मायावी पाश्विक मोहिनी शक्ति से बद्ध जीवात्माओं के कर्मबन्धन को दिव्य ज्ञान प्रकाश चक्षु से मुक्त कर जीवन मुक्ति का पथ दिखलाने के लिए गुरु जी का आभार; विकास भाईजी को धन्यवाद. बेहद की परम शांति.
🙏🛐 जीवमें चेतना होता हे । शिवमें चैतन्य होता हे । जीव आध्यात्मिक साधना से शिव बन जाता हे , चेतना से चैतन्यके स्थितिमें पहुँच जाता हे , ईसीको योग ( ReLigion , + ) कहते हे । पशु का अर्थ अज्ञान , जीव । पति का अर्थ ज्ञान , शिव । पशु + पति = पशुपति , योगी । पशुपति + नाथ ( स्वामी ) = पशुपतिनाथ , योगीयोंका भी योगी ।
खूब ध्यान से सुनता हूं ईश बचन, इन सर्वश्रेष्ठ सनातनी भारतीय आचार्य/सद्गुरु के मुखार्विंदोंसे, मन भी नहीं भरता, बस उनके महिम बने चरणों का बार-बार वन्दन है, हर जीवन को एक नया मोड़ देने पर। विकास सर् , आप भी कम नहीं, अपना भी आशीष दे , प्रणाम स्वीकारें।
Har Har Mahadev🙏Jeev agyan me kyo pada bhagvan ne jeev ko aisa kyo banaya ki vo agyan me pad jaaye aur padne k baad to dekh hi rhe hai anadi kaal se kashta bhog rhe hai ...
शिव जीव की कोटि के नहीं हैं शिव के अतिरिक्त सभी देवता ब्रह्मा विष्णु महेश और इनके अतिरिक्त सभी देवता जीव की कोटि में आते है यानी ये सभी शिव की बनाई हुई रचना है l शिव ही ईश्वर है उसको किसी ने नहीं बनाया वो आदि से है और अनंत है l वही महादेव है यानी देवो का देव वही हैl जिसके पास जो भी शक्ति है उसी की दी हुई है l वो एक है उसके समकक्ष कोई नहीं l उसके अनेक सुन्दर नाम है l वो ना किसी की सन्तान है ना उसकी कोई सन्तान है l वेदो में साफ़ लिखा है कि इश्वर को सन्तान ग्रहण करना या पत्नी रखना उसकी गरिमा के विपरीत है l इस्लाम भी उसी ईश्वर में विश्वास करने का आदेश देता है और उसको दूसरे देवी देवता के समान मानने से मना कर ता है इस्लाम में इश्वर के समकक्ष किसी को मानना या उसको जीव की कोटि का मानना सबसे बड़ा पाप माना जाता है इस पाप को इस्लाम में शिर्क कहते है और इस पाप को सबसे बड़ा पाप इसलिए माना जाता है कि मनुष्य की यही गलती या पाप समस्त पापो का मूल्य कारण माना जाता है l
🙏🛐 माँ भी शिव हे । पिता भी शिव हे । शिव - ई ( ईश्वर तत्व ) = शव चेतना हे पर चैतन्य नहीं हे तो जीव शिव होते हुए भी शव हे । सिर्फ नाम शिव होने से जीव शिव होते नहीं । शिव चैतन्य स्वरुप हे । शक्ति करुणा स्वरुप हे । माता करूणा स्वरूप , शक्ति हे । पिता चैतन्य स्वरुप शिव हे । जय श्री राम । ♥️🕊️🔔🌏️
Jeev ko aisa banaya hi kyo ki usk andar unse barabari krne ki ichchaa aye aur vo Kashta bhogne k liye badhya ho ... Kisi jeev ka swayam se koi dwesh nahi hai sbhi ko kashta bra lagta hai pr bhi jeev kashta paata hai ...