पुरोहित पंडित धर्म का व्यापारी,श्राद्ध करने से मुक्ति मिलती हैं क्या? संत रमा शंकर साहेब,shraaddh #shraddhkarm #pinddan #पिंडदान #ramashankarsaheb #krantikaripravachan #kabirpravachan #rajupardesibhakti
जो सही बात कहे वो विरोध है धर्म सिर्फ नाम है एक ही समुदाय को श्रेष्ठ और बाकी सबको नीच बनाता ये धर्म नही पाखंडी धर्म है। सिर्फ ओबीसी, sc का पैसा लुटता है।और मानसिक बीमार करता है। ये सिर्फ ब्राह्मण धर्म हो सकता है। सिर्फ सिर्फ ब्राह्मणों के हित में है ये धर्म कबीर पंथी लोग सही कर रहे है ।
।।पद्य रचना।।परम भगति स्वतंत्र सकल सुख खानी, बिन सतसंग ना पावहि प्राणी।।00।।लिखा पढी की है नही, ना देखा देखी बाता, हमने जाना परमधाम का सुप्रकाशा। सारशबद अखण्ड धुन की चित्त मे अनुभूति से, परममोक्ष का जीवित पाया निवासा।।01।।आदि राम नाम अखण्ड धुन की चित्त मे जो धारे आशा, ताहि ना लगे काल की फांसा। आदि राम नाम अखण्ड धुन निःअक्षर है भाई, ताहि नाम से हंसा परलोकहि जाई।।02।।काया मध्य स्वांसा है, विशेष स्वांस मध्य शबद धुन झनकार। सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जब रमण करे, निश्चित सतलोक पाऐ निवास।।03।।देख कबीरा दंग रह गया, मिला ना कोई मीत। मंदिर मस्जिद के चक्कर मे, भूल गए भगवंत से प्रीत।।04।।सत साहेब बंदगी का अर्थ क्या होता है, परमप्रेम को हमने जाना। सत साहेब का अर्थ परमपितामह, और बंदगी का अर्थ प्रार्थना, प्रणाम, वंदना।।05।।सतगुरु सतपुरुष कबीर सुजान है, चारो युग प्रमाण। झूठे देही गुरुआ मरते रहे, बनते रहे भूत पिशाच मसान।।06।।,,सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,🙏🏻🌹
साहेब जी आपको कोटि-कोटि प्रणाम करते हैं , आपके जज्बे और साहस को सलाम करते हैं। इस नफ्रती और पाखंडियो और अंधभक्ति के बीच ज्ञान की प्रकाश फैलाने की प्रयास कर रहे है। सहेब जी आपकी बाते सच्चाई और ज्ञान से ओतप्रोत होती हैं। हमारे तरफ से आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और साधुवाद हैं।
सर्व धर्म सदभाव होना चाहिए। धर्म जो धारण करने योग्य हो। मेरी समझ से हमारे सारे अच्छे आचरण, सोच और कार्य सदधर्म हैं, और विपरीत अधर्म। सही लगे तो मानें, गलत लगे तो माफ करें 🙏। मैं कोई बहस नहीं करता।
साहेब बंदगी ,ये सब बाहरी आडंबर से मुक्ति(दुःख से छुटकारा)कतई नहीं मिल सकती है। मुक्ति कैसे मिलेगी इसके बारे में भी तो बताने का कष्ट करें। जहाँ- जहाँ आपलोगों का प्रवचन होता है, खाली एक दूसरे पर छीटाकशी करते हैं। दूसरे मत मजहब सम्प्रदाय का खण्डन करते हैं। कबीर साहब का कितना सुंदर भजन आपने कहा पढ़ो रे मन ओना मासी धं इसी का अच्छी तरह व्याख्या करते तो लोगों को ज्यादा लाभ होता। यहां तो बाहर से चलते बहुत हैं पहूंच ते कहीं नहीं हैं।
वेद पशु गुरु पशु नर पसु वही है जो विचार नहीं करता क्योंकि वेद में भी अच्छी बातें हैं कबीर साहब उन्हें कहा जो सही झूठ विचार नहीं करता क्योंकि कबीर साहब ने बीजक ने कहे है वेद कितेब कह त किन झूठा झूठ जो ना विचारा कबीर साहब वेद की सारी बातों को नकारे नहीं है जो सही झूठ का विचार नहीं करते उन्हें वेद पशु कहे साहेब बंदगी
