इस वीडियो को देखने के बाद वीडियो 31 भी देखे, The indiane xpress की भी रिव्यु आप पढ सकते है उसने भी साइंस चैनल के गपोड़सेतु को लताड़ लगाई है निचे लिंक है पढ लीजिये। Truth of Ramsetu Part 1 : ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-64QCJJ77eF4.html indianexpress.com/article/explained/why-new-ram-setu-video-is-no-more-than-an-interest-rouser-a-talking-point-4983284/
बहुत ही ज्ञानप्रद वीडियो थी । सभी भाइयों और बहनों को एक सुझाव मेरी ओर से - कृपया वैज्ञानिक बातों को माने ना कि अपने मतलब के लिए , पैसे कमाने के लिए बनाए गए बिना तर्कसहित किताबों को । विज्ञान के वजह से ही आज मानव का और पूरे दुनिया का विकाश हो रहा है ना कि उन किताबों से। और कुछ समुदाय द्वारा अपने स्वार्थ हेतु बनाए गए धर्म जाती को छोड़ कर इंसानियत को अपनाइए और देश के असली भगवान आर्मी के जवान जो हमारे लिए बॉर्डर पर गोली खाने को तैयार होकर हमारी स्वयं रक्षा कर रहें हैं उनका सम्मान करिए🙏🙏 अपने दूसरे भगवान अन्नदाता किसानों का सम्मान कीजिए तथा सभी जीव का सम्मान कीजिए 🙏🙏
बोहोत खूब सर... सर एक निवेदन है रावण जो विलेन के तौर पर पेश किया गया है मैंने सुना था वो कोई मूलनिवासियों के राजा थे उसपर प्रकाश डालिए दशहरा आखिर क्या है..! ब्रम्हाणी षडयंत्र का पोल खोल उजागर कीजिए 🙏🙏 धन्यवाद
(ह)रामटों की तर्क क्षमता धार्मिक किताबें पढ़-पढ़कर इतनी क्षीण हो जाती है कि वे इतना तक नहीं सोचते कि (ह)राम को (ह)रामसेतु बनवाने की आवश्यकता ही क्या थी। हनुमान सूर्य से भी बड़े आकार का हो सकता था तथा उड़ भी सकता था। वह स्वयं को विशाल बनाकर समुद्र पर लेट जाता और सब उसपर से होकर समुद्र पार कर लेते अथवा अपने ऊपर बैठा लेता और उड़कर सबको दूसरी ओर ले जाता। (ह)रामसेतु बनवाने का कष्ट क्यों किया?
किसी सिनेमा कि स्टोरी जैसे इसे भुल जाना चाहिए। पर उनका क्या होगा जिनका पेट ईन कहानियों पर पलता है। मुझे तो लगता है कि ईन सारे अन्धविश्वासीयोको धर्म की दलदल से नही निकालना चाहिए।
Science kabhi nahi kehta ki ham 100% satya hai science kehta hai ki vo valid proof ke depends hai jitne valid evidence milenge vo baat utni hi authorised maani jaayegi
रामायण एक मात्र काल्पनिक कहानी से ज्यादा कुछ नही है।लोगो उलझाने के लिए इस कहानी का निर्माण किया गया है और अगर लोग बताते है कि रामायण 10 लाख वर्ष पुरानी है तो इतनी पुरानी घटना को याद किसने किया ।और आज तक इसका कोई ठोस प्रमाण क्यो नही मिला।ओर एक बात उस समय की दो प्रजाती एक मानव और दूसरा बन्दर ओर बोलते भी थे। एक साथ कैसे आये।या तो दोनों की पूंछ होती या दोनों की नही होनी चाहिये थी।
भाई बहुत अच्छी जानकारी शेयर की है बहुत अच्छी वीडियो बनाई है हमने दोनों वीडियो देखी है दोनों के विश्लेषण से साफ जाहिर होता है कि इसे रामसेतु कहने वाले कोई भी ठोस दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाय
ब्राह्मण वर्ण ने सभी को अलग अलग जातियों में बांट रखा है लेकिन खुद एक वर्ण ही है और जातियों में नहीं बंटे हुई है इस तरह ये हमारी 75%+ आबादी को जातियों में बांटकर फायदा उठा रहे हैं
Sahi bola but mujhe lagta hai Raja Shree Ram to the past mai..but jo saal wagerah likha hua hai wo sab fake hai...Brahman nhi hote to aaj hindu shanti ka jiwan jee pata..😖☹️
आज तो पक्का है कितनों के ही वीडियो देखते हुए कटेंगे फटेंगे कोई बात नहीं सुई धागे के साथ साथ कुशल कारीगर के भी पूरा प्रबंध है कृपया शर्म ना करें हमें बताएं सिलाई जुड़ाई हो जाएगी😂😁😁😂 धन्यवाद !!
