इस मामले में, कर्सन दास ने महाराज के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं, जिससे महाराज की प्रतिष्ठा और पुष्टिमार्ग संप्रदाय की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। कर्सन दास ने कई झूठे और अपमानजनक बयान दिए हैं, जिनमें महाराज को गलत तरीके से पेश किया गया है। इन बयानों में पुष्टिमार्ग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है, जिसमें उन्हें वूमेन मॉलेस्टर बताया गया।
मुख्य बिंदु:
झूठे आरोप: कर्सन दास ने महाराज पर और पुष्टिमार्ग पर वूमेन मॉलेस्टर और अ वैदिक होने के आरोप लगाए।
छवि धूमिल करने का प्रयास: इन आरोपों के माध्यम से महाराज की प्रतिष्ठा और पुष्टिमार्ग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया।
साक्ष्यों की कमी: कर्सन दास द्वारा प्रस्तुत किए गए आरोपों के समर्थन में ठोस साक्ष्य नहीं हैं।
कानूनी परिणाम: महाराज ने इन आरोपों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है, जिससे कर्सन दास को अदालत में अपने बयानों का समर्थन करना पाड़ा ।
निष्कर्ष:
कर्सन दास द्वारा महाराज पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद और अपमानजनक हैं, जिनका उद्देश्य केवल उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना है। अदालत में इन आरोपों की सत्यता के बिनाजांच की जा गई, और महाराज पुष्टिमार्ग प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए कानूनी कार्रवाई करी थी ।
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3 окт 2024