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चौका आरती का इतिहास/कबीर पंथ में चैका आरती कब से शुरू हुई? प्रमाण सहित  

Shri Kabir Vichar Anubhav
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चौका आरती का इतिहास/कबीर पंथ में चैका आरती कब से शुरू हुई? प्रमाण सहित #by संत श्री सनाथ साहेब जी
श्री कबीर पारख आश्रम सूरत गुजरात की भक्तिमय प्रस्तुति जीवन जीवन के अनेक विषयों पर संत गुरुजनों के विचार जो आपके जीवन को बदल देगी।
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संतप्रवर श्री अभिलाष साहेब
(17/08/1933-26/09/2012)
मानव मात्र ही नहीं प्राणी मात्र को अपने प्रेम के आयाम में समेट लेने वाले संत सम्राट सद्गुरु कबीर साहेब की परंपरा में परम पूज्य गुरुदेव संत श्री अभिलाष साहेब जी महान संतों में से एक हैं। सद्गुरु कबीर के पारख सिद्धांत को भारत में प्रचार-प्रसार करने में पूज्य गुरुदेव का अतुलनीय योगदान है। आपका जन्म उ० प्र० के जिला सिद्धार्थ नगर के खानतारा ग्राम में दिनांक 17 अगस्त 1933 तदनुसार भाद्र कृष्ण द्वादशी संवत 1990 दिन
गुरुवार को हुआ।आपकी माता का नाम श्रीमती जगरानी देवी एवं पिता का नाम पं० श्री दुर्गाप्रसाद शुक्ल जी जो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। पिता के सामाजिक व्यस्ततता के कारण आपकी विधिवत स्कुली शिक्षा नहीं हो पाई थी। आपने कक्षा एक में छह महीने तथा कक्षा दो में छह महीने की पढ़ाई की, किन्तु आपको किसी भी कक्षा में परीक्षा देने का अवसर नहीं मिला। 17 वर्ष की अवस्था में आप कबीरपंथ से परिचित हुए।आपने 21 वर्ष की अवस्था में गृहत्याग कर कबीर आश्रम बड़हरा, जिला गोंडा (उ0प्र0) के प्रसिद्ध महंत पूज्यपाद सद्गुरु श्री रामसूरत साहेब जी द्वारा साधुवेष की दीक्षा ली | कबीर पारख संस्थान इलाहाबाद के संस्थापक तथा बीजक व्याख्या, पंचग्रंथी टीका, योगदर्शन भाष्य, रामायण रहस्य, गीतासार,उपनिषद सौरभ, कबीर दर्शन, वेद क्या कहते हैं? कहत कबीर, धर्म को डुबाने वाला कौन?, ढ़ाई आखर,मोक्षशास्त्र, बूंद बूंद अमृत, व्यवहार की कला आदि लगभग 100 प्रकार के सामाजिक, आध्यात्मिक एवं व्यावहारिक ग्रंथों के यशस्वी लेखक हैं। आपकी ओजस्वी वाणी में भारतीय संस्कृति के ऋषि मनीषियों के उद्गार समाहित रहते हैं।
परम पूज्य गुरुदेव श्री अभिलाष साहेब जी की निर्मल वाणियों से सभी वर्ग के लाखों लोग मानवीय गरिमा को समझकर जहां व्यावहारिक जीवन को सुख.शांति पूर्वक जीने में सफल हुए हैं वहीं अनेक साधक साधनामय जीवन जीते हुए कल्याण की दिशा में अग्रसर हुए हैं।
कबीर
विक्रमी संवत 1455-1575 सन-1398-1518 कबीर साहेब सन 1399 ई0 में शिशु रूप में काशी के लहरताला तालाब में जनश्रुति के अनुसार नीरू नीमा जोलाहा दंपत्ति को मिले और उन्हीं द्वारा पाले-पोषे गये। आप अपने छुटपन से ही प्रखर बुद्धि के एवं चिंतनशील थे। शायद आपने स्वामी श्री रामानंद को अपना गुरु माना हो,परंतु आपका अपना वास्तविक गुरु स्वयं का विवेक था। आप आजीवन ब्रह्मचारी एवं विरक्त संत के रूप में रहे। आपने सामाजिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक तीनों क्षेत्रों में आंदोलन किया। आपने मानव मात्र की एक जाति बताया,मानवता एक धर्म बताया तथा आत्मा को ही परमात्मा कहा।अपने आप पर संयम की कड़ाई तथा दूसरे प्राणियों के प्रति दया तथा प्रेम का बरताव - इन दोनों आचरणों को आपने अपने जीवन में उतारा तथा समाज को इसी की सीख दी। आपके व्यक्तित्व में कवि, सुधारक,क्रांतिकारी आदि अनेक रूप उभरे किन्तु आपका सबसे बड़ा रूप परमार्थ.लीन संत का है ।इसीलिए आप भारतवर्ष में संत शिरोमणि के रूप में मान्य हैं और आपका यह रूप विश्व में विख्यात है। उनका मुख्य ग्रन्थ बीजक है, जिसकी अनेक टिकाएं उपलब्ध हैं, बीजक कबीर को एक बुद्धजीवी के रूप में प्रस्तुत करता है | उनके अंतिम दिन मगहर में आमी नदी के किनारे बीते | वे हिन्दू और मुस्लमान दोनों द्वारा पूज्य मने गए।