@@Ck-bx9yu जी यह किसी धर्म का नाम नहीं है “सनातन “ का मतलब होता है पुराना या पहला या शुरूआती । जैसे मुस्लिम धर्म से पहले यहुदी था तो हम कह सकते है कि यहूदी धर्म मुस्लिम से बी सनातन है । तो प्रश्न वहीं खड़ा है आपका धर्म कौनसा है ?
जिस धनुष को रावण सवंमबर मे उठा भी नहीं पाया माता जी उस धनुष को दाएँ हाथ से उठाकर रोज सफ़ाई कीया करते थे ! आश्चर्य तो तब हुआ जब रावण माता जी को ही उठा कर ले गया 😀😀 तब से मुझे माता जी पे ही शक है 😜😜
dusra Logic bhi dekhiye ... jab Sita ko pavitra dikhana rahta hai to batate hai ki ravan ne rape to chhodo sparsh bhi nahi kiya sita ko ... usko shrap tha ki wo jis nari ko chhuyega bina uski sammati k to bhasm ho jayega ... ab ye bat bhi sahi mane to ravan sita ko bhaga k le gaya ki wo khud hi gayi Ravan k pas ye bhi clear ho jata hai .... aakhir baman kitna bhi chhupane ki koshish kare wo kahi na kahi se nanga ho hi jate hai
@Ankur Gupta Guru Nanak ji pe kuch mat bol Isse jo marzi keh le Guru Nanak ji ne sabko sacha rasta dikhaya hai.Agar kuch galat bolna hai iss bande ko bol.
Sir please reply..... पहला प्रश्न.... कहा जाता है कि बुध पुनर्जन्म पर विश्वास करते थे दूसरा प्रश्न...... पहले बुद्ध ने महिलाओं को इस धम में आने को अनुमति नहीं दी, लेकिन उनके शिष्य आनंद के द्वारा महिलाओं का इस धम्म प्रवेश हुआ.. तब buddha ने कहा इस संघ का विनाश तत्कालीन ही हो जाएगा. मुझे पता है कि यह एक propaganda है, लेकिन आज संपूर्ण भारत में इतिहास में यही सब बुद्ध के बारे में ,बड़े-बड़े comparative एग्जाम में पढ़ाया जा रहा है....please reply me...i am waiting your answer ..jai bheem,🙏🙏🙏🙏
haRaamte ये क्यों भुल जाते है, की हनुमान से बोलकर पहाड़ को उस पर वानर सेना को बिठाकर लंका के जाता😂😂😂 या कोई बड़ासा टाइटैनिक जहाज बनाता 😂😂😂 या फिर हनुमान खुद अपना size बढ़ाकर खुद ही bridge बन जाता, 😂😂😂😂😂
@@punjabifreethinker2939 Tere bhagwaan ka majak udao to Teri fat jaaegi thoda aukaat me wo bhagwaan hai apne bhagwaan ke baare me bol hamare bhagwaan ke baare me kyu bol rha hai
Yes, it is a very logical and good question. I will answer this by a short excerpt. Once, after the war was won, Hanuman asked ShriRam, Laxmanji and DeviSita to come and visit his home at DronaGiri. He wanted then ti bless her mother Anjani. ShriRam was a little hesitant, but Hanuman was very keen and persuaded him to visit Drona. On reaching Drona, Hanuman introduced Mata Anjani to ShriRam. Anjani Mata did not bow down or greet them with respect. Hanuman did not like her behaviour and asked her to atleast greet them. ShriRam said,”They are elders and we should be humble towards them. We should seek their blessings and He bowed and asked for her blessings. He asked Hanuman to stop.” Anjani Mata was furious on Hanuman. She did not recognize Ram as Bhagwan Narayan. She said, “ Why is he so meek and timid? I know your strength and valour. The one who can eat the sun so easily, is taking so much time to fight such a human? You have become timid like Ram and now you have forgot your valour.” “No mother. Please do not say this. I wanted you to bow down and take his blessings. Its fine, but atleast yiu shiuld acknowledged him as my Guru?” “Guru? What kind of student are you? If you were so keen in serving him, why did you take so long in killing Ravan? You could have finished in one blow of wind. And what tyoe of Guru Is he? He asks you to assemble an arny of meek Vanaras to