सिया राम पद पथ अनुसरिए संध्या हवन कर्म शुभ करिये।। जाति पाति एक गहरी खाई मानव बने तो उभरे भाई।। ऋषि दयानंद के गुण गाओ सत्य सनातन धर्म बचाओ।।, ओम् शान्ति शान्ति शान्ति।।
गीता रामायण पढ़ भाई। छुआछूत कहीं ना पाई।। जाति पाति एक गहरी खाई। मानव बने तो उभरे भाई।। सिया राम पद पथ अनुसरिए। संध्या हवन कर्म शुभ करिये।। ओम् शान्ति शान्ति शान्ति।।