KABIR
kabir saheb 1398-1518 A D No authentic history of Kabir Saheb is available in historical texts. It is presumed he was born in 1398 AD in Lahartara of kashi, the present day Varanasi city of Uttar praesh in Northern India. As per prevalent among public it is said he was brought up by a muslim weaver couple named Niru and Nima in kashi.Kabir Saheb was fiercely intellectual and contemplative since his young age.Probably he opted Swami Ramanand, the orthodox Hindu monk of his time, as his guru but his own discretion was his true guru. He lived a life of a celibate and a devout saint all through out his life.
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#abhilashsahebji #Gurubhushansaheb
#viveksaheb#kabirparakhA shramsurat #satsang

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16 июн 2023

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Комментарии : 70   
@jsrdevesh
@jsrdevesh 16 дней назад
Saheb bandagi saheb ji
@user-in2cx9hg7w
@user-in2cx9hg7w 9 месяцев назад
सर मुख बंदे पारखी शीश भेंट धर हाथ बचन उचारू बंदगी सत्य प्रेम के साथ साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी
@santoahguptasantoshgupta
@santoahguptasantoshgupta Год назад
सप्रेम साहिब बन्दगी साहिब
@user-zw3xe5gn1t
@user-zw3xe5gn1t Год назад
Saheb bandagi Saheb ji. Satya vichar.
@santsharansahu59
@santsharansahu59 Год назад
सप्रेम साहेब बन्दगी साहेब 💐💐💐
@ratthulalsahu1660
@ratthulalsahu1660 Год назад
Saheb bandagi Saheb,
@rajinderchandel9094
@rajinderchandel9094 Год назад
सदगुरु श्री सनाथ साहेब, इतिहासकार, विद्वान,लेखक, क्रान्तिकारी संत है, साहेब जी के चरणों में साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी
@kabirdariya_31
@kabirdariya_31 Год назад
चार गुरु संसार में , धर्मदास बड़ हंस। मुक्तिराज उनको दिए, अटल ब्यालीश वंश।।🌺🙏🌺 मेरे हृदय मंदिर के आराध्य सदगुरू कबीर साहेब जी को अनंत कोटि बंदगी। पंथ श्री हुजूर प्रकाश मुनि नाम साहब जी के पावन चरण कमलों में सप्रेम साहेब बंदगी साहेब 🌹🙏🌹
@dadubhaidharojiya5632
@dadubhaidharojiya5632 Год назад
ક્યાં ચાર ગુરુની વાત કરો છો નામ બોલો એના અને ક્યાં સ્થાને એમના આશ્રમ કે કોઈ પુરાવા છે બતાવો
@Sadgurukabir697
@Sadgurukabir697 Год назад
मुक्ति का ठेका लिया है पूरा बियालिश बंस
@kabirdariya_31
@kabirdariya_31 Год назад
देखिए कबीर साहेब जी और धर्मदास साहेब जी की बहुत से भजन में चौका आरती के बारे में बात की है। और प्रकाश मुनि नाम साहब जी ने कहा है की कोई भी व्यक्ति अपने कर्मो से सतलोक पाएगा।।
@kabirdariya_31
@kabirdariya_31 Год назад
@@Sadgurukabir697 और वे ठेका नही लिए है, वे तो बस कबीर साहेब की वाणी वचन को लोगो के प्रचार प्रसार कर रहे हैं..... और कबीर साहेब जी के लिए काम कर रहे है। और ठेका तो लोगो का अपना खुद लेना पड़ेगा, अपनी कर्म से लोग सतलोग जायेंगे
@dharamdas356
@dharamdas356 11 месяцев назад
That's all fake narrative. Read and understand Bijak by Sadguru Kabir.
