भारत में हरित क्रांति की शुरुआत 1960 के दशक में हुई थी. यह एक ऐसी अवधि थी जब भारत में कृषि को आधुनिक तरीकों से चलाने के लिए कई तरह के बदलाव किए गए. हरित क्रांति के बारे में कुछ खास बातेंः
हरित क्रांति को तीसरी कृषि क्रांति भी कहा जाता है.
हरित क्रांति के दौरान, कृषि में नए तरीकों का इस्तेमाल किया गया, जैसे कि उच्च उपज देने वाले बीजों का इस्तेमाल, सिंचाई की सुविधाएं, कीटनाशक, और उर्वरक.
हरित क्रांति के कारण, भारत में खाद्यान्न उत्पादन में काफ़ी बढ़ोतरी हुई, खास तौर पर पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश में.
Note---नॉर्मन बोरलॉग को विश्व में हरित क्रांति का जनक कहा जाता है. उन्हें साल 1970 में उच्च उपज देने वाली किस्मों (HYVs) को विकसित करने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
-- भारत में हरित क्रांति के जनक के रूप में डॉ॰ एमएस स्वामीनाथन को जाना जाता है. वे एक जाने-माने वनस्पति विज्ञानी थे.
23 сен 2024