*एक आदमी अपने कमाई का कितने जगहों पर टैक्स दे* *सरकार को टैक्स देना जरूरी है, राजनितिक पार्टियों को भी कमाई में से ही देना है और तो और अपनी कमाई में से धर्मस्थलों को बनाने तथा उन धर्मस्थलों के रखरखाव के लिए भी देना है* *हमारे पूर्वजों ने अनुशासित जीवन जीने के लिए राजभवनों तथा समस्त विद्याओं की प्राप्ति के लिए विद्यालयों का निर्माण किए* *हमारा तो धर्मपरिवर्तन उसी समय हो गया था जब राजभवनों को मंदिर नाम पर धर्मान्तरण तथा विद्यालयों को मठ नाम पर धर्मान्तरण किया* *शंखासूर विद्याओं का लोप करके अपनी डफली अपना राग का शंख फूंक रहे हैं* *सभी पंथ सम्प्रदाय मजहब, सभी के देवी देवताओं के मंत्र धन प्राप्ति सुरक्षा वाकसिद्धि मारण मोहन वशीकरण स्तंभन उद्वेष्ण उच्चाटन के जाप करने वालों के मंदिर मस्जिद दरगाह चर्च गुरुद्वारे जल प्रलय भूकंप ज्वालामुखी में धाराशयी हो रहे हैं* *मनुष्य धर्मस्थलों को बनाता है धर्मस्थलों की औकात नहीं है कि कोई मनुष्य बना दे* *राम के नाम स्मरण करने मात्र से मनुष्य मुक्त का अधिकारी हो जाता है* *एक महीने में 30 - 31 दिन होता है* *पंडित द्वारा रचित 40 दिन का चालीसा पाठ 40* *सप्ताह में हर दिन के अलग व्रत कथा 7 x 4 = 28* *नवरात्रि 4 x 9 = 36* *पूर्णिमा अमावस्या 2* *एकादशी 2* *अक्षय तृतीया अक्षय नवमी 2* ------------------------------------------------------------------------------- *कुल 110* ------------------------------------------------------------------------------- *ये होम वर्क आपको 30 दिनों तक पंडित जी के देखरेख में करना है* *ऊपर से रोग निवारण ग्रहदोष निवारण पुत्र धन प्राप्ति के लिए जो पंडित जी जितने लाख मंत्रों जाप कराने का बताएंगे उनको भी इसी 30 दिनों के अंदर ही करना है* *पंडित जी को दक्षिणा देकर खुश रखना है नहीं तो सब गुड़ गोबर हो जायेगा* *आप कितना कमायेंगें आपको इन कामों से समय मिलेगा तब न कमाएंगे उसको भी कमाकर पंडित जी को दे देंगें! आप बैकों से लोन लेकर भरते रहिये इनके लिए भी रोज दानपेटी में दान देते रहिए* *4. रक्षा के लिए 👉 मंत्र कवच लक्ष्मी प्राप्ति मारण मोहन वशीकरण स्तम्भन उच्चाटन विद्वेषण की रचना की गई है जो प्रायः सभी देवी देवताओं के नाम पर अनेकों हैं। इतने मन्त्रों, कवचों के रहते गौहत्या अपहरण बलात्कार हत्यायें रोकने के बदले जहां हैं वहीं से पलायन कर रहे हैं,उन्हीं देवी देवताओं के मन्दिर टूट रहे हैं* *महीने दो महीने के भीतर प्रत्येक दिन वार तिथि के प्रत्येक देवी देवताओं की पूजा पाठ, चालीसा पाठ, नवग्रहों के जप विधि विधान, 4 नवरात्रि, अक्षय तृतीया, अक्षय नवमी, एकादशी, त्रयोदशी, अमावस्या, पूर्णिमा, महामृत्युंजय, नवार्ण, द्वादश मंत्रों, शिवचर्चा, वटसावित्री, 18 पुराण इत्यादि 30 + 40 + 9 + 36 + 6 + 5 + 18 = 144 प्रकार के विधि विधान हैं* *बद से बदतर स्थिति में पहुंच जाते हैं* *पंडित जी बोलते हैं लगे रहो यजमान 🤗* *🚩 🏹🌹 जय श्री राम 🙏🌹🏹🚩*
