सभी तरह की दलहनी फसलों में लगने वाला अति गंभीर फफूंदी जनित विल्ट रोग (जिसे म्लानि, उक्ठा चटका या मुरझा के नाम से जाना जाता है) फ्यूजेरियम ओक्सिस्पोरम नामक फफूंदी के कारण होता है जो कि दलहनी फसलों को 5-100% तक हानि पहुंचा सकता है. इस रोग की प्राथमिक अवस्था में पौधों की पुरानी पत्तियाँ और बाद में नयी पत्तियां मुरझा कर पीली पड़ने लगती हैं। पौधे बौने रह जाते हैं. रोग की अग्रिम अवस्था में पूरा पौधा सूख़ जाता है. जड़ के पास तनों को फाड़ कर देखने पर अंदर काले, कत्थई या लाल रंग के धागों जैसे कवक दिखाई देते हैं। इस विडियो में हमने इस रोग के कारण, लक्षण और नियंत्रण के बारे में विस्तार से बताया है. इस विडियो को बनाने का उद्देश्य केवल किसानों को शिक्षित करना है जिस से वो दलहनी फसलों में रोग के लक्षण देख कर उसका सफलता पूर्वक नियंत्रण कर सकें. इस विडियो में इस रोग को नियंत्रित करने की तीन विधियां (कल्चरल नियंत्रण, रासायनिक नियंत्रण एवं जैविक नियंत्रण) बताई गयी हैं. अगर किसान तीनों विधियों का अनुसरण करे तो इस रोग से पूरी तरह से मुक्ति पा सकते हैं.
#विल्ट #म्लानि #उक्ठा #चटका #मुरझा
#फ्यूजेरियमओक्सिस्पोरम #दलहनी फसलें
24 сен 2024