@prsahu4323
@prsahu4323 Год назад
साहेब बँदगी साहेब आप कहते हैं सदगुरु कबीर साहेब और धनीधरम दास जी साहेब समकालीन नही थे और अभिलाष साहेब जी कहते है सदगुरू कबीर साहेब जी के सानिध्य पाकर धरमदास जी का जीवन पूरा कबीरमय हो गया था सो अटपटा लग रहा है
@ramphoolmeena6968
@ramphoolmeena6968 Год назад
दादूराम सत्यराम राम भेज सो ऊतरे पार दादू भेजे सो ऊतरे पार संत कबीर साहेब कि जय हो संत रैदास जी महाराज कि जय हो संत श्रीरोमणी दादूदयाल माहाराज कि जय हो गुरु नानक देव जी महाराज कि जय हो सभी संतों महन्तो कि जय हो और से रामफूल माहाराज बारवाल ठीकाना बामनवास तहसील बामनवास जिला गंगापुर सिटी राजस्थान से
@mahantkarunakardassji5068
@mahantkarunakardassji5068 3 месяца назад
जिसमें जो करती होता है मैं कबीर पंथ है मैं किसी और का पंथहे
@LalitLodu-nh3cu
@LalitLodu-nh3cu Год назад
साहेब बंदगी साहेब गुरु देव 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌻🌻🌻
@jsrdevesh
@jsrdevesh 4 месяца назад
Saheb bandagi saheb 🙏🙏🙏
@user-fs6qk1vy4h
@user-fs6qk1vy4h Год назад
सच तो ये है कबीर साहेब जी के वाणी वचनों के अनुसार ये कथित पारखी साकट की श्रेणी के अंतर्गत आते हैं, जिसका अर्थ नास्तिक होता है_ साकट के घर कर्ता धर्ता, हरि भक्ता के चेरी हो। ई माया रघुनाथ की बौरी, खेलन चली अहेरा हो। और गुरु ग्रंथ साहिब में कबीर साहेब जी की एक साखी में साकट का अर्थ और स्पष्ट कर दिया है_ वैष्णव की कुकुरी भली, साकट की बुरी माय। वो नित सिमरे हरि नाम जस, वो पाप बिसाहन जाय।। नास्तिक कपूत जनकर, वो पाप कमाती है 😥
@KabirBhajan-Koiripur
@KabirBhajan-Koiripur Год назад
साहिब आपको बहुत-बहुत धन्यवाद बहुत अच्छा साहब बहुत बढ़िया साहब आपको बार-बार बंदगी साहेब बंदगी🤲🤲
@vinodbhaimakwana720
@vinodbhaimakwana720 Год назад
पारख निष्ट संत श्री रामरहस साहेब रचित पंचग्रथी में चौंका आरती का विधान नहीं है, साहेब बंदगी
@mskabirenterprises4620
@mskabirenterprises4620 Месяц назад
Saheb badagi saheb ji
@mskabirenterprises4620
@mskabirenterprises4620 Месяц назад
Saheb badagi saheb Dr.B.L.Gurudyal MD
@Singham-
@Singham- 9 месяцев назад
Pothi padh padh Jag mua Pandit Bhaya Na Koi Dhai Akshar Prem Ka Pade so pandit Hoi Saheb ji Pandit mat bnao Prem Ka paath sikhao 😮😮 साहेब जी एक सखी काफि है अमर लोक जाने के लिए❤❤❤
@shashibhusanbaba4196
@shashibhusanbaba4196 Год назад
सुन्न संध्या तेरी देव देवा, करि अधिपति आदि समाई |सिद्ध समाधी अन्त न पाया, लागी रहे शरनाई ||लेहु आरती हो पुरुष निरंजन, सद्गुरु पूजहूँ भाई |ठाढ़ा ब्रम्हां निगम बिचारे अलख लखिया नहीं जाई ||तत्तू तेल नाम किया बाती, दीपक देह उजयारा |ज्योति लाय जगदीश जगाया, बुझे बुझन हारा ||पंचे शब्द अनाहद बाजे, संगे सारंगपानी |कबीरदास तेरी आरती कीनी, निरंकार निर्वानी ||पद्यार्थ -:हे देवो के देव आदिप्रभु!शून्य में सामकर मैं तेरी संध्या उपासना करता हूँ |सिद्ध पुरुषों ने तेरे अन्त को नहीं पाया |वे तेरी शरण में लगे रहते हैं |हे मायातीत पुरुष!आरती ग्रहण करो |खड़े -खड़े ब्रह्मा वेद का विचार करते हैं, अलख देखने में नहीं आता | देह का दीपक, सार तत्व चेतन धार का तेल और नाम की बत्ती का प्रकाश है | इस ज्योति की लपट से
