назад
Now we do rap battles 😢
@VaidicJigyasu
@VaidicJigyasu Год назад
ज्ञान कांड और कर्मकांड शब्द मीमांसा में प्रयोग नही होते २ भाग मंत्र और ब्राह्मण को कहते है। मंत्र, ब्राह्मण से प्रबल है । (मीमांसा सूत्र ५.१.१६ से स्पष्ट है ) ज्ञान और कर्म दोनो में प्राप्त है, ब्राह्मण में कर्म अधिक है । मंत्र में ज्ञान ज्यादा है , ब्राह्मण भाग में ही उपनिषद आते है । अगर उपनिषद की कोई भी बात मंत्र भाग से विरोध खाए तो मंत्र ही हो मानना योग्य है , मंत्र भाग ईश्वरप्रोक्त, और ब्राह्मण भाग ऋषिप्रोक्त है । अथ "द्वा सुपर्णो" ऋग्वेद के १.१३०.२० का मंत्र है , उपनिषद की बात यहां मंत्र से बाधित होने के कारण मंत्र ही को प्रबल मानना चाहिए । "द्व सुपर्णा" मंत्र स्पष्ट रूप से जीव को फल का भोक्ता और ईश्वर को दृष्टा बोलता है , यह जीव प्रकृति से उत्पन वृक्ष रूपी जगत के फल का भोग करता है , ईश्वर न करता हुआ सदा आनंद में रहेता है । इससे स्पष्ट सिद्ध है की ईश्वर और जीव भिन है । योगी जन ईश्वर को हर प्राणी में देखते है उनको समान समझते है , ऐसे वचनों का मन माना अर्थ लोग लेते है और अद्वैत सिद्ध करते है परंतु योगी तो वो है जो तत्व ज्ञानी हो , तत्व ज्ञान का लक्षण है की वो सत्य देखे , सत्य यही है की ईश्वर सर्वयापी होने के कारण जगत के अंदर और जगत से भार हर जगह व्याप्त है । उपनिषद के वाक्य भी कहते है की ब्रह्म में जगत ओतप्रोत हुआ । जगत से पहले जो था वो एक अद्वित्य (जिसके तुल्य कुछ नही)ब्रह्म ही था । जगत के बनने से पहले असत रूपी प्रकृति ही थी । दोनों वाक्य मिलते है , ब्रह्म सत और प्रकृति असत है । और दोनो को जगत से होना सिद्ध है इससे इतना तो सिद्ध है की प्रकृति और ब्रह्म दोनो ही जगत के कारण है , प्रकृति उपादान तो ब्रह्म निमित । और ऋग्वेद के मंत्र से भी जीव के भेद का कथन भी स्पष्ट है अत: ३ अनादि तत्व है जीव, ब्रह्म, प्रकृति ये सिद्ध हुआ । धन्यवाद ये पढ़ने के लिए , शंकर दिग्विजय नाम का ग्रंथ बहुत बात में शंकर मत अनुयायी लोगो ने लिखी है शंकर के मृत्यु के १००० साल बाद , और शंकर के व्यक्य इसमें और उनके भाष्य में विरोध स्पष्ट है । और असंभावरूपी चीजों का वर्णन दिग्विजय में है एक और बात की दिग्विजय में शंकर के जन्म की कथा पौराणिक मार्कण्डेय ऋषि की कहानी की डीटो copy है । इसी के कारण दिग्विजय का प्रामाणिकता न्यून भी नही । और इस नाट्य में तो दिग्विजय में मंडन मिश्र और शंकर के शास्त्रार्थ को पूरा नही दिखाया और कुछ चीजे अपने से गाड़ी है , उभाया भारती का शास्त्रार्थ उसके सीधे बाद हुआ था शंकर से । उसका इस नाट्य में झलक भी नही । ज्ञान की वृद्धि करते रहो । 🙏
@souravmishra6365
@souravmishra6365 Год назад
Very Nice Scene❤
@viveksingh-vg8fu
@viveksingh-vg8fu Год назад
16:00 Goosebumps !!
@rajmitra7597
@rajmitra7597 Год назад
BRILLIANTLY DEPICTED.... PRANAAM
@rajmitra7597
@rajmitra7597 Год назад
FEELING BLESSED TO VIEW THIS LOVELY DEBATE..ADI GURU SHREE SHANKARACHARYA GUIDE US TO RECLAIM OUR PAST GLORY... SADHUWAAD,,,
@aniltiwari689
@aniltiwari689 Год назад
अति उत्तम 🙏🚩 किन्तु माता के साथ शास्त्रार्थ की कथा का भी चित्रण करें हमारे सनातन वैदिक हिन्दू धर्म संस्कृति और सभ्यता में तर्क है जिज्ञासा है कि किन्तु तकरार नही। एक अलौकिक शक्ति और आकर्षण का ही नाम सनातन वैदिक हिन्दू धर्म है।🙏 न कोई दबाव न कोई ज़ोर जबर्दस्ती बस आकर्षण ही आकर्षण। जय श्री राम 🙏🚩
@shaileshjha6281
@shaileshjha6281 Год назад
अधूरा और अपूर्ण शास्त्रार्थ दिखाया है आपने
@anunath500
@anunath500 Год назад
Very knowledgeable
@makarandthaker1039
@makarandthaker1039 Год назад
Wah guruji Namaskar.
@shivnarayanbajpayee9603
@shivnarayanbajpayee9603 Год назад
Dr sir aap dhanya hae.Aap ko koti koti sadhuwad pranam.Sanatan dharm ki jai ho.
