कहानी || अधर्मी दुकानदार अधर्मी ग्राहक || कपड़े का मोलभाव || आर्य समाज अधर्म और असत्य 'झूठ से कभी सच्चा सुख और शान्ति नहीं मिलती, इसलिए हमेशा धर्म और सत्य का ही आचरण करना चाहिए |Arya Samaj || Aryasamaj
7 авг 2014