" आदमी नंगा भी रह सकता है परन्तु मुर्दे को नंगा कैसे विदा किया जाए..."
'दुःख का अधिकार' || a story by यशपाल || स्वर - आशा रघुदेव
जन्म -- 3 दिसम्बर 1903, फिरोजपुर छावनी
अवसान -- 26 दिसम्बर 1976
यशपाल हिन्दी के प्रमुख यशस्वी लेखकों में से एक हैं| वे राजनीतिक और साहित्य दोनों ही क्षेत्रों में समान रूप से सक्रिय थे| इन्हें साहित्य तथा शिक्षा में अमूल्य योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा 1970 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था|
यशपाल की कुछ प्रमुख प्रकाशित कृतियाँ-
उपन्यास --
दादा कामरेड 1941
दिव्या 1945
झूठा सच 1960
कहानी संग्रह --
पिंजरे की उङान
वो दुनिया
तर्क का तूफान
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14 янв 2024