पिछ्ले 12 सालों से छोटा उदेपुर धार रेलवे लाइन जो 157 km की हैं उसे पूरी नहीं कर रहे हे और ये लाइन पूरा करने में लगता हे 2050 में हो पाएगी और मुझे जानकारी है वहातक 21 सुरंग है इसमें पता नही रेलवे मिनिस्टर देख पाएंगे या नही
इंदौर में भविष्य में उत्तर से दो लाइन रतलाम,देवास भोपाल और पूर्व में बुधनी तथा दक्षिण में खंडवा , manmad और पश्चिम में दाहोद गोधरा कुल 6लाइन का जंक्शन बनेगा ।इसलिए अभी से इंदौर को रेलवे डिविजन बनाने की तयारी कर देना चाहिए।
जब तक कोई परियोजना पूर्ण रूप से समय से परिचालित नहीं होती, वह केवल वायदा या आशीर्वाद ही रह जाएगी। कोई भी परियोजना अगर अनेकों वर्ष निर्माणाधीन रहे तो उससे स्थानीय नागरिकों में केवल आक्रोश ही निर्मित होगा।
Bahut hi acchi news Nikal kar saamne aayi hai, itne saalon se Indian government hum sabi ko Indore Manmad New railway line ka sapna dikha Rahi thi, jo ab jakar pura hoga . Indore ka dead hand khatam karne ke liye yaha railway line bahut jaruri thi . Ab railway ko is shorted route ka importance samajh aaya, jisse kai fayde honge, Indore Mumbai ki duri ghategi, South region se North region ka short route hoga Bahut bahut dhanyawad ❤🎉
Malwa, Nimad(MP) aur Kaanhdesh (Maharashtra)ki janta ko bahut bahut badhai 👏👏varsho purani maang wale mahatwakanshi project ko approve karne ke liye,halaki project bahut challenging rahega aur kam se kam 8-10 saal lagenge iske completion me
Bhai Indore Division Banna Chaiye Aur Future Ma Indore One of the Busiest Station hona Chaiye India ka Bahut acha Division bnna Chaiye aur Tabb Indore Railway Ma Bhi Indore Dikhega Also Bhai Ya Line 2028-29 tak Bola ha To Ban Jayega Kyoki PM gati Shakti Yojana ka Andar ha Jisme Kudh PM Monitoring Karte ha Day by day
धामनोद मैं रेलवे स्टेशन बनेगा क्या या तो फिर खलघाट में बनेगा रेलवे स्टेशन अकील बाबा धरमपुरी जिला धार मध्य प्रदेश राजा चले बाजार मांगने वाले बलाई ले रेलवे में ऐसी ही कहावत है
Is project me kam se kam 30-40 tunnels banani padengi, isliye Railway Mantri ji ne bola challenging project hai, Malwa ka Vindhyachal, Nimad ka Satpuda aur Maharashtra ke Sahyadri parwato ke beech Narmada aur Tapti nadiyo ki ghatiyo se hote huye, sath hi Nimad aur Kaanhdesh ke durgam shetro ko jodne wala ye project vastava me challenging rahega, isko kam se kam 8-10 saal completion me lagenge practically wo bhi jab railway tej gati se kaam karega tab
इस खबर के बाद भी किसी को कोई संतुस्टी नहीं हो रही ..,वजह क्या है.....रेलवे को बिछाने और काम में देरी ....बच्चे भी सुनते तो यही कहते हम बूढ़े हो जायेंगे तब आएगी .......वजह क्या इस रेलवे के काम में देरी की ....जबकि बड़ी बड़ी मशीनों का दौर है.....
इसके लिए अंग्रेजों के इंजीनियरों की जरूरत पड़ेगी हमारे यहां के निकम्मे इंजीनियरों से 2050 तक पूरी करने की उम्मीद है पहले के दो तीन प्रोजेक्ट अभी अधूरे लटके है कहीं सुरंग नहीं बन रही है तो कहीं पटरी नहीं बीच रही है
इस रेललाइन का मनमाड से धुलै का काम सबसे पहले करना चाहिए। क्योंकि धुलै से नरडाना का काम चल रहा है। उधर खण्डवा रेललाइन पर भी औंकारेश्वर से पातालपानी का काम चल रहा है जो अगले दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा जाए। इससे इंदौर- महू- खण्डवा- भुसावल- नरडाना- धुलै- मनमाड- नासिक- मुम्बई का मार्ग जल्द खुल सकता है। बाद में नरडाना से इंदौर का काम चलता रहे।
नैरो गेज और मीटर गेज को बदलकर,,,,पूरे देश में, सबसे पहले, ब्राड गेज लाइन बनाई जानी चाहिए।।।।। बाकी।।।।।।।।न ई। रेल परियोजनाओं। को। इसके। बाद ही,,, शुरुआत करेंगे।।।।यही ठीक रहेगा।।।।। और। सबसे बड़ी। जरूरत। ये। है।।।।।।कि। देश का। और। जनता को फायदा,,,, सबसे पहले देखा जाना चाहिए।।।।।। वोट बैंक के लिए। और। चुनाव। जीतने के लिए।।।।रेल परियोजनाओं से।।।।खिलवाड। बंद। हो।।।।।।। प्रवीण शर्मा, आनंद नगर, खंडवा, मध्यप्रदेश।।।।।।।810......910.....55.....17
मीटरगेज का काम तो सन् 1991 से चल रहा है। खेद है कि यह अब तक पूरा नहीं हुआ। इंदौर- खण्डवा लाइन मीटरगेज ही थी, अभी भी शरीर निकल गया लेकिन पूंछ फंस गई है।