बिहार में शिवचर्चा पंथ चलाने वाले की चाल की पोल खुल गई//संत श्री रमा शंकर साहेब जी ।#शिवचर्चा #shivcharcha #शिवचर्चा #rajupardesibhakti #krantikaripravachan #ramashankarsaheb #pravachan #kabirpravachan #rajupardesibhaktichainnal
संत श्री रमा शंकर साहब जी आप को रामायण महाभारत गीता का ज्ञान प्राप्त नही है, आपको एक बार नही सौ बार पढ़ना चाहिए, शब्द ज्ञान का समुंद्र हैं, जितना अध्यन करेंगे अथाह सागर के ज्ञान कुंज मे विभोर हो जायेंगे,, प्रणाम
Tumhare Bibek jaga hua to Mantr funk ke Desh Ko Dushman se kahe nahi bachalete ho ,AJ tak andha babake rakha he,ankh Khul Rahi he to tumhe jalan mahshus ho Rahi he
ये बाबा सही है तो संत रविदास ढोंगी थे हैं और रहेंगे, ज्योति बा फूले , अम्बेडकर हाथ फुले, पाँव फुले भी ढोंगी थे, है, रहेगा यही साबित करता है ये ढोंगी बुड्ढ़ा।😂😂😂😂
पथल भगलंड पर माथा पटको। कबीर साहब के अनुयायियों को उससे क्या भला बुरा होगा। कबीर साहब का राम ब्रह्म राम है न कि दशरथनंदन राम। कबीर भी ईश्वरवादी संत हैं पर निर्गुण ब्रह्म के उपासक हैं। मंदिरों में घंटा बजाने वाले संत नहीं।
सच्चे संत कबीर की जय। सच्चे संत ही समाज को अंधविश्वासों से दूर करता है। पाखंड से बाहर निकाल सही रास्ता पर चलने का रास्ता दिखा दे। आप महान सख्शियत को सलाम।
@@devkumarkumar8489 प्रवचन कर्ता तो खुद अपने पिता का परिचय दे ही रहे हैं,पर मुखपुत्रों को समझ में नहीं आएगा। महात्मा जी मां के गर्भ से पैदा हुए हैं और मां ने ही उन्हें पिता के विषय में जानकारी दी होगी। पर जो इस नीले ग्रह का अजूबा जीव है, जो मां से नहीं बल्कि पिता के मुंह से पैदा होता है,भला वह कैसे जान पाएगा। वैसे अंडभक्त सिर्फ कथित भगवान और उसके बाप को देख सकता है।
तुम अपने मां के कहने पर कैसे मान लिए की वो तुम्हारे पिता है ।जैसे अपने मां के कहने पर मान लिए की ये तुम्हारे पिता है उसी तरह हमारे पूर्वज हमको बताए की भगवान है ।
विश्व में जितने भी लोग हैं किसी न किसी धर्म से आते हैं हिन्दू धर्म के लोग अपने पुज्य देवी देवताओं का पुजा करते हैं इनका मानना है कि यही आदि देव से हम सव के पुर्वज हैं जिनहोने मानव कल्याण के लिए कार्य किए इसी कारन से हम सब उनकी पुजा आराधना करते हैं
Satyam shivam sundaram mere guru maheshwar shiv ko mera pranam mere guru shiv muge sab kuch diye hai jab sharir kam nahi karta hai to mera mahadev hi mera madad karte hai koi achha guru hoga tab na ishwar se milayega jab shiv hi guru hoga to apne shisy apne jaisa hi to banayega
सन्त दूसरे की शिकायत नही करता है, वह अपनी बात बताता है, जिसे अपने पास कोई ज्ञान बताने को नही होता है, वह दूसरे को मंच से केवल गाली देता है। कबीरदास जी के दर्शन के बारे में इसे कुछ भी नहीं मालूम है यदि उसका ज्ञान होता तो उनकी फिलॉसफी की चर्चा करता,