defeat Ravan? Why do you need a bridge to pass the country? Could'nt You di that by yourself?” “Mother, ShriRam is Maryada Purushottam. I wont disobey his commands. He will do what is good and beneficiary for the realm. He is here to establish Dharma and remove Adharma. If Ram himself chooses Adharma, how will he defeat Ravan?” “What are you saying?” “Mother! I am saying that ShriRam waited for three days for Samudradev to appear. He wanted to cross the sea and had to take permission. Or else he had to face the consequences of The ‘ Samudra Ullanghan Dosh' . When 3 days Ram waited in meditation, Samudra did not appear to give him way, Ram was furious. He removed an arrow from his quiver, held it to the bow and was about to leave it. Scared, that the Sea would dry up, by ShriRam's rage, Samudra appeared. He said, “ Please do not release this arrow, if you release this, all the waterbeings will die by your fury. O Lord, please forgive me I cant give you way. If I do that all creatures will eventually die. Please put back your arrow.” Ram said that this arrow cannot be put back into the quiver once removed. So Samudra suggested that If he threw this on a mountain, the rocks will help you to make a bridge along the sea. Nal and Neel, have a boon that will prevent the rocks from drowning. You wont be entitled with Samudra ullanghan dosh as I officially allow You to cross. ShriRam agreed to this and then it all started. Hanuman further explained that Ravan coukd only die from Vishnu. He was Jay in Vaikunth and had stopped the Sanatkumars to enter Vaikunth while Narayan was in Yognidra. He Ravan due to a curse and will eventually be freed by Ram. So, I could not do that even if I wanted to. I was so enraged when his son Meghnad killed Laxman, I had to bring mritsanjivini for him. I wanted to kill him right away, but ShriRam is so kind thst I had to stop myself. “ Anjani then realized her mistake and apologized to ShriRam.
Wah bhai wah,mai jab bachpan mein ramayan,mahabharat ka kahani school teacher se suna tha,tabhi mujhe ye sab kalpanik laga tha.Sach kahoon toh mujh mein sawal karne ka himat hi nahi hua.Aaj bhi kuch poocho to log andh bhakt ban jate hain,ache ache padhe likhe log.Aap ko salam.🙏🙏
Loved, Jai Bhim I really appreciate all the great work that "Science Journey" and its team have done. We all support your efforts and encourage you to keep up the good work. Only a scientific approach can develop our country and make the world a better place. We have a lot of respect for the "Science Journey" team. "A scientific temper is not only a scientific approach to problem solving, but also a scientific approach to living. It is a way of thinking and behaving that is based on evidence and reason, and that is open to new ideas and new ways of doing things." - Dr Bhimrao
रियल फेक्ट के साथ आपने इस विषय पर विडियोस बनाकर सही जवाब दिये हैं । इससे कई लोगों को सच्चाई का पता चलेगा और जो फैक न्यूज चला रहे थे उनको सटीक जवाब भी दे दिया आपने । Well done sir 👍👍👍👍
राम सेतु की बात बता रहे हो. MP जैसे राज्य में अब भी झूला पुल बने जो रिस्की है. अभी आप छोटे छोटे पुल नहीं बना पा रहे राम सेतु को लेकर घूम रहे हैं. एक वर्ग ही पढ़ा लिखा था. अपने हित के लिए उल्टा सीधा लिखते रहे हैं. भारत के जानने वाले लोग गोदी मीडिया की पोडापंथी का टेस्ट कब करेंगे? जै भारत.
