🙏🏻"व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है,वह जो सोचता है वही बन जाता है।"🙏 (भगवान महावीर)
🙏🏻मन में अत्यंत करुणा का भाव लिए,
भगवान महावीर का दर्शन पाने के लिए,
मन में अवगुण को मिटाकर सदगुण भरने के लिए,
अपनी ओजस्वपूर्ण वाणी से मनुष्य हृदय को गदगद करते हुए आचार्य श्री चंदनमुनि जी म॰ सा॰ द्वारा रचित भजन अपनी मुखारबिंद से प्रस्तुत करती हुई संघ प्रवर्तिनि साध्वी श्री उषा कुमारी जी महाराज, सा॰ श्री कुसुम रेखा जी, सा॰ श्री प्रियदर्शना जी और सा॰ श्री हेमप्रभा जी।🙏🏻
5 окт 2024