ओम शांति,
आज मानव जीवन की हर एक पहलू जैसे की शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, पारिवारिक, सामाजिक और आध्यात्मिक ऐसे क्षेत्र में सुख की इच्छा रखता है| लेकिन सबसे बड़ी और रोचक बात यह है कि आखिर यह सारे सुख चाहिए किसको? यदि मुझे चाहिए मतलब किसे चाहिए? आखिर मैं कौन हूं? मेरा अस्तित्व क्या है? अगर मुझे सुख चाहिए तो मुझे मेरे सत्य स्वरूप को जानना पड़ेगा| मुझ में कौन-कौन से गुणों और शक्तियों की उर्जाएं है? यह वीडियो इन सारे जीवन परिवर्तक सवालो के जवाब प्रस्तुत करता है।
असल में मैं आत्मा एक चमकता हुआ सितारा हूँ। जिसमें मेरे गुण और शक्तियाँ और मेरे मन, बुद्धि संस्कार तथा इस शरीर को और प्रकृति को चलाने वाली चक्रों की और तत्वों कि उर्जा हैं। मैं आत्मा इन सभी के साथ तीन मुख्य नाडिया - इड़ा, पिंगला, सुषुम्ना, सात चक्र, अनेक सूक्ष्म नाड़िया, कुण्डलिनी शक्ति और पाँच सूक्ष्म कोष सहित सुक्ष्म शरीर और स्थूल शरीर से कार्य करती हूँ।
यही हमारे गुण, शक्तियां, तत्वों की ऊर्जाएं कम होने के कारण आज हम दुःख में है। जब इनकी उर्जाएं बढ़ती हैं तब ही हमारे जीवन में सम्पूर्ण सुखकारक बदलाव होते हैं। इस प्राचीन राजयोग की विधि से हम आत्मा स्वयं को परमात्मा से कनेक्ट करके हमारे सारे गुण और शक्तियों की उर्जाओं को चार्ज करेंगें और सहज ही भरपुरता का अनुभव करके हम आत्मा हमारे परम आनंद के वास्तविक स्वरूप में शीघ्र ही आ जायेंगे । ओम शांति।
29 мар 2018