बहुत बहुत दुःख हुआ कि अभी तक पुलिस अधीक्षक को जांच करने के लिएआदेश करने में तीन दिन बीत गया है,मुठभेड़ या घटना स्थल तक नहीं पहुंच पाए हैं कहीं ना कहीं लोकल पुलिस, या जिला पुलिस अधिकारीयों की नाकामी को दर्शाती है शहीद जवान की सम्मान को ठेस पहुंचाई जा रही है । आपको दिल से शुक्रिया 🙏जो आप ग्राउंड जीरो से रूबरू कराया तिवारी जी
इस हादसे से सरकार को शर्म आना चाहिए । जो कहता नक्सली बैकफ़ूड पर चले गये है । इतने दिनो बाद भी शहीद जवान का पर्स और विषफोटक सामग्री को पुलिस के द्वारा अपने कब्जे में नहीं किया गया।
जवान शाहिद हुवा हैं तुम लोग राजनीति कर रहे अबे तुम लोगो को शर्म आना चाहिए जब बोल रहे हों तों समझें चुनाव अपने जगा मे कमसे कम तों जवान को श्रद्धांजलि दो उसके बाद राजनीती करना मेरेको जवाब कमेंट मे जरूर देना समझें रे होसियार चंद
शाहिद जवान को सलाम है भाई उनके पर्स को उनके परिवार तक पहुंचाने के लिए एसपी को सौंपा गया है कि नहीं वहा पर छोड़ना नहीं चाहिए क्योंकि किसी और का हाथ न लगे
अगर यही घटना झीरम घाटी जैसी किसी नेता के साथ होती तो सायद इसपर सभी के नजर जाते लेकिन यहां तो जवान शहीद हुआ है ना इसलिए इश्पर कोई ध्यान नहीं देना चाहता ।😢😞😭
बहुत दुखद घटना है वीर शहीद जवान का पर्स, और अन्य सामग्री को ऐसे ही छोड़ देना निंदनीय है ये कोई भारत पाकिस्तान बार्डर तो नहीं जो बहुत संवेदनशील था जो सामान को नहीं ले जाया जा सकता😢😢😢, पता नहीं छत्तीसगढ़ में लोग क्या देखकर मतदान करते हैं, बिते 2-3साल में कई निंदनीय और दुखद घटना हुआ लेकिन उसे कभी कवरेज नहीं हुआ, रायपुर राजधानी में आये दिन बड़े बड़े घटना हो रहा है लेकिन क्यों
बहुत ही दुःखद घटना है शहीद जवान को भावपूर्ण विनम्र श्रद्धांजलि 🌺🌺🙏🙏 राज्य सरकार व केन्द्र सरकार बड़े लीडर दांवा कर रहे थे कि बस्तर व छत्तीसगढ़ के अन्य क्षेत्रों में नक्सली बैकफुट पर है ?परंतु उनकी दावा पिका पड़ता नजर आ रही है। आये दिन मुठभेड़ हो रही है और जवान शहीद हो रहे हैं।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव लडने के लिए योग्यता मे प्रत्यासियों को सेना या नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कम से कम 5 साल अनिवार्य सेवा जोड़ देना चाहिए।क्योंकि कई नेतागण कहते है जवान तो शहिद होने के लिए पैदा होते है उन्हें वेतनभोगी कहा जाता है।
सरकार को आयोग को इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए जब हमारे बस्तर के कोंडागांव जिला केशकाल तहसीलदार साहाब को एक बीएलओ ऐसे बात बताया तो क्यो डरते हो कह कर बात टाल दिया गया ऐसे लापरवाही अधिकारी के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए क्यो की उनका हानी नही किसी आम जनता के परिवार की हानी होती है,जयहिंद शहीद जवान को।ओऊम शांति।
गरियाबंद जिला पुलिस को शर्म आना चाहिए ये बस नेताओं के तलवा चांटने बस जानते है,ज्यादा नही बोलूंगा।आप लोग समझ गए होंगे। बलिदानी जवान को विनम्र श्रद्धांजलि।
Gariyaband jilla mn baadai o sir tiwari sir ji 🙏🙏 aap ek great reporter ho sir ji aap aaa kar apna gariyaband jilla ka ground reporting kiye eske liye bhut bhut baadai o sir 🙏🙏 main aap ka fan hu sir gariyaband jilla deobhog se hu tq sir ji
इससे ये पता चलता है, कि जवान को कहीं भी कोई इज्जत शासन प्रशासन द्वारा नहीं किया जाता। एक जवान शहीद हो गया जिसका रिपोर्ट अभी तक ऑन द स्पॉट नही किया गया है।।
यदि मुझे पहले से पता होता sir आप हमारे जिले मे मेरे ही ब्लॉक मैनपुर की रिपोर्टिंग करने आ रहे हैं, तो मैं आपसे मिलने आ जाता क्योंकि मैं बस्तर टॉकीज का पहले से फैन हूं,,मेरे गांव से घटना स्थल की दूरी महज 18 किलोमीटर की है।
Sabse pahile shahid jwan ko jay hind🇮🇳🇮🇳uske bad police प्रशासकीय विभाग kitna laparvah hai..ek jwan shahid hogaya..uski topi..pocket lene k liye bhi nahi aaye.. bahut दुःखदायक