सच्चे अर्थों में संत , संत श्री मुरलीधर जी महाराज के चरणों में सादर नमन्। बहुत से लोग राम कथा का गायन करते हैं राम का नाम तो हर तरह से सुखद होता है लेकिन आपके मुखारविंद से रामकथा सुनते समय स्वयं को श्री राम जी के श्री चरणों में समर्पित पाता हूँ। मैं धन्य हुआ। 🙏🚩🎉
माननीय मुरलीधर जी को गजानंद पारीक का बारंबार प्रणाम आपकी नित्य प्रार्थना बहुत अच्छी लगती है नित्य प्रार्थना सुनकर मैं गदगद होता हूं ऐसा लगता है कि मैं आपकी वाणी को सुनता ही रह जाऊं
बहुत अच्छी है भक्ति आपकी और मुझे भी अच्छी लगती है आपकी भक्ति जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय बालाजी महाराज की जय हो
आप सब दीर्घायु हो खूबसूरत आभार अभिनंदन आप सदैव चिरंजीवी रहो आयुष्मानरहो आप सबको नमन वंदन जय जय श्री राधे राधे जय हो मुरलीधर जय हो जय जय श्री उमापति महादेव की जय हो श्री हरिःशरणम श्री हरिः जय हो जय श्री मुरलीधर आप कि जय हो 🙏🙏🙏
*चलो,अपने विवेकका परीक्षण कर लें!* 🕉️🌐✝️🌐☪️ हम *"किसी के कहने पर -"* मोरारीबापूको, ज्ञानस्वामीको, कानजीस्वामीको, जयदयालजीको, हनुमानप्रसादजीको, गोस्वामीजीको, मौलवीको, पादरीको आदिको तथा उनके ग्रन्थों और भगवान को मानते/सुनते/पढ़ते हैं.. रामसुखदासजीने कहां है कि अपनी बुद्धिसे भगवानको और सच्चे सन्तको हम पहेचान नहीं सकते हैं! अब विश्व क्या करें?? तब हितैषी सन्तोंने गर्भित बात कहीं कि - "जैसे भगवान क्या हैं - इसे खुद भगवान भी नहीं जानते, ऐसे ही शरणानंदजी क्या हैं - इसे खुद शरणानंदजी भी नहीं जानते!" *बिना सम्बन्ध जोड़े, अपने अनुभव का सार, वेबसाइटसे, free में देने वाले, शरणानंदजीके साहित्यमें लगानेके लिए क्रांतदर्शी रामसुखदासजीने जितना जोर दिया हैं ; जैसे शब्दोंका इस्तेमाल किया हैं, उतना जोर और वैसे शब्दोंका इस्तेमाल किसी और के लिए दिया या किया हो तो साबित करो!!* अहैतुकी कृपा करनेवाले रामसुखदासजीकी बात राजा भोज जैसी हैं और संप्रदाय-मझहबकी बातें गंगू तैली जैसी हैं.. *अपने विवेकसे कसौटी कर के देख लीजिए..👇👇🏿* *www.swamisharnanandji.org* 📚 *आँखे खोलनी पड़ती है रोशनीके लिये,,,,* *सिर्फ सूरज निकलनेसे अँधेरा नहीं जाता.*
सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम सीता राम राम राम
पूज्य महाराज जी, बहुत समय से आपके व्दारा टीवी पर श्रीराम चरित मानस सुनने का सौभाग्य मिला है. आपसे अनुरोध है कि, जिस तरह हिन्दू धर्म खतरे में है इसको बचाने की प्रेरणा भी श्रोताओं को देंगे तो लोग जागरूक होंगे. 🙏🙏