मुझे लगता है, कुमार विश्वास से बरा इस समय देश में कोई रामायानी नहीं है, सभी कथा वाचक इनके बाद ही श्रेणि में आएँगे, ज्ञान का भंडार, ऐसे ज्ञानी को मेरी ओर से अशेष, अनंत शुभ कामनाएं
डॉ कुमार विश्वास राम राम आप द्वारा प्रस्तुत बहुत सुंदर मार्मिक कथा प्रसंग जन जन में चेतना जागृत करने वाला है। बहुत बहुत साधुवाद....राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
आपको अभिनंदन कुमार आप के मुख से भगवान राम की चर्चा बहुत अद्भुत लगता है प्राणों में उतर जाता ऐसा लगता है राम से मुलाकात हो गया बी अग्रहरि सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश
राम कथा और आपकी वाणी दोनों का संगम ही आँखों को अश्रुति कर देती हैं।कुमार भाई आप साक्षात् माँ सरस्वती पुत्र हैं।आपको सुनने मात्र से माँ सरस्वती जी का दर्शन प्राप्त हो जाता है।आपने हम सबको धन्य कर दिया।
आप तो महान है आप के स्वर में मां सरस्वती का वास है मैं तो धन्य हो गया आप की वाड़ी सुन कर हम तो मोहीत हो गये जयश्रीराम हर हर महादेव 🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💯🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💯💯💯💯💯💯
KUMAR VISHWAS SEEMS TO BE A RARE GIFT OF GOD WHO IS CLEANSING OUR HEART THROUGH RAM KATHA. NO MATCH OF KUMAR VISHWAS IN NARRATING RAM KATHA . ALL KATHA VACHAK ARE ONE STEP BELOW THAN KUMAR VISHWAS MY BLESSINGS TO KUMAR.
वाह कुमार जी वाह ! धन्य है आप और आपकी कथा जिसको सुनकर आज मैं भी अपने आप को धन्यता का अनुभव कर रहा हूँ। इतना सुंदर रामकथा का वर्णन मैंने कभी नहीं सुना। आप स्वस्थ्य और सानंद रहते शतायु हो, ऐसी प्रभु श्रीराम से मंगलकामना और ऐसी कर्ण प्रिय कथा जिससे रोम रोम रोमांचित हो उठा हमे बार बार सुनने को मिलती रहे। यही प्रभु से प्रार्थना। आपको कोटि कोटि नमन। आपका- आपके गृह जनपद बुलंदशहर से डॉ. मोहित माधव शर्मा असिस्टेंट प्रोफेसर जेपी वि. वि. अनूपशहर।
मैं भाव विभोर हो गया राम कथा सुनकर आंखों मेंआंसू है.. और प्रशंसा के लिए शब्द नहीं है! भारतवर्ष की महान धरा पर जन्म लेकर अपने को धन्य महसूस करता हूं जहां हमें विरासत में इतनी गौरवशाली संस्कृति मिली है 🙏🙏
वाह वाह प्रिय कुमार विश्वास बेटा जी। मैंने आज तक अपने जीवन काल (81 वर्ष) में ऐसी अद्भुत राम कथा का वर्णन नहीं सुना है। चिरंजीव रहो। इसी तरह सबको अमृत पान कराते रहना। आशीर्वाद। जय श्रीराम।
विश्वास,जैसा नाम वैसा ही काम।क्या मिलता गन्दे लोगो के साथ गन्दी राजनीति के दल,दल में फस कर।मैं आपको सुनकर गद, गद और रोमांचित हो जाता हूं।मेरा सनातन इतना विलक्षण,इतना अद्भुत और इतना उदार ,विशाल होने के बाद भी आतातैयो का शिकार क्यों होता चला आ रहा है।
राष्ट्र की प्रथम रक्षा पंक्ति पर देशसेवा करने उपरान्त इस 73 वर्षीय सैनिक का आपको हृदय से शतशत दुआएं । आपकी भाषाशैली अद्भुत होकर उन दृश्यों को भी प्रदर्शित करती है जिस माध्यम से कथा प्रवाहित होरही है । बहुत बहुत धन्यवाद । जय जय श्रीराम ।
नवरात्रि के पावन तृतीय दिवस पर अपने अपने राम सुनकर कई बार अश्रु धाराएँ बहती रहीं , आपकी अमृतमयी वाणी को अनन्त नमन । कितने अनूठे प्रसंग , आपका संग निस्संग बनाने में अद्वितीय- आपको सौ सौ नमन कुमार विश्वास जी आप हैं विद्यायां व्यसनम्- तेभ्यो नरेभ्यो नम: , जयतु ते
कितना सुन्दर है हिन्दू धर्म देश दुरोही ने ऐसे जाति में बांटा बांटने वाले खुद अपने दिल से इस्लाम स्वीकार कर लिया और मुंह में हिंदू बने रहे इन जाति बादियौं ने हिंदू धर्म को छिन्न-भिन्न कर दिया एक हो जाओ हिंदू समाज वालो इसी में आने वाली पीढ़ी सुरक्षित रहेगी
राम कथा सच में बहुत अदभुत है ऐसा सार आजतक नही सुना सर की आवाज तो बहुत मधुर है जय जय श्री राम,,,राम जी आपके परिवार और आपकी कथा सुन्ने बालो भक्तों के घर में हमेशा खुशियां बनाये रखेंगे ❤❤
मानस मर्मज्ञ में आपकी कोई शानी नहीं ।आपका तर्कसंगत ,तथ्यात्मक धार्मिक प्रवचन सबको आपका कायल बना देते हैं । धन्य हैं आप सनातन धर्म को शिखर पर पहुंचाया जो है आपने । आपकी विद्वत्ता को कोटि नमन् ।
जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम
वाह कुमार, वह घड़ी व वह नक्षत्र धन्य है, उससे भी वह कोख धन्य है जिस माँ, ने आपको जन्म दिया है।वह पिता भी धन्य हैं, वह धरा धाम भी धन्य है। रमेश कुमार द्विवेदी ,चंचल, अमेठी, सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश।
कुमार विश्वास जी भी राम के फूल है।सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम जय हनुमानजी। बागेश्वर धाम के जेसा कोई धाम हो ही नहीं सकता।