मान्यवर आप के चरणो में कोटि-कोटि नमन मैं आपसे जानना चाहता हूं आपने बहुत अच्छी बात निरंकारी मिशन में भी लोग मीट मछली खाते हैं शिव चर्चा में भी मीट मछली खाते हैं आप कुरान को पढ़ने वाले सबमिट मछली खाते हैं अब आई विल को पढ़ने वाले सब कुछ खाते हैं केवल कबीर जी को मानने वाले मीट मछली नहीं खाते अब आप मुझे बताइए कि इस सृष्टि पर 90% लोग मीट मछली खाते होंगे 10% लोग😊 इस सृष्टि शाकाहारी होंगे अगर मुक्ति उन्हीं को मिला और 90% लोगों को नहीं नीला तू क्या ईश्वर इन लोगों को हुक्का पानी क्यों नहीं बंद कर देते हैं सुधा सारा रस्मो रिवाज गतिविधि से रोक देते हैं अब तक तो इतनी तादाद हो गया कि नरक में भी जगह नहीं बचना चाहिए क्योंकि नर्क नर्क और स्वर्ग आधा-आधा बना नर्क खाली ही है लड़की को तो ओवरलोड हो गया होगा स्वर्ग सुना ही होगा जरा जरा भी विचार यह सारे ब्रह्मांड में कितने प्रतिशत लोग शाकाहारी है अगर मांसाहारी की भक्ति अब आदत नहीं होता तो मुस्लिम इसाई बौद्ध डिस्टिक सीख इन सबों को नहीं मिला hoga केवल शाकाहारी वाले ही स्वर्ग गए होंगे व्हाट्सएप विटामिन ए छोरी है ईश्वर ना तो जाती बनाया कोई मजहब और नहीं बनाया कोई पंथ संप्रदाय नहीं कोई ऊंच-नीच नहीं बनाया केवल इंसान और इंसानियत बताया हक हलाल बताया सदगुरु कबीर साहब इस सृष्टि को बहुत कुछ डीजे मन ग्रंथ ऐसी ऐसी रचना कर निंदा वाली विचार करते हैं केवल भ्रम और भ्रम की ज्ञान की बात होना चाहिए यह क्यों नहीं और हमको जान आइए लग जाते हैं किसी की निंदा चुगली यह मत ऐसा करता है यह पता ऐसा करता है मुसलमान ऐसा है क्रिश्चियन ऐसा है सदगुरु कबीर साहब ने कहा कि कबीरा खड़ा बाजार में सबकी मांगे खैर ना कि मुझसे दोस्ती ना काहू से बैर मैंने बहुत करीब से देखा है बिना ज्ञान को बिना माला धारण कर लिया केवल खान-पान भक्त बन गए भगवान बहन की जानकारी ही नहीं इसीलिए भक्ति अपने आप के लिए है निंदा चुगली प्रवचन में नहीं होना चाहिए लोगों को निंदा चुगली में आनंद ज्यादा आता है और जब हम की ईश्वर की बातें
आपके पास निकाल कुटकुट करके भर गया है इंकार परमात्मा का भोजन है आप क्रोध में बोल रहे हैं कि सारे पंथ में कमियां पाया बुरा जो देखन मैं चला मुझसे बुरा न कोय जो दिल खोजा आपना तो मुझसे बुरा न कोई यह शायद आप भूल गए सुधर जाइए
Ramashankar Sahib Kabeer Sahib in HIS days faced pundits a lot So much so HE left HIS body at Maghaar But did this change anything even after centuries No no not at all Evolution is cyclic It happens on its own accord Anando followed Gautam Bhuddha like a shadow his entire life But never got evolved Inference just share ourselves through Kabeer Sahib Condemnation does not work Unless society gets education ignorence stays Your sharings do help a lot to those of us who are sitting on the fence
