आज मैं बहुत ज्यादा खुश हूँ, यही पुलिस वाले गरीबों का शोषण करते है, जब कही भी गरीब लोग अपना हक़ के धरना प्रदर्शन करते हैं तब ये पुलिस वाले उनको डरा धमका के हटा देते है, अब आपको समझ आ रहा है कि कोई भी व्यक्ति बेवजह किसी से माँग नहीं करते हैं, वो लोग अपना अधिकार के लिए लड़ते है।।।
@@purtyjohn2126 जब अनुबंध खत्म हो गया तो सरकार ने इन सब को हटाया क्यों नहीं,जब थाना स्तर पर ड्यूटी था तो,24 घंटा पुलिस लाइन में क्यों रखा, दूसरा जिला ड्यूटी क्यों भेजा, मृत्यू होने पर 2 लाख परिवार को मिलना था तो, क्यों नहीं दिया, JMM अपना घोषणा पत्र में सहायक पुलिस को 50% पुलिस बहाली में छूट देंगे बोला क्यों नहीं दे रह, सामान काम का सामान वेतन बोला था क्यों नही दिया,सहायक पुलिस तो बहाली प्रक्रिया पूरा करके आया, फॉर्म भरा दौड़ हुआ, शारीरिक माप हुआ, मेडिकल,रेमेडिकल हुआ, लिखित परीक्षा हुआ,मेरिट लिस्ट तैयार हुआ,अगर तुम कहते हो,सहायक का नियम क्या था,तुम हमको बताओ पारा टीचर,मनरेगा कर्मी, सहायिका सेविका,जल सहिया,या अन्य अनुबंध कर्मी जो झारखंड में काम कर रहे हैं,उनका बहाली कैसे हुआ नियमावली बताओ,क्या उनका वेतन बड़ा है की नहीं,60 साल स्थाई हुए हैं की नही,तुम झारखंड के युवाओं का दुख दर्द को नहीं समझते हो, JMM, कांग्रेस,बीजेपी,ने jssc,jpsc के मध्यम से 60/40 के द्वारा कितने बाहरियों को झारखंड में नौकरी दिए, इस से तुमको तकलीफ नहीं होता है,पहले झारखंड के मूर्ख नेताओं का मानसिकता को समझो,अपना वेतन वृद्धि,अपना फॉर्चुनर गाड़ी,अपना मंत्री बंगला,नेता ,ऑफिसर का घोटाला ढिखता नहीं है,झारखंड का दुर्भाग्य को समझो
अनुबंध वालों का स्थायी मांग करना कोई न्याय नहीं है अनुबंध व्यक्ति के इच्छा के अनुसार कर्तव्य में संतुष्ट हैं तो करें या कर्तव्य मे आसंतुष्ट हैं तो छोड़ दे
जब तुमको कुछ मालूम नहीं है इसलिए तुम बकवास ना ही करें तो अच्छा है तुमको पता है यह जो नियुक्ति अनुबंध के आधार पर हुआ था जब आवेदन भराया जा रहा था उसे टाइम आवेदन में साफ साफ लिखा था । सहायक पुलिस पर नियुक्ति की गई सेवा। मात्र अनुबंध के आधार पर सेवा होगी। तथा इसके आधार पर भविष्य में किसी प्रकार का स्थाई नियोजन अथवा अन्य दवा अनुमन्य नहीं होगा । इस संबंध में सभी चयनित का अभ्यर्थी को शपथ पत्र देना अनिवार्य है इसलिए तुम बिना सोचे समझे नहीं बोले तो अच्छा है अगर यह लोग स्थाई हो जाता है और सब भी अनुबंध कर्मी है वह सभी मांगना शुरू करेगा
सरकार को अपने विधायकों का मंत्रियों का वेतन बढ़ाते हुए शर्म नहीं आती है, विधायकों का वेतन बढ़ते समय सब सभी पार्टियों के विधायक एक हो जाते हैं किसने पार्टी का विधायक उसमें विरोध नहीं करता है, सब खुशी-खुशी अपना वेतन बढ़ा लेते हैं। लेकिन जब हमारे राज्य के सहायक पुलिसकर्मी, पारा शिक्षक,सईया, रसोईया, सफाई कर्मी इनका वेतन बढ़ाना हो तो सभी पार्टी या विधायक के मुंह में दही जम जाती है।
झारखंड वर्तमान सरकार के पास पैसा है, गंभीर है, पद, रुतबा है बस शर्म ही नहीं है। लज्जाहीन नेता मंत्री को थू है........... युवा साथियों की एकता जिंदाबाद🙏
यही पुलिस जब जनता की आंदोलन में लाठी बरसाती थी जब अपने साथ बित रही हैं नानी याद आ रही हैं इसी लिए कहते हैं 1932 की खाति यान लागू करने से ही समस्या का समाधान होगा
यहाँ तो पता नही चल रहा है कौन किसको रोक रहा है। दोनो तरफ़ पुलिस। लगता हैं पहली बार देखना पड़ेगा पुलिस के ऊपर पुलिस का लाठीचार्ज। यहाँ छात्रों के साथ पुलिस भी परेशान।
