बहुत ही सुंदर प्राकृतिक दृश्य देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा प्राकृतिक ग्रामीण जीवन कितना कठोर होता है ऐसी बातों में जीवन यापन करना कितना सुंदर लगता है यह सब देखकर बहुत ही आनंद आया है यह वीडियो आप का बहुत ही सुंदर लगा है
कुछ घंटे लोग हैं जो यहां पर भी राजनीति कर रहे हैं चमचे लोग कभी नहीं सुधरेंगे अभी कढ़ाई में कभी कटोरी में कभी गिलास में जहां रहेंगे उसे जगह को खाली कर देंगे
Kitna saada jivan h en logo ka kitni mushkil mai bhi kitne khush h ,enko dekh kar aisa lagta h h ki jivan to yahi acha h thodi mushkil to h par har hadl mai ye log aaram se hadhi Khushi es jivan ki ache se je rahe h ,,
यहां पर संघर्ष पर वास्तविक जीवन तो यही है और कोई दिखावा नहीं कोई मानसिक परेशानी नहीं शहरों में दिखावे के कारण ही मानसिक परेशानियां है जो सभी दुखों का कारण है जीवन यही है
कितने भी दूर क्यों न हो पीहर जाने के लिए दूर नहीं लगता आखिर मां पापा से मिलना भी जरूरी है , बहुत ही सुन्दर नजारा चारों ओर हरियाली पहाड़ देखने को मिला धन्य हो भाई आप को धन्य है वहा के लोग 🙏🙏
जितना आनंद होता हे उतना हि कठिण जीवन होता है गाव का हम जब छोटे थे स्कुल को छे किमी चलके जाते चलके आते थे शामको वापस आज के दिन तो बहुत सुविधा उपलब्ध हो गया है रास्ते बन गये नयी गाडीया आ गया
हम भी कभी उत्तराखंड के पहाड़ों में पैदल चलकर 10 / 12 किलोमीटर चल लेते थे स्कूल ही 10 किमी दूर स्थित था आज रोड आने से सुविधा हो गई बाकी काम पैदल ही होते हैं बोझा सिर में लाते हैं काफी संघर्ष है पहाड़ में ❤❤❤
आपका कार्य सहरानीय हैं । सरकार को चाहिए कि ऐसे स्थानों को एक रमणीक स्थान बनाये ताकि इनको अच्छा रोजगार का साधन मिल सके ।आप ऐसे स्थानों को सामने लाते हैं इसके लिए थैंक्स❤❤❤