जाऊ मेरे सतगुरु को बलिहारी बंधन कार्ड किया जीव मुक्त सारी विपरीता निवारी
वाणी सुन्नत बहुत सुख पाया दुरमति गई हमारी भरम कर्म का संसा मेटिया दिया कपाट उगाडी
माया ब्रह्म का भेद समझाया सो हम लिया बिचारी आदि पुरुष गट भीतर बैठा माया को दीवी विडारी
दया करी मेरे सतगुरु दाता पल में लियोउबारी भवसागर से डूबत तारिया ऐसा पर उपकारी
गुरु दादुसा के चरण कमल पर मेलो शीश उतlरी और चीज क्या आगे मेंलूं सुंदर भेंट
तुम्हारी जाऊं मेरे सतगुरु को बलिहारी
11 окт 2024