शंकराचार्य के महान पद पर आसीन होने बावज़ूद माननीय गुरुवर छोटी बच्चियों को कितने प्यार और सरलता से इतनी गूढ बातें समझा रहे हैँ!!!! धन्य हैँ हम उन्हें अपने बीच पा कर, श्रवण कर... प्रणाम 🌹🙏🌹
वेदाहं समतीतानि वर्तमानानि चार्जुन | भविष्याणि च भूतानि मां तु वेद न कश्चन || 26|| vedāhaṁ samatītāni vartamānāni chārjuna bhaviṣhyāṇi cha bhūtāni māṁ tu veda na kaśhchana...(ShriBhagwadGuta,Ch7/26 shlok)...meaning, Translation BG 7.26: O Arjun, I know of past, present, and future, and I also know all living beings; but Me no one knows. Commentary In this verse, God declares that He is trikāl-darśhī-knower of the past, present, and the future. Most of us are forgetful of even what we were thinking a few hours ago; whereas, God is omniscient.📿📿📿📿📿📿📿📿📿📿📿📿📿📿 🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🍯🍯🍯🍯🍯🍯🍯🍯🍯🍯🍯🍯🛖🛖🛖🛖🛖🛖🛖🛖🛖🛖🛖🛖🛖🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚
माननीय गुरूदेव जी रंग रूप तो प्रकृति का सौंदर्य बौध करवाता है लेकिन गुरूदेव मनुष्य के अन्दर आध्यात्मिक रंग सत्य न्याय धर्म का होना आवश्यक है भारतीय सुभाष सेना राष्ट्रीय मनोवृत्ति पर कार्यरत है जय हिंद जय सुभाष जय भारतवर्ष। ।
*पूज्यपाद अनंत श्री विभूषित उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य भगवान स्वामी श्री 1008 अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज की जय हो* *शरणागत का दंडवत प्रणाम स्वीकार करो भगवन*। 🙏🏻🌸🚩🙏🏻🙏🏻🙏🏻 कल्याण करो भगवन🙏🏻🙏🏻🙏🏻
पूज्य गुरुदेव अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने सहज भाव से विद्यार्थियों के प्रश्नों के जवाब दिए। उनके जवाब सटीक लगे और तरीका यह रहा कि हास्य और विनोद भी चलता रहा। आनंद की सृष्टि हुई। शिक्षक छात्र संवाद भी ऐसा ही सहज विनोदप्रिय और आनंदमय होना चाहिए।
🦜19/05 L🦜हरि शरणं नमो नारायणाय 🦜नमोऽस्तु ते देववर प्रसीद अनन्त! देवेश! जगन्निवास! 🦜जय श्री कृष्ण जय श्री राम 🦜(इचलकरंजी महाराष्ट्र)🦜2023🦜 BHARAT - INDIA 🦜
प्रारंभ में गणेश, सूर्य, विष्णु, महेश,और माँ भगवती कि पूजा, अर्थात पाँच तत्वों के अधिपतियों कि पूजा, क्रमशः यही व्यवस्था आदि काल से सनातन धर्म कि रही है, जो वैज्ञानिक है। और अंत में सगुण साकार स्वरूप श्री राम जी के चरित्र का वर्णन, यही दर्शाता है कि स्वामी जी द्वैत, और अद्वैत वाद को एक ही दृष्टि से देखते हैं। अर्थात उसमें कोई भेद नहीं देखते हैं। 🌷🙏🌷
#WeSupportShankaracharya #StopHateAgainstShankaracharya #ShankaracharyaIsTheOriginofDharma #ले_पाते_ना_हम_राम_का_मंदिर_बिना_शंकराचार्य_के शिवमयी शुभसँध्या सत्यम शिवम सुंदरम सत्य सनातन धर्म की जय हो #गौमाँ_हत्या_बन्द_करे_सरकार #Save_Gaumata #FreeTemples हर हर महादेव।जय माँ। 🙏🔱💐
Pranam bahut bahut , ye itna acha move hai bacho se connect karna. Bahut hi avashyak step hai . Shradhey Swami ji , apse dheere dheere hum bhi seekh rahe hai apne sanatani parampara. Itna gap kyu aa gay tha is connection me. Fir bhi ab jo fir se arambh ho gaya hai bahut hi acha ho raha hai. Pranam
🦜यतो हरिर्विजयः श्रीर्गुणास्ततः!!🦜 "भावार्थ" जिस पक्षमें श्रीहरि हैं,उधर ही विजय, लक्ष्मी और सारे गुण निवास करते हैं!!🦜पूज्य श्री संत चरणों में साष्टांग प्रणाम.🦜(इचलकरंजी महाराष्ट्र)🦜19/05/23🦜
बच्चों के साथ साथ हमारे भी मन के प्रश्नों का अदभुत सम्यक् एवं संतुष्टि पूर्ण समाधान किये भगवन आपने मेरे राम जी 🙏 सत्य हैं यदि संत न होते इस संसार में तो जल जाता संसार 🙏
HH Shankaracharya esteemed ancient Peeths of Sanatan Civilization are known for their knowledge & intelligence to guide and defend Hinduism and Sanatan society towards positivity and prosperity since 3000 years and all sensible and intelligent Hindus will follow them for ever..❤❤❤❤❤ This Mahabharat is now between below peoples - 1. Political Andhbhakt Hindu (Mix Maleech Breed who only follow leaders). 2. Religious Sensible Hindus (Traditional Pure Breed who follow Gurus & religious scriptures).. Jai Sanatan ❤ Jai Shankara ❤
Dhanya ho gaya Bahut jaroori hai nayi generation ko simple method se dhram k saath joorne ki Adbhut tarikay se dhram aur science k beech ki shanka ka nivran yeh ingit karta hai ki vedon upnishido me her shanka ka nivaran hai bus margdarshan karne wale ved vidhaan k gyata ho aur tarqsangat shastrsmat nitisamat baat kehna jaante Ho Hamari kismat ki shankracharya jaise dhram dwaza wahak hamare margdarshak hai 🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुदेव जी के श्री चरणों में सादर प्रणाम एक सवाल हमेशा मेरे मन में उठता है की अंग्रेजो ने अपने काल में हमारी गुरुकुल व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया और अपनी व्यस्था कायम की आजादी के इतने समय बाद भी हालत ये हैं की जो सिक्छा दी जा रही है उससे आने वाली पीढ़ी का जीवन निर्वाह मुश्किल दिखता है और धर्म के प्रति भि लोगो की समझ कम होती जा रही है क्या करना है और क्या नहीं ज्यादा तर लोगो को इसका ज्ञान नही सासन तंत्र से तो कुछ उम्मीद नही परंतु इस पर साधु मत क्या है जिससे आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित हो सके क्या गुरुकुल व्यवस्था बड़ेपैमाने पर पुनः स्थापित की जा सकती है? जिससे लोगो का आध्यामिक बौद्धिक विकास हो सके ।
जय श्रीराम** हे महाभाग , हे सर्व ज्ञानी, हे शिव जी के आचार्य ! क्या कभी भगवान शिव जी के ध्यान और समाधि के बारे में सुना है आपने ? कभी कुंडली ऊर्जा का नाम सुना है? आपके वर्तलाप से ऐसा प्रतीत होता है कि सभी विद्यार्थियों को शंकराचार्य बना कर ही मानोगे।