@@Curiosity403 The so-called Brahmans have copied their Ved, Puran etc from Greek, Roman, Egyptian mythology and Bouddha Dhamma AND from the Bible. ALL the Sanskrit books were written in Devanagari script, AFTER AD 1200year.
श्री लंका पहले भारत से जुडाहुवा था.धरती की प्लेट आज भी उत्तर की तरफ खिसक रही हे. इसका प्रमाण माऊंट एव्हरेस्ट आज भी इंच इंच दबाव के कारण बढ रहा हे.ओर रही पत्थरोकी बात तो ओ अपने निशाण छोड रहा हे.ये मानव निर्मित नाही हे.
Really awesome from first video to till now, i watched all without skipping single part. And vishwakarma jyanti i Rechecked all calendar and it is completely true that date is always same 17 sep, also checked before 1949 and there is no vishwakarma jyanti. You are doing great job bro..
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-uO3IccyFnLM.html Bhaiyo hamara bhi ek channel hai ham atheism se related video banate hai. iss ghatiya samaj ko sudharne ke lie usko subscribe karlo ham sab milkar jarur iss duniya ko badlenge. Jai bharat
हद है इन ब्राह्मणीकरण वाले पोंगो की झूठी प्रोपोगंडा की... ये science ke बारे में क्या जाने... पर हर जगह घुस जाते है और अपनी लीपा पोती से कुछ भी बोलते है😂😂😂
But you should know one thing that according to varna system OBCs were shudras . And Brahman tortured shudras for a long period even they kept shudras as their slaves and you supports their sanatan religion . That religion which neither gave you a single right to your life , all the rights that you have now were given by Baba Sahab Ambedkar and you should support to them not to that religion whose owners are those who persecuted the people of other categories like Shudras(OBCs) , Dalits(SCs) and adiwasis(STs).👍
@Science Journey I WANT TO KNOW YOUR OPINION ON.. 1) mene suna tha ki yagyan (hawan) se jo wayu aati hai isse pollution free hota hai uspe kya opinion he.. 2)MERE ek dost ne INDIA TV pe yog aur ayurved pe aata he usse uska BP normal ho gya... To ayurveda toh sahi hee He also told me.. 3) in a study on cancer cells it's found that.. Johns Hopkins Hospital research cancer cells can't grow in oxygenated environment... This was done when baba ramdev claimed that kapalbhati se cancer thik hota hai... They found true..
आप कभी महान पुरुष स्वामी विवेकानंद जी, गुरु नानक जी महारानी लक्ष्मीबाई पर ज्ञान भरा वीडियो बनाए भाई साब। आशा करता हूँ आप हमारी इच्छा पूरी करेंगे धन्यवाद।
HEAR HEAR.... Bhai mene suna hai ki nasa ne sun ke jo vibration sounds study kiye the usme omm sound he saach hai kya.. Please reply.. AND MAKE A VIDEO ON IT
@@ShivKumar-uq8or The most common commercial method for producing oxygen is the separation of air using either a cryogenic distillation process or a vacuum swing adsorption process. Nitrogen and argon are also produced by separating them from air. ... This method is called electrolysis and produces very pure hydrogen and oxygen. Ise alaava Kai Saari chemical reaction se bhi bana sakte hain