@MAHADEVA_J
@MAHADEVA_J Год назад
Mandan mishr ji singeri peeth ke shankaracharya bane the isake bad
@MAHADEVA_J
@MAHADEVA_J Год назад
Shadu Sadhu, Anand ho gaya 😊
@swayamprakashpattanaik1549
@swayamprakashpattanaik1549 Год назад
Pranam
@truthseeker2531
@truthseeker2531 Год назад
शंकर दिग्विजय.. 🙏
@liedetector114
@liedetector114 Год назад
इसमें गलत दिखाया गया Mandan मिश्र जी की धर्म पत्नी भी उनसे शास्त्रार्थ करती है
@bdutta2925
@bdutta2925 Год назад
Amazing
@dalitnahipehlehinduhu6569
@dalitnahipehlehinduhu6569 Год назад
Need another part
@dalitnahipehlehinduhu6569
@dalitnahipehlehinduhu6569 Год назад
Appreciated 😊😊
@sauhta30
@sauhta30 Год назад
It is incomplete. Mandan mishra wife also had Shastrath with guru shankarcharya.
@drpravinchandrajoshih.k.vi7953
અદભુત ગુરુજી🙏
@iyerfolsom7806
@iyerfolsom7806 Год назад
Great Sankara
@unnatibhavsar6087
@unnatibhavsar6087 Год назад
વાહ ખૂબજ સરસ શ્રીધરભાઈ.... શબ્દ મર્યાદિત છે મારી પાસે..... આંખો બંધ કરીને સાંભળવામાં આવે તો મન આનંદ સાગરમાં ડૂબી જાય છે. રાધે રાધે. જય શ્રીકૃષ્ણ.
@dmahapatra1816
@dmahapatra1816 2 года назад
This should be back everywhere. everybody should abide by this. Jagadguru Shankaracharya ki jai
@swastiksubhamgarnaik7424
@swastiksubhamgarnaik7424 2 года назад
Lekin Mandan Mishra ke patni bhi to shastras kia tha adi Shankaracharya se Wo kyu nehi dikhaya
@user-nishant1997
@user-nishant1997 2 года назад
जय हो 🔥
@jigneshtrivedi1
@jigneshtrivedi1 2 года назад
જય શ્રી કૃષ્ણ ગુરુજી આજે આપના આ youtube વિડીયો પર લક્ષ્મી પૂજન ની સંપૂર્ણ વિધિ દ્વારા હવે સહ પરિવાર લક્ષ્મી પૂજન સંપૂર્ણ કરેલ છે આપના આશીર્વાદ અને શુભેચ્છા
@santoshupadhyay7328
@santoshupadhyay7328 2 года назад
Sir this play had another part which i am not able to see...can you please share the link
@SwarnimAntiqueHarmonium
@SwarnimAntiqueHarmonium 2 года назад
श्री चरणों मे प्रणाम। अद्भुत,अतिसुन्दर। शब्दो का चयन, वेशभूषा, शैली सब कुछ अतिसुन्दर। जितनी प्रशंसा करें कम है।
@anujdhuria
@anujdhuria 2 года назад
Bhout acha asa video aur chaye ....aur upload karo
@deepakghatole90
@deepakghatole90 2 года назад
Bahut badiya
@arturoroman220
@arturoroman220 2 года назад
This state >>>>>>>>> Oxford state
@SaiSharan09
@SaiSharan09 2 года назад
Script writer👌👏 with Authentic vedantic knowledge 🙏 It’s not possible to grasp this knowledge in single take.. have to listen this multiple times. Prior knowledge of 1) “karma kanda vs Jnana Kanda” and their role in sadhana. 2) “Brahma satyam jagat mithya, jivo brahmaiva naparah”.. 3) Maha Vakyas Vicharan Helps a lot. Thanks for sharing this masterpiece. 🙏🙏🙏
@SaiSharan09
@SaiSharan09 2 года назад
Script writer👌👏 with Authentic vedantic knowledge 🙏 It’s not possible to grasp this knowledge in single take.. have to listen this multiple times. Prior knowledge of 1) “karma kanda vs Jnana Kanda” and their role in sadhana. 2) “Brahma satyam jagat mithya, jivo brahmaiva naparah”.. 3) Maha Vakyas Vicharan Helps a lot. Thanks for sharing this masterpiece. 🙏🙏🙏
@kaushalmisra5968
@kaushalmisra5968 2 года назад
Misra hai jii
@swarupdey5063
@swarupdey5063 2 года назад
Tatvamasi💙
@upendrakota8281
@upendrakota8281 2 года назад
If one stands u find shadow, if two persons stands in a line, their shadows overlaps, it mean u can't differentiate who's shadow is upper or lower, like wise God present inside, inside of God we preset, till one realizes God cannot see u, u can't see God *Adhvaitham* there exists nothing but God
@1566chandra
@1566chandra 2 года назад
Saamy thank you so much
@swapnilgupta5399
@swapnilgupta5399 2 года назад
Drama presentation is excellent. The most sweet part of this video is there dialogues in debate. Superb.
@biswanathmahapatra8441
@biswanathmahapatra8441 2 года назад
We need these kind of acts in schools and colleges all over India...to enlighten future generations...
@doorbean5572
@doorbean5572 3 года назад
Meri ek baat bhi palle nhi padi.1
@jsrmanish123
@jsrmanish123 Год назад
doorbean se nahi..aatma se suno