@@3786-pappu kabir ne Musalmano ko bhi bahut bola tha , ab itni gaand me dum ho to unpe bol ke dikhao.unka sudhar karne ki aukat dikhao, inko pata hai mulle gala kaat denge. tab to fat jaayegi. inko pata hai, sanatani jaati, panth me bata hai, ye kisi ka gala nhi katate. isliye aaj ke samay me chutiya na banao
कर्म भगवान से एक प्रेरित होता है आज तुम जो बोल रहे हो वह भगवान का ही संदेश दे रहे हो इसलिए इसलिए दो रूपया भगवान दिए हैं चार रुपय घर कौन बने हैं ऐसी बात शोभा नहीं देता है
हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव हर 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
शिव है तो जीव है शिव नहीं तो शव शिव गुरु दुनिया के सर्वोच्च गुरु उन्हीं के दया से पूरा संसार चलता है इस शिव का शिष्य बना आप भी शिव गुरु का शिष्य बनिए और तीन सूत्र कीजिए दया मांगि ए चर्चा कीजिए नमः शिवाय से प्रणाम कीजिए
कैसे कैसे मंद बुद्धि लोग पड़े है जो कबीरदास जी का पंथ तो लेते है लेकिन इनको ये ही नही पता की कबीर जी भी राम राम सुनने के लिए घाट की सीढ़ी पर लेटे थे तब रामानंद जी का पैर उनके ऊपर पड़ जाने से राम राम सुनने को मिला था ,
नर्क कहाँ है? पूरे ग्लोब मे नर्क कहीं है ही नहीं, ये एक डर है जिससे लोग दुनिया मे अच्छा काम करें, जो भी आप करेंगे उसका परिणाम इसी दुनिया मे भोग कर जाना है l
गुरु महाराज , जो संत होते है किसी की बुराई नहीं करते , रामायण की चौपाइयाँ पढ़ते हो , उन्ही राम कृष्ण को मानने से इंकार जितने भी देवी देवता है आस्था व श्रद्धा के प्रतीक है , हर शुभ कार्य उन्हें स्मरण कर करते है , जिन्हें अपने इष्ट पर पूर्ण श्रद्धा होती है इश्वर किसी न किसी रूप मे उसकी मदद जरूर करते है । जय श्री कृष्ण, हर हर महादेव 🙏🙏
Santji sahi bol rahe hai.saredharmikgranth man gadhant bato aurpapi logo doara apne liye likhi bato se bhara hai.yuvko ko scientific Tarak per taul kar jivan ki a chahiye.tulsi muhamad Hazrat jisas sab apne man ki bat Kiya hai.
मान गए गुरुजी ब्रह्मा विष्णु शिव ब्रह्मा कुमारी शिव चर्चा वाले और राम और कृष्णा वाले सब लोग नीचे है केवल आप ही एक महान है आपके लोगों को आपकी बातों पर हंसी आ रही है आप बहुत महान है भगवान में भी बुराई ढूंढते हैं
क्या गलत बोला है इस बाबा ने,तुम्हारी औकात नहीं है इनमें कमी ढुंढने की अनपढ़ कहीं की, सही बात तो है जब हत्या, बलात्कार जैसी जघन्य अपराध होता है तो भगवान आते क्यों नहीं हैं बचाने के लिए जबाब दो
@@user-pf7rg8bv4b ऊपर जिनका नाम लिखा है वो सब और ये बकवास करने वाला जोकर सभी पाखंडी व ढोंगी हैं | कबीर जैसे और भी संत हुए हैं जिन्होंने समाज को सही दिशा दी है |