सहायक पुलिसकर्मी की मांग जायज है और इन्हें अब गुमराह नहीं करें। जो भी मांग है इसे कमिटी बना के निराकरण किया जाय।। जय बिरसा जय झारखन्ड जोहर झारखन्ड 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सहायक पुलिस में स्पष्ट लिखा गया था 3 साल का है फिर बढाते हुवे इतने दिन हो गया । नियुक्ति पत्र में लिखा गया है तो स्थाई किया जाय नही तो चल रहा है वो चलने दो। आरक्षी का आवेदन आया है करे और स्थाई नौकरी ले।
सहायक पुलिस का नोटिफिकेशन पढ़ लो एक बार, कल को संविदा वाले भी बोलेंगे कि हम लोग को भी स्थायी कर दो। फिर कल को बोलेगें हमलोग को Group A लेवल का वेतन दो। नोटिफिकेशन का कोई वैल्यू ही नही। सब अपना मर्जी चलाओ, अभी चुनाव सामने है तो सरकार झुक जाएगी, यही तो सोच है।
@@princeprince-ds7tz उनका कार्य संतोषप्रद होने पर उनकी सेवा एक-एक वर्ष के लिये अधिकतम तीन वर्षों तक के लिए सम्बंधित क्षेत्रिय पुलिस उप-महानिरीक्षक के अनुमोदनोपरांत विस्तारित की जा सकेगी। किसी भी परिस्थिति में कुल अनुबन्ध सेवा अवधि पाँच वर्ष से अधिक नहीं होगा। (ii) 7- सेवाशर्त :- सहायक पुलिस के पद पर 02 (दो) वर्षों के लिये मात्र अनुबंध के आधार पर नियुक्ति होगी। सहायक पुलिस के पद पर की गई सेवा मात्र अनुबंध के आधार पर की गई सेवा होगी तथा इसके आधार पर भविष्य में किसी प्रकार का स्थायी नियोजन अथवा अन्य दावा
सहायक पुलिस के पद पर 02 (दो) वर्षों के लिये मात्र अनुबंध के आधार पर नियुक्ति होगी। सहायक पुलिस के पद पर की गई सेवा मात्र अनुबंध के आधार पर की गई सेवा होगी तथा इसके आधार पर भविष्य में किसी प्रकार का स्थायी नियोजन अथवा अन्य दावा
सहायक पुलिस हो या अग्नि वीर ये पनौती मोदी की बहाली है। इसमें वर्तमान सरकार क्या करेगा। जाति और धर्म के नाम पर वोट करेगा तो सबका यही हाल करेगा पनौती मोदी 😮 जिसको जो करना है करो पनौती मोदी थोड़ी ना सरकारी नौकरी देगा 😢😢
Kya samay aa gaya hai ki police police ko hi ladwane ka kaam Kiya ja raha hai,ajib haal hai ,padhai likhai aadmi road mein tamasha kare ,aur angutha chhap neta sab tamasha dekhe wah kya baat hai,
सहायक पुलिस सही कदम उठाया है. सरकार को इन लोगों का समस्या को संज्ञान लेना चाहिए।10000/-रूपये वेतन मान से परिवार का गुजर वसर चलने वाला नही है। महागाई आसमान छूने लगे हैं ओर वेतन सरकार सहायक पुलिस को 10000./-रुपये दे रहे हैं यह गलत हो रहा है।
गठबंधन सरकार में अपने ही विधायक मंत्रियों का वेतन बढ़ाने से इनको फुर्सत नहीं है तो घंटा करेगा हम और आप लोगों के लिए। कोई उम्मीद मत रखिए NDA और INDIA गठबंधन से। इन लोगों का घमंड ज्यादा चढ़ गया है सबक सिखाए इस बार विधानसभा चुनाव में। इन सब को सबक सिखाने के लिए आप सिपाही नहीं एक समाज का लीडर बनकर इनको हराने का काम कीजिए।
Jharkhandme kewal aysa nahi ho Raha hai hamare samajse ye jharkhandme abtak sthaiya niyojan niti banneke Karan aysa ho raha hay jharkhand ka sarkar tatha Bharath ka sarkarko bhi samajna chaye wardi wardiko apasme jhagarwana sahi nahi hay
Bhar wala ko parmanent nokari Mila hai jharkhand wale ko contract but aap log thk se boliye joining bjp diya avi jmm hai isliye ji mewar bjp h road per lene me isliye inko baat kijiye ki humlog ka maang pura kijiye but bjp wale ko mat bolne dijiye ki sakar kuch nhi kyo ki bjp permanent Kiya rhta tho aajo road pe nhi aana perta