"किसका इंतज़ार है तुम्हें, जब सब कुछ तुम्हारे अंदर ही छिपा है, तुम्हारी अपनी प्रेरणा भी।"
" आपका मन है भी एक बच्चे के समान है, जिसपर किसी भी समय, किसी भी तरीके की कोई बंदिश नहीं होती। केवल बढ़ते हुए, थोपे गए, मान्यताएं, विचार धाराएँ, अंधविश्वास, ही इसे इसके असल स्वरूप से अलग कर देते हैं। आज भी मुझे ऐसे कमैंट्स, ऐसी बातें सुनने को मिलती है,
'आप तो नार्मल लगतीं हैं, पर बातें साध्वी जैसी?
आप तो शादीशुदा हैं, ग्रहस्थ में लिप्त हैं, बाल बच्चों वालीं हैं, सुन्दर हैं, सुन्दर रहना भी बताती हैं, फिर ये आध्यात्म का ढोंग क्यों?'
ढोंग तो वो है जो सामाजिक औपचारिकता व नियमों को निभाने के लिए करना पड़े, ढोंग तो वो है जो #socialacceptance यानी समाज में जगह बनाने के लिए करना पड़े। हां, एक आम औरत हुँ, बच्चों वाली, पति व परिवार से प्रेम भी है, नहीं छोडूंगी अपने ग्रहस्थ को हिमालय की चढ़ाई के लिए, लेकिन , आध्यात्म मेरा भी उतना ही सत्य है जितना गेहुएं चोगे का, मेरे जीवन, तुम्हारे जीवन, हर एक जीवन का सत्य... बस आध्यात्म में छिपा है ,
और यही आध्यात्म मुझे आज़ादी देता है उसे उजागर करने की.. चाहे प्रवचन देने वाली साध्वी के रूप में, चाहे, किचन में कार्यरत ग्रहणी के रूप में।"
#sochkarsocho
#spiritualgrowth #spiritualawakening #positivevibes #positivethinking #nojudgement #peace
#Queeninthemaking by #drshivangimaletia #simpleindianwoman #inspiration #motivation and #enlightenment of #indian #women #world wide #love #peace #bliss #spirituality #meditation #gratitude #beauty
12 июн 2018