सत-सत नमन मनु नायक जी को जिन्होंने 1965 के दशक में समाज में फैली जाति प्रथा पर सभी को सार्थक संदेश दिया । इसे पुनः रंगीन पर्दे पर लाकर समाज को संदेश दिया जाना चाहिए। 🙏
आज से लगभग33वर्ष पहले इस फिल्म को आधा अधूरा ही देख पाया था।बहुत खुशी है यह पूरा देखने मिला।समाज मे फैले छुआछूत मिटाने व समता स्थापित करने हेतु प्रेरणादायी फिल्म है। जय सतनाम
मानव मानव एक समान जय सतनाम बाबा 🙏 यह मूवी बहुत सुंदर हे सन 1965 में इसे बनाना गया बहुत ही मुस्किल रहा होगा "कही देवे संदेश" छत्तीसगढ़ के पहली फिल्म हरे 🔥
बेहद ही खूबसूरत फिल्म है ये मुझे अपने छत्तीसगढ़ी संस्कृति के और करीब लाया है। इस फिल्म में समाज मैं स्थापित जातिवाद और छूआछूत के साथ ही महिलाओं की दशा पर गहरा कटाक्ष किया है। इसके साथ ही बेहद खूबसूरत लव स्टोरी है।। ये ऐतिहासिक फिल्म में कहानी, एक्टिंग, संगीत सभी बेहद खूबसूरत है।।♥️♥️♥️
आज तक इस फिल्म को सुनते आ रहा कि फलां फिल्म छत्तीसगढ़ के पहली फिल्म है लेकिन देखने का सौभाग्य अब प्राप्त हुआ इस फ़िल्म को देखकर समझ आया कि क्यो इसके बनाने वाले मनु नायक जी को सम्मान देने की हिम्मत कांग्रेस/भाजपा में नही है। जातिवाद, छुआ-छूत पर 1965 में फिल्म बनी जिसे आज देखने को मिला बहुत बहुत धन्यवाद ,जय जोहार चैनल "जय जोहार हमर माटी हमर भाखा" को
यह फिल्म जातिवाद छुआछूत के खिलाफ तो था ही साथ ही साथ जो इसमें हमारे सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ी फिल्म को निर्देशित किए मनु सर बेहतरीन निर्देशन किया है बेहतरीन स्क्रीनप्ले किए हैं आज के जनरेशन के जो डायरेक्टर हैं उनको इनसे सीखना चाहिए क्योंकि इतना ज्यादा टेक्निकल सपोर्ट नहीं होने के कारण उसके बावजूद भी इतना बेहतरीन स्क्रीन के लिए बनाया और एक्सप्रेशन का विशेष ध्यान दिया गया है डायलॉग डिलीवरी भी बहुत बेहतरीन कहीं-कहीं पास देखने से ऐसा लगता है जैसे फिल्म नदिया के पार देख रहा हूं बहुत बढ़िया फिल्में बनाएं और मनु नायक सर को तहे दिल से धन्यवाद कि उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा को एक नया पहचान दिया फिल्म जगत में शायद वह ना होते तो आज छत्तीसगढ़ी फिल्म सिनेमा के बारे में या फिल्म बनाने के बारे में सोचते जरूर पर शायद इतने अच्छे से नहीं कयो साल पीछे रहते तहे दिल से धन्यवाद श्री आदरणीय मनु नायक सर आपको कोटि-कोटि नमन।
अदाकारी का जो स्तर इस फ़िल्म में देखने को मिला है अगर वही स्तर अभी भी हमारे फिल्मो में आ जाये तो निश्चित ही हमारा छालीवुड नई ऊचांइयों को छुएगा । ऐसे अद्भुत कलाकृति को मूर्त रूप देने वाले सभी कलाकारों को सादर नमन। छत्तीसगढ़ी सिनेमा के इतिहास का मील का पत्थर । जय जोहार चैनल को बहुत बहुत धन्यवाद
इस फिल्म के लिए सम्मान अवश्य मिलना चाहिये इस फ़िल्म से सर्व समाज को संदेश मिला है कही देबे संदेश के लेखक निर्माता सम्मान के हकदार हैं जय हो छत्तीसगढ़ माहतारी 🙏🏻🙏🏻
लाजवाब संगीत और सुमधुर आवाज से सुसज्जित इस फिल्म को देखने से लगता नहीं कि यह फिल्म 55 वर्ष पुरानी है।जाति पाति के बंधन से मुक्त कराने वाली यह फिल्म मानवतावादी विचारधारा पर आधारित है। आदरणीय मनु नायक जी को सत सत प्रणाम साधुवाद।
इस फिल्म को देखने के लिए मै 5 वर्षों से इंतज़ार कर रहा था और आज पूरा फिल्म देख पाया हूं।बहुत बहुत धन्यवाद 'जय जोहार ' के पूरे टीम को upload karne ke liye। वैसे यह छत्तीसगढ़ का पहली फिल्म है और हम छत्तीसगढ़ के वासी होने के नाते सभी को देखना चाहिए।