माया वश्य मतिमंद अभागी। हृदय जबनिका बहु विधि लागी।। मुकुर मलिन अरु नयन बिहिना। राम रूप देखहिँ किमि दीना।। अर्थ- माया के वशिभूत,मंदबूद्धी,अभागा बहूत प्रकार के मैल हृदय में धारन किय हुए। दर्पण तो मैला है और देखने वाला आँखों से हिन है,फिर वह कंगाल राम का रूप कैसे देख सकता है। आपका यही हाल है।😊😊😊
शतगुरु जी आप को लाख लाख नमन करता हूं आपके विचार ने मेरा आंखे खोल दिया । आप के जैसा ज्ञानी महात्मा भारत और इस धरती पर हर गांव और शहर नगर में होना चाहिए तभी इस धरती पर से अज्ञानी और अंधविश्वास खत्म हो पाएगा। महात्मा और महापुरुषों का सामान हमेशा होना चाहिए
विशेषकर आपको संतमत से बहुत ईर्ष्या है महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज और कबीर साहब जितने भी संत हैं सब पहुंचे हुए हैं किसी को कम और ज्यादा आंकना अज्ञान होगा जय गुरु
🙏🌷श्री गुरुवे नमः🌷🙏 मेरे परम आराध्य महर्षि मेंहीं परमहंस जी महराज को कोटि-कोटि धन्यवाद, की हम उनके शिष्य हैं। 🙏 हे गुरु महाराज इस माईक पर बक रहे मूर्ख को सद्बुद्धि दें, इसकी आत्मा को शांति दें ।
कबीर कठोर किंतु सत्यवादी, महानसंत,सर्वश्रेष्ठ कवि,उच्चकोटी के दर्शनिक सच्चे समाज सुधारक,युगों तक मानव को सही राह दिखाता रहेगा।जय ज्योति बा फूले,जय सावित्री बाई।
कबीर जी, ज्योति बा फूले संतों के लिखे ग्रंथों को तनिक पढ़ा भी करो। पढ़कर बोलो। कबीर दास जी खुद भगवान को मानते थे।इस हलकट के तरह अनाप शनाप नहीं बकते थे। कबीर दास जी, रै दास जी जैसे महात्माओं के द्वारा लिखित पुस्तक ग्रंथों को पढ़ो पहले तब बोलो।
हरिहर नींन्दा सुनै जो काना लगहि पाप गो घात समाना इसके सुनने में गो हत्या का पाप लगेगा जैसी करनी वैसी भरनी होगी कलयुग है इसलिए अपने घरेलू मैदान में आयोजित झगड़ा सुलझाओ जै श्रीराम
पुरातन काल से ही सत्य के साथ असत्य उजाले के साथ अंधेरा रहाहै, इसी प्रकार जगत् सतयम् ब्रह्म मिथ्या वाले भी ओर ब्रह्म सत्यम् जगत् मिथ्या मानने वाले भी अपने तर्क रखते रहे हैं ओर ब्रह्म को असत् बताते रहे हैं, परन्तु आज तक भी वे ईश्वर ब्रह्म को मानने वालों को नष्ट नही समझा नही पाए आज भी इनकी गिनती कितनी है. सत्य सत्य है यही सदा रहता है.जो टम्परेरी है वह असत्य है.
बाबा आप एक बार रामभद्राचार्य से प्रवचन मैं जाकर जो पूछना चाहते हैं पूछिए पर धर्म के बारे में उटपटांग नहीं बगैर भगवान शिव का नाम ओम के साथ ही ओम नमः शिवाय होना चाहिए
आप जो भी तर्क दिया है इतनी साधारण बात को कौन नहीं जानता है जहां तक माता एवं पिता की बात है वो सचमुच भगवान समान है।जो धर्म का मार्ग नहीं अपनायेगा वह बिलकुल व्यभिचारी हो जायेगा।आप
माता पिता और गुरु जन और मदद करने वाले लोगों को हमेशा सम्मान करना चाहिए और यही ईश्वर के प्रतिनिधि हैं। और सभी इस दुनिया में झूट और लूट खसोट का धंधा है और कुछ नहीं।