ऐसा लगता है द्वापर युग में पहुंच गए हैं । आज कान्हा आ रहे हैं ... राधा रानी की खुशी और इंतजार की खुशबू चारों तरफ बिखरी हुई है ... आज कान्हा आ रहे हैं, तीनों लोक आ रहे हैं .. राधा रानी की प्रसन्नता और व्याकुलता का मधुर संगीत के माध्यम से अनोखा चरित्र चित्रण ! अदभुद अलौकिक अप्रतिम .......
स्वस्तिका (सखी) हे प्रभु ! आप ही सभी प्रकार से सामर्थ्यवान हो आप ही सभी प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले हो और आप ही शरण में आये हुए जीवों का उद्धार करने वाले हो इसलिए हे भगवान श्रीकृष्ण, केवल आप ही मेरे आश्रय हो।। हे तारण हार! सुन ले पुकार करुणा धार अबकी बार ,, देर न कर प्रभु देर न कर आ भी जा अब देर न कर हे दुख भजन संकट मोचन देर न कर..!! बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको व आपके मेरे प्रिय परिवार को... श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की..!!🙏🙏🌿🌻🌹🌿🌻🌹🌿🌻🌹🌿🌻🌹