आज के नेता वोट बैंक की राजनीति के लिए जाती का सहारा लेते हैं और सम्प्रदायिक दंगे करवाते हैं , और गरीब, किसान, मजदूरों के बच्चों को शिक्षा से वनक्षित रख कर शोषण करते हैं ,जाति वाद खत्म हो । इस फिल्म का बहुत दिनों से इंतजार था मुझे ।। धन्यवाद।। 🙏 जय सतनाम 🙏
बहुत अच्छी प्रेरणादायक फ़िल्म है समाज में फैली कुरीतियों पर सटीक प्रहार है यह फ़िल्म उस दौर में बनी है जब छुआ छुत चरम पर था ऐसे दौर में इस तरह की फ़िल्म बनाना बहुत चैलेन्ज रहा होगा मनु नायक ज़ी को 🙏🙏🙏👌👌👌
1965 मे हम जनम नई लेय रेहेंन ,फेर वो समय के परिवेश ल दर्शन करादीस,मनु नायक जी के सोंच अऊ हिम्मत ल सलाम हे।सुपर ,आनंद आगे जय जोहार।साहित्य अऊ फिल्म सामाज के दर्पण आय,बिलकुल सही हे।
इस छत्तीसगढ़ के पहली छत्तीसगढ़ी फ़िल्म "कही देबे संदेश" को बनाने वाले छत्तीसगढ़ के कुर्मी समाज के बेटा माटीपुत्र मनु नायक जी को नमन है,जिसने आज से लगभग 60-65 साल पहले इस फ़िल्म को कितने परेशानियों से बनाया होगा, जिसको आज तक कोई सम्मान(पद्मश्री, पद्मविभूषण) नही मिला छोटे छोटे रोडछाप कलाकार को ये सम्मान दे दिया गया है, पहले भाजपा सरकार था आज कांग्रेस है दोनों को कई बार GSS(गुरु घासीदास सेवादार संघ) द्वारा ज्ञापन दिया जा चुका है,GSS ने इस फ़िल्म को खोजकर सबके सामने लाया 1965 के बाद 2017 में नवागढ़(बेमेतरा) प्रदर्शन कराया था,आज कुर्मी समाज का बेटा मुख्यमंत्री है उसको तो सोचना चाहिए, इस फ़िल्म को देखकर समझ आ जायेगा कि क्यो इसे सम्मान देने की हिम्मत कांग्रेस भाजपा में नही है।
मुझे लगता है आपने मनु नायक जी को कुर्मी समाज जैसे शब्दों से बांध कर उनकी व्यापक सोच को आज आप ने सीमित कर दी है। जो चीज वो बताना चाहते थे उसी चीज को आप नही समझ पायें मित्र । मनु नायक को आप किसी एक समाज जात धरम में मत बांधिए वो तो छत्तीसगढिया था हम तो यही कहेंगे। हा सम्मान का हकदार जरूर है। इसमें कोई दो मत की बात नही है।
@@Dularva_maya_ke_boli_bhakha मैं आप के समझ पे नही जाऊंगा,मैंने जानबूझकर कुर्मी सब्द का इस्तमाल किया वो इसलिए,आज छत्तीसगढ़ का CM कुर्मी समाज से है उसको तो ध्यान देना चाहिए ,आज तक मनु नायक जी या इस फ़िल्म को कोई सम्मान नही मिला है, जबकि कोई भी राजकीय फ़िल्म प्रथम द्वितीय तृतीय फ़िल्म को सम्मान दिया जाता है।
जय जोहार चैनल ला बहुत - बहुत धन्यवाद मै हा पढ़े रहे छत्तीसगढ़ के पहिली फिल्म हे करके आज देख के बहुत अच्छा लागिस समाज के प्रति 1965 में तो इस फिल्म को चलने ही नहीं दिया होगा विरोधियों ने
बहुत सुंदर मूवी ,जाति प्रथा ऊपर कटाक्ष करने वाला मूवी ओ भी 1965 मा, बहुत ही अच्छा कार्य मनुनायक सरजी द्वारा बहुत दिन से इंतज़ार रहिस है ए मूवी के धन्यवाद सर💐
समाज में फैले जात पात की भावनाओं को मिटाने के लिए मनु जी ने अद्भुत दृश्य के माध्यम से अथक प्रयास किया था।जो बहुत ही सराहनीय है।इसके लिए फ़िल्म के सभी कलाकारों का तहे दिल से आभार प्रकट करते हैं।
इस फिल्म को उपलब्ध कराने के लिए बहुत-बहुत आभार इस फिल्म की छोटी-छोटी क्लिप यूट्यूब पर अवेलेबल है बहुत ही आकर्षक लगी थी उस दौर में सामाजिक बुराई को विषय बनाकर बहुत बड़ा रिस्क लेकर उस पर बेहतरीन स्तर की फिल्म बनाने के लिए मनु नायक सर को बहुत-बहुत धन्यवाद मैं वेट कर रहा था कि पूरा फिल्म देख सकूं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
