परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज ने इस विडियो में कई रोगों के अनेक उपचार बताये हैं |
जब हम ताली बजाते हैं तब हमारी हाथो की शक्ति का जो केंद्र हैं वो जागृत हो जाती हैं और गति से शक्ति पैदा होती हैं जो लोग शंख बजाते हैं उनका अपने ही प्राणायाम हो जाता हैं और उन्हें कभी भी अस्थमा नही होता जो सफेरा बीन बजाता हैं उनकी आँखों की रौशनी ठीक रहती हैं व अस्थमा भी नही होता जब तक आपका एनर्जी का लेवल ठीक हैं तब तक आप सब कुछ कर पाएंगे एनर्जी का आप कितनो भी इस्तेमाल करते हैं ब्रेन की जो एनर्जी हैं उसकी जो capacity हैं वह एनर्जी हैं और कुछ नही हैं और अंतिम जो हैं वह हैं उर्जा |
हमे कभी भी आहार एक जैसा नही करना चाहिए और भरी चावल नही लेना चाहिए अगर आप बिना दवा व स्वस्थ रहना चाहते हैं तो मिश्रित अनाज खाओ इससें आयरन की कमी नही होती व कैल्शियम की कमी नही होती और ना ही विटामिन की गोली खानी पड़ती आज कल जितने भी शहरों में रहने वाले लोग हैं 99 % उनके विटामिन , के केमिकल्स ,सोर्स , हार्मोन्स के बेलेंस बिगड़े हुए हैं एक दो तरह के अनाज खाते हैं चावल, और गेहू यह पुरे भारत का है अवरेज 90 % लोग यही खाने लग गये हैं , बाजरा ,मक्का ,चोलाई,जौ चना खाओ इसलिये हमने आरोगय आटा का निर्माण किया उसमे मिश्रित अनाज है | जिससे उर्जा व शक्ति मिलेगी |
आदर्स आहार व्यवस्था कैसी होनी चाहिए - आदर्श आहार होता हैं दो बार का सुबह व शाम को हल्का आहार लेना चाहिये ज्यादा खाना खाने से रात में किसी को एसिडिटी व कोई लोग तो सो ही नही पाते और फिर गैस बनती हैं ,और सुबह पेट साफ नही होता और हजम ही नही होता और नींद नही आती भूखे रहोगे तो भी और ज्यादा खाओगे तो भी इसलिए शाम को क्या खाना चाहिये जो अन्न लेते हैं उन्हें चबा चबाकर थोड़ी मात्रा में लेना चाहिये |
स्वस्थ्य सम्बन्धी अद्भुत ज्ञान। क्यों शंख या बीन बजाने वालों को अस्थमा नहीं होता , क्यों उनकी आँखों पर चश्मा नहीं लगता ? इसका वैज्ञानिक कारण देखिये विडियो मे. प्राणायाम करते समय क्या सावधानियां रखनी चाहिए?भोजन कब करना चाहिए?
15 сен 2024