चुने का मसाला तैयार करने के लिए सर्वप्रथम मैने टंकी बनाया था उसे दो भाग में विभक्त कर दिया था। फिर चुने को पानी में कम से कम 14 दिन भीगा कर रख दिया कभी कभी 4 माह से अधिक भी भीगा रहा जो की उत्तम है। फिर इसे छान लिया ताकि चुने के कंकड़ निकल जाएं। इस छने हुए चुने का एक भाग और रेत ( जिसे बदरपुर भी कहते हैं) के ढाई भाग लिया दोनों को अच्छी तरह से मिला लिया। यदि आपके पास सुर्खी हो ( ईंट का चूरा ) तो अति उत्तम है एक रेत डेढ़ सुर्खी एक चुना ले सकते हैं। फिर गोंद( बाबुल का लासा ) लगभग ४ किलो ले कर १० किलो पानी में धीमी आंच में करीब ४ घंटे उबाला ताकि ये पूरी तरह से गाड़ा हो जाए जब यह ठंडा हो गया तो इसे २० लीटर पानी में मिला दिया। लपटी ( खराब गुड़ ) लगभग ५ किलो को १० लीटर पानी में भीगा कर डब्बे में छाए जगह में रख दिया और ऊपर से कपड़े से बांध दिया। ७-८ दिन बाद यह जब पूरी तरह से फार्माटेंट हो गया अच्छे से बदबू आने लगी तब इसे करीब २०० लीटर पानी में मिला दिया। चुने का जो मसाला तैयार किया था उसमें जिस दिन उपयोग करना होता था तो एक - एक मग गुड़ और गोंद अंदाज से मिला लेता था। यह मैंने ईंट के जुड़ाई ( चिनाई ) के लिए किया है।
धन्यवाद!
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19 апр 2023