@shashibhusanbaba4196
@shashibhusanbaba4196 Год назад
परमात्मा जगदीश को जगाया अर्थात प्रत्यक्ष किया, इस विषय को बुझने वाला ही बुझता है | अपने संग में सर व्यापी विष्णु है और पांच अनाहद नाद बजते हैं |हे मुक्तरूप निराकार प्रभु!कबीरदास तेरी आरती क़ी |
@hardevdasvaishnav
@hardevdasvaishnav Год назад
Hi
@sushilapatel1658
@sushilapatel1658 4 месяца назад
साहेब देह छोडनेके बाद धर्मदास को मिले थे ओर तब आरती विधान बताया था ।
@dadubhaidharojiya5632
@dadubhaidharojiya5632 Год назад
આપકી બાત સચ હૈ
@shivbahadurverma6240
@shivbahadurverma6240 Год назад
परम पूज्य सदगुरु देव जी आपके पावन चरणों में मेरी कोटि कोटि सादर सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
@dharamdasmalviyakabirpanth5000
क्या जानते हो आप कबीर पंथ के बारे में
@kabeerashramdevri
@kabeerashramdevri Год назад
🤔🙏🙏🙏
@amrusahu862
@amrusahu862 Год назад
कबीर पंथ का महत्व समझा ही नही है लोग ।यदि इस पंथ मे हो तो किसी तरह गलत उपदेश नही देना चाहिए। लोग सही गलत समझकर किसी भी संस्था मानकर दीक्षा ले सकते है। जहां उसे सत्यता दिखे।
@dharamdas356
@dharamdas356 11 месяцев назад
सद्गुरु कबीर साहेब सत्य पथ के राही रहें और उनके अनुयायी को भी उसी रस्ते में चलना चाहिए।
@laxmandas5856
@laxmandas5856 10 месяцев назад
गजब का उधरं देते है साहेब क्रांति करी बिचार साहेब बन्दगी🙏🙏🙏
@user-ju5bn8fc7v
@user-ju5bn8fc7v 11 месяцев назад
ગયાની ગુની સુર 😅2:3
@karansingh-dd9nh
@karansingh-dd9nh Год назад
कोई भी धर्म गुरु ये नहीं कहता कि केवल पान परवाना लेकर ही आवागमन के बंधन से मुक्ति मिल जाएगी |
@manojkabir2030
@manojkabir2030 8 месяцев назад
Vanshvyalish se bhatak kr khin jgh nhi hai ye parkhi ki bhasha vol rhe hain kuch tatha khathit pustak pdkar gyan de rhe hain dharamdas saheb k hasth likhit granth aaj bhi surakshit hain praman k sath Saheb bandgi saheb
@akshatbharti5187
@akshatbharti5187 Год назад
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
@yogeshkadyan7792
@yogeshkadyan7792 8 месяцев назад
इस उम्र में आकर भी तुम्हारे दूषित विचार हैं, पक्की बात है तुम भयंकर रूप से सद्गुरू कबीर साहब स्वरुपी वंशगुरुओं से बहुत ईर्ष्या रखते हो। सत्य जाने बिना तुमने अपना जीवन यूं ही बर्बाद कर लिया, क्यों भोले भाले लोगों को बरगला रहे हो।
@ranjanyadav8060
@ranjanyadav8060 Год назад
Ak ram ghat ghat me dole ak ram raja dasrath Ghar bole AAP Kis Ram ko mante hai
@nageshwarpaswan7960
@nageshwarpaswan7960 7 месяцев назад
Kabir sahab.sambat1455m aaye dharm das 1465 m aaye
@crickettak5421
@crickettak5421 Год назад
saheb ji number chahiye hame
@nareshgujjar6389
@nareshgujjar6389 Год назад
Kabir ka Gyan ka pata nahi vhugalkhore karte rahte he jeev sansar me kyon Aya Kahan jayaga koe Gyan nahi char daag se kabir nyare ajar amar sarir maluk daluk kahat he simro Satya kabir
@user-rw4dj6ov8d
@user-rw4dj6ov8d 9 месяцев назад
🙏🙏🙏🌹🪔🇮🇳
@KAJALKUMARI-ob9ry
@KAJALKUMARI-ob9ry Год назад
