आज भी बहुत धर्मु छिन जु आज dehradun मा छिन और यनि हाल छिन तोंका। धिक्कार च तों सब्बु पर और गर्व च भुला लच्छु पर। दीवान जी आपकी लंबी उम्र की कामना करदु ❤❤।
जै हो दीवाना जी, पूरी महफ़िल मा रंग ऐगी,दिवान जी तुमारी कलम पुराणा जमाने धार अज्यु भि पैनी च, जुगराज र्रया,आप भी आप कलम,अर अपणी भाषा बौली,गंगे धारा बगदी रौ सदानि झपनयाली डालि बणी रौ सदानि।।आप तै पुनः परणाम।।
वाह... क्या बात है...👏👏👏👏 आप महान कवि हैं... नमन है आपको...आप सचमुच उत्तराखंड के अनमोल धरोहर हैं.. गर्व है मैं उत्तराखंड से हूँ... और आप से बहुत कुछ सीख रहा हूँ.… हमेशा उत्सुक रहता हूँ आपकी कविता सुनने के लिए... भगवान आपको लम्बी उम्र और अच्छी सेहत से नवाजे...🙏🙏🙏