भाई साहब बहुत बहुत धन्यवाद। बच्चपन में मैक्स कैसेट में फिलीपींस के रिकार्ड से सुनते थे।नयन साहब आप नयनों में समा गए हैं। और एक रागनी राजकिशन की आवाज में नल दमयंती के किस्से से बहुत देर का अरसा होगा।ये रागनी जब हम जवा होगें के रंग में गा रखी है।हो तो यु ट्यूब पर डाल दो
यह.गायत्री मंत्र राजकिशन सांड यह बोल थे मोहम्मद रफी भी फेल इसे इसे कहते थे जग्रनाथ का मंत्र राजकिशन सांड न जिस किस्सा क हाथ लगया उसी का दुध बलोदिया यह था जग्रनाथ जगाने वाला