कॉफ़ी का जन्मस्थान इथियोपिया है.
भारत में कॉफ़ी की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ सबसे मशहूर ये हैं:
बाबा बुदनगिरी अराबिका कॉफ़ी
भारत में कॉफ़ी की शुरुआत के स्थान के रूप में जानी जाने वाली यह कॉफ़ी कर्नाटक के चिकमंगलूर ज़िले के मध्य क्षेत्र में उगायी जाती है. इसे हाथ से चुना जाता है और प्राकृतिक रूप से किण्वित किया जाता है. इसमें चॉकलेट जैसा स्वाद होता है.
अराकू वैली अराबिका कॉफ़ी
यह कॉफ़ी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम ज़िले और ओडिशा की पहाड़ियों से मिलती है. इसे बनाने में जैविक खाद और जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल किया जाता है.
कूर्ग अराबिका कॉफ़ी
यह कॉफ़ी मुख्य रूप से कर्नाटक के कोडागू ज़िले में उगायी जाती है.
वायानाड रोबस्टा कॉफ़ी
यह कॉफ़ी केरल के पूर्वी हिस्से में स्थित वायानाड ज़िले में उगायी जाती है.
चिकमगलूर अराबिका कॉफ़ी
यह कॉफ़ी विशेष रूप से कर्नाटक के चिकमगलूर ज़िले में उगायी जाती है.
भारत में कॉफ़ी की सबसे मशहूर प्रजातियां अरेबिका और रोबस्टा हैं. अरेबिका कॉफ़ी हल्की होती है लेकिन इसकी फलियां ज़्यादा सुगंधित होती हैं. वहीं, रोबस्टा कॉफ़ी में ज़्यादा ताकत होती है और इसका इस्तेमाल कई मिश्रणों में किया जाता है.
Note-- बाबा बुदन की पहाड़ियां, कर्नाटक के चिकमगलूर ज़िले में स्थित एक पर्वत श्रृंखला हैं. और केरल, तमिलनाडु राज्य में पाया जाता हैं....
23 сен 2024