Savan kumar kushwaha ji kabir shahe duniya ke siristi karta hai aap kabhi janne ki korsis nahi kiye hai kiyo ki jo ma ke pet janam leta hai obh kbhi parm pita parmeshwar nahi ho sakte hai ish liya shaheb kabir kahte hai ki pani se paida nahi swasa nahi sarir an ahar karta nahi tako nam kabir
भारत देश में केंद्र और प्रदेश की शासन सत्ता में बहुजन वर्ग के लोग शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र मे अपनीं हिस्सेदारी की औकात जरूर देखकर ही लोकसभा व विधान सभा के चुनाव में बहुजन वर्ग के लोग अपने बहुजन विचारकों को ही सिर्फ वोट करे। अन्यथा में आपके पाखंडी एमपी एमएलए वर्ग के लोगों को एक भी वोट मत दे नही तो आने वाली आपकी बहुजन पीढ़ी सदैव के लिए जातीय धार्मिक मानसिक गुलाम एमपी एमएलए लोग इस बार लोक सभा के चुनाव में मानसिक रोगी जरूर आप हो जायेंगे।
Ramasankar shaheb se mai janna chata hua ki aap sendur kiyo nahi karte hai ishka kiya karan hai kabir shaheb dindur karte the ish liya aap bhi nakli kabir panthi hai
@@mantoshchaudhari3633 ओम पहले रोटी कमान सीख जा तब जाकर सारे ज्ञान मालूम होंगे रोटी पेट में रहती है तो आवाज भी तेज निकलती है सारे लोग धरती को अपने बपोती समझ कर हक जताने की कोशिश में लगे हैं परंतु ये नहीं पता कि उनके पास उनकी मौत बैठी तमाशा देख रही है
वह बाबा आप तो बहुत चमत्कारी निकले सबके धर्म के बारे में बुराई तो कर रहे हो लेकिन अपने धर्म के बारे में कुछ नहीं बता कभी ऐसा हो सकता है कि पानी खींचने से कोई आदमी जिंदा हो जाएगा खुद मंदिर में बैठकर बड़े बड़े दान पेटी रखे तो अच्छा है और कहीं ब्राह्मणों ने कर दिया तो गलत क्या सोच है रे तेरी😅😅😅
Nirankari mition ka sikayat krne wale baba g. Aap ke kabir mat ke log jo kabir saheb ka gyan lie aadami bhi aaj ke tarikh me mas machchhli aur ande ka sevan krte hai. Aur daru tari gaja bhang khate hai. Aur kanthi mala lekar gay bhais ka dalali krte hai. Aur jhuth bhi kaphi bolte hai sudd khori ka bhi dhandha krte hai. Jitne log kanthi mala aur kabir saheb ke gyan lekar sab dongi baba hai.
बहुत बड़े विद्वान अपने आप को समझते हो तो शास्त्रार्थ कर लो ब्राह्मण से कबीर जी ने कभी ऐसा कुछ कहा नहीं लेकिन तुम लोग उनका भी नाम डुबो रहे हो शास्त्रार्थ करने को तैयार हो तो बोलो
जो मा बाप का आदर करता है वो ब्राम्हण का भी आदर करेगा।। तुम तो मा बाप का आदर नही करेगा तो ब्राम्हण का आदर कैसे करेगा ।। ये सब सनातन धर्म वाले ही करते है।। भगवान् राम ने पिता के लिए १४साल वनवास गए ।। और ब्राम्हण की सेवा किये ।। ये सनातन धर्म है।। । तुम मूर्ख क्या जानेगा।।
कबीर दास जी ने कभी किसी पर क्रोध नहीं किया और यह बाबा बोलता है कि मैं ऐसे कर दूं वैसे कर दो इसके अंदर तो क्रोध है यह कैसाबाबा है कबीर दास जी ने कभी किसी वेद को झूठ नहीं बताया और यह तो सभी वेदों को झूठा बतारहे हैं
श्राद्ध करने से मुक्ति तो जरूर मिलती है तुम्हारा शक्ल जो देख लेगा उसका दिन खराब हो जाएगा चेहरे पर थोड़ा भी लाइट नहीं ऐसा लग रहा कहीं चोरी करके इंसान आया है