Kisi ramanandi ne chokka aarti ka nirman karaya hoga sahab bandagi
@satyanaamgroup1291
@satyanaamgroup1291 4 месяца назад
पूरण साहेब तो ताज शैली लगा कर चौका आरती करते थे
@birsingh1420
@birsingh1420 8 месяцев назад
कोई अध्ययन नही किया आपने, बस ईर्ष्या बस सब कह रहे हो ।
@bdmcgcreative899
@bdmcgcreative899 Год назад
Sabse abujh prani to Jo pravachan de rha hai vo hai
@dharamdasmalviyakabirpanth5000
कुछ भी मन से बनाई बाते बोले जा रहे हो
@bdmcgcreative899
@bdmcgcreative899 Год назад
Jo chouka arti ko tamjham bolte hai
@ganitverma-kx5kl
@ganitverma-kx5kl 11 месяцев назад
मंहत महावत चौधरी कांगो अरु कोतवाल, इनकी मुक्ति न होई है जन्म लेय सौ बार। हमें तो ‌कड़िहार चाहिए, आरोप प्रत्यारोप भ्रम फैलाने वाले साधु संत नहीं चाहिए।
@sudhirsaheb
@sudhirsaheb 9 месяцев назад
सिद्ध भया तो क्या भया , चहुं दिस फुटी वास। अंतर वाके बिज है फिर जामन कि आश।। -- पढन लिखन सब चातुरी यह सब काम सहल। कम दहन मन थीर करी गगन चढन मसकल।। -- बीजक बतावत बित को जो धन गुप्ता होय। ऐसा शब्द बताहूं जीव को बुझत विरला कोय।। -- कबीर साहब क्रान्तिकारी ही नही , अध्यात्म वाद नहीं, बल्कि रहस्यमय वाद है (थे)। -- पढ- पढ कर पत्थर भया , लिख- लिख भया है चोर। जो पढ़ने से साहब मीले वह पढ़ना कछु और। -- एक पान बढयी का जो हाटे हाट बिकाय। एक पान सद्गुरु का जो, अमर लोक ले जाय।। -- पान परवाना, चौका अआर्ती यह एक रहस्य ही है आप तो बिजक पढे ,, बिजक कहां है, बिजक ग्रथ कि----😊 कबीर पंथी उलझे हुए। --- चतर्भुज, सहतेज बंकेज के बिना , धर्मदास कि गरुवाई नही चल सकती। आज भी है --- हिरंम्बर अंस --
@kabirdariya_31
@kabirdariya_31 Год назад
ये आप कबीर पंथ के, बारे में अफवाफ न फैलाए
@vinodbhaimakwana720
@vinodbhaimakwana720 Год назад
ज़रा ये भी बता दीजिए क्या अफवाह फैलाते हैं हमें भी पता चले।
@kabirdariya_31
@kabirdariya_31 Год назад
तरसल इनका कहना है, की कबीर पंथ में चौका आरती जैसे कोई चीज नही, और धर्मदास साहेब कबीर साहिब जी के परम शिस्य नही थे, तो कितनी सारी कबीर साहेब के साखी, वचन, दोहे में धर्मदास साहेब और चौका आरती के बारे में बात की गई है।
@rameshmahant6090
@rameshmahant6090 3 месяца назад
आप चौका आरती का विरोध कर रहे है
@giridharidas9275
@giridharidas9275 Месяц назад
Aap log kabir pant par chouk aarti ka bharam phila rahe hai .aap ko kuch malum nahi hai.
@pushpraj9770
@pushpraj9770 11 месяцев назад
कबीर साहेब का जन्म सन 1398 विक्रम संवत 1455 धरा धाम से जाना 1494 धर्मदास जी का जन्म 1405 इंटरनेट पर दिखाया जाता है सत्य क्या है परमात्मा जान ऐ साहिब बंदगी
@amrusahu862
@amrusahu862 2 месяца назад
कालदूत भ्रमित करने लग गये
@RahulKumar-lp3xu
@RahulKumar-lp3xu 3 месяца назад
Apne kabhi apne ander ko anobho karo
@ramcharanmeena2324
@ramcharanmeena2324 Год назад
Bakvas afvah
@sushilapatel1658
@sushilapatel1658 4 месяца назад
बिलकुल बकवास ।
@anupsahu9231
@anupsahu9231 23 дня назад
अपनी अपनी डफली अपनी अपनी राग आपका बकवास अपने पास रखें।
Далее
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