Pawan Bhai vakay me aap jaise kalakar ki bahut jarurat hai samaj ko jagaruk karne me Vidhva koi nahi honi chahiye Lekin Bagwan ke aage kisi ki nahi chalti Pariwar ko us dukhiya ka pura sahyog karna chahiye Aap ko dil se Ram Ram Pawan Bhai
बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति दी है पूरी टीम ने। कहानी असली है व दिल को छू जाती है। ठीक है अपनी बिआहता बेटी का पक्ष जरूर लेना चाहिए,मगर पहले देखलेना चाहिए कि कहां तक बेटी झूठ या सच बोल रही है। जैसा कि बड़ी बहु के बाप ने आंख मूंदकर बेटी की झूठी बातों पर विश्वास करके पूरे परिवार का भविष्य बिगाड़ने की नासमझी कर रहा था।मगर भला होछोटी विधवा बहुत का जिसने समझदारी दिखाते हुए बिगड़ते परिवार को बचा लिया। मेरी समझ से तो बेटी वालों को कभी भी दखलान्दाजी नहीं करनी चाहिए।खैर पूरी टीम ने बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति दी है। मेरी तरफ से पूरी टीम को हार्दिक बधाई ंधन्यावाद औआशीर्वाद। राम सुखगुप्ता बवानीखेड़ा जिला भिवानी
जब मां बाप जिंदा है तो जेठ का कोई मतलब नहीं वह छोटे भाई की बहु का ख्याल रखें इससे गलतफहमियां पैदा होती है सास ससुर को ध्यान रखना चाहिए विधवा बहू का ना की जेठ