Chune ka ghar kaise banta h, puri prakriya kya aap bata sakte h, kripya jankari ho to please bataye. Mujhe apna ghar chune se banwana h, mera mobile number h 8817413041
@@jm5535 ऐसा विशेष मुश्किल कुछ नहीं है। चूने को पानी में गलाते है। जब गल जाये तो ठण्डा होने के छोड़ देते है। इसमें एक दो दिन लगते है। डलिया आदि रहने का डर हो तो पहले चूनें को छान लेते है। फिर बजरी या ईंट चूरा आदि मिलाकर इसे पीसते है। अक्सर तीन एक या दो एक का मसाला बनाते है। सस्ता बनाने वाले पाँच एक भी करते है। जो ठीक नहीं है। उस जगह जहाँ मजबूती चाहिए। अच्छी तरह मिलने के बाद चुनाई करते है। अच्छे काम के लिए चूना चौदह पन्द्रह दिन तक गलाना चाहिए। एक बार गलाने के बाद चूने पर पानी हमेशा रहना चाहिए। अन्यथा खराब हो जायेगा।
वाह! शानदार। राजीव दीक्षित जी के व्याख्यानों में हमेशा इसके बारे में बताया गया, आपने साक्षात् दर्शन करा दिया। अब समय आ गया है कि वापस अपनी मूल की ओर लौट चले।
@@yogeshverma7792 Please watch Late Rajiv Dixit ji video. U also can watch 10 hours long video which was given to Jain community in Chennai and live a healthy life.
जीतू भाई आप की जितनी प्रशंसा की जाए कम है आप राजीव Dikshit भाई के प्रयासों को सफल बनाने की कोशिश कर रहे हैं भगवान की कृपा आप पर सदा बनी रहे और आप देश में समाज के लोगों को यही जागरूक करते रहे जय श्री राम
बहुत अच्छा है जी राजीव दीक्षित जी ने भी चुने से पहले हमारे राजा लोग अपने महल बनाया करते थे बताया है जिनकी ुमे हजारो साल होती है सीमेंट को अंग्रेज अपने देश इंग्लॅण्ड से मंगाते थे ओर धीरे धीरे सीमेंट चलन में आया मुजकी भी अपना मकान चुने मै ही बनाना है ओर ईंटे देशी गाय मिश्रित गोबर से बनी लगानी है खर्चा भी कम ओर हर मौसम मै भी अनुकूल होगा बहुत बहुत बहुत धन्यवाद जी
जीतू भाई मेरे पास 1 ही दिल है कितनी बार जीतोगे .....आपकी बन्दगी मंज़ूर है उस मैया को धन्यवाद जिन्होंने आपको जन्म दिया क्रांति खड़ी कर दी अपने .....आपका छोटा भाई उत्तर प्रदेश से जिला मैनपुरी से राघवेंद्र यादब
Beautiful limestone construction work in this beautiful home. Simple folks but great thinking. And very nice cow and her calf. Thank you for sharing this beautiful video Jitu
हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति में प्रत्येक टेक्नोलॉजी और कार्य मजबूत टिकाऊ और प्रकृति के अनुकूल था। अब हम जिसे आधुनिक तकनीक कहते है वो प्रकृति मानव सभ्यता सभी के लिए बहुत घातक है। हम अपनी प्राचीन संस्कृति की अच्छी बातों को अमल में लाना चाहिए।🙏🙏
10 से 20 साल बने बांध dam में leakage का प्रॉब्लम आना शरू हो जाता है ,हर साल लाखो करोड़ो मेन्टेनेन्स में लग जाते है अंग्रेजो ने इसी प्रकार की पद्धति से (21 दिन में तैयार होने वाला ,चुना और अन्य 25-30 प्रकार के प्राकृतिक मिश्रण से गारा ) बनवाये उनकी आज भी बहुत अच्छी स्थिति है देश मे सैकड़ो सालो से कई महल आज भी मौजूद है। सही हालात ने
Very informative video...great work and also an encouraging message to illiterate people like us ..we should learn and understand the value of our lost hertitage but kudos to people like Mr.Yadav ji who is a real literate man ...best wishes