बहुत बढ़िया फिल्म हे जय छत्तीसगढ़ जय जोहार अहो भाग मिलिस जो पहली फीलम देखे के सही बात है इस फिल्म का रीमेक बनना चाइए ताकि पूरा तरह से जातिवाद खत्म हो जाए लेकिन आज भी अतका पढ़े लिखे हे तेनो मन जातिवाद में है अभी भी गांव में दूसरे जाती से शादी करना मना है अगर कोई दूसरे जाती में शादी कर लेता है तो उसे समाज दंड दे देता है अगर कोई दंड का भुगतान नहीं करता है तो घर और समाज में आना मना कर देता है
कतका बढ़िय होतिस भाई जब हमर देश मे जातीवाद नई रथिस ,, सब मिलके प्यार से रथिस कोई जात से उच्च नीच नई होये ओला तो उच्च ओकर करम ह बनाथे ..आपके विचार मोला बने लागिस त ये सब बोले हो ।।।
बहुत इंतजार के बाद ये फिल्म ला देखे बर मिलीस, ये फिल्म ला सबो झन खूब वाइरल करव ताकि ये जातिवाद ख़तम हो जाए और सभी जात पात धर्म के मनखे मन में एक समनता के दीप जल जाए। मानव मानव एक समान बाबा के संदेश महान।
ये फिलिम हा बहुत ही क्रांतिकारी हरे येकर निर्माता ला धन्यवाद जेन हा समाज म फैले छुवाछूत भेदभाव जैसे मुद्दा के ऊपर म फिलिम बनाए रहीस ओकर सोच सही म महान रहीस होही जय जोहार जय छतीसगढ़
छत्तीसगढ़िया मन ले जलैया मने ह dislike करथे सारा मन। हमर छत्तीसगढ हमर भुइंया अब्बड़ सुग्घर हे ये पवन धरा ल हमन हा शत शत नमन करत हन। जय हो तोर छत्तीसगढ़ मईय्या जो मोला अपन माटी म जनम दे के मोला धन्य धन्य कर दिए।
छत्तीसगढ़ के पहली फिलिम सन् 1965 में बने कही देबे संदेश के remake बनना चाहिए ताकि आने वाला पिढ़ि घलो देख के समझ सके मोर स्कुल में ये फिलिम के जीकर होये रिहिस बड सुघर फिलिम हे धन्यवाद मनु नायक जी 🙏🙏🙏
मोर मन हा बहुत खुश होगे छत्तीशगढ़ के बोली भाखा अउ गोठ ल सुन के, अइसन फ़िल्म अब नई देखे ल मिले, अउ पहिली मूवी ये जेमा सतनामी समाज ल भी दर्शाय हे | जय छत्तीसगढ़ जय सतनाम 🙏🙏
ये सलीमा के बिकट दिन ले अगोरा रहिस ,आज मन के इक्छा पूरा होगे। ये फिलिम के बनिय्या ल गाड़ा गाड़ा जय जोहर हे। ये फिलिम के पहली पहली गाना ददरिया ल सुनके मजा आगे। ओ समय अउ आज के सामाजिक बुराई जातीवाद ल बताए गे हे........... मै ह पूरा सलीमा डाउनलोड करा थों ।
बहत -बहुत अभारी हवन मनु नायक जी अउ जय जोहार चैनल के जौन मन के कारण ए फिल्म ला आज हम मन (नवा पिढ़ही के)देख पावत हन मन गद-गद होगे।गजब दिन ले आखी तरस गे रिहिस एहा हमर छत्तीसगढ़ केपहिली फिल्म(धरोहर)हे।जेकर बारे मा कतको छत्तीसगढ़या मन ला जानकारीच नइहे।।
🙏जय जोहार 🙏मैंने इस फिल्म को आरम्भ - अन्त तक दो बार देखा है। मेरे विचार में यह फिल्म सर्वोच्च स्थान रखता है। अतिसुंदर! इस फिल्म के निर्माता और कलाकारों तथा सहयोगियों को शत-शत नमन है। इस फिल्म के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद। हमें कभी आशा नहीं था, कि इस फिल्म को हम देख सकते हैं। इस के लिए आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद। छत्तीसगढ़ीहा सबले बढीहा। 🙏जय भारत जय छत्तीसगढ़ 🙏💐👍👌👏💘😀😂😂😱😁😀🇮🇳🇮🇳🙏
गज़ब सुघ्घर लागिस छत्तीसगढ़ के वो गौरवपूर्ण फिलिम संग जुड़ के जेन हमर छत्तीसगढ़ के पहिली फिलिम आय। मे प्रणाम करथंव मनु नायक जी ल जेन अतका बड़का साहसिक कद उठा के फिलिम बनइस अउ वो बखत के तत्कालीन परिस्थिति अउ समस्या ल पर्दा म उतारिन। मोला गरब होथे नायक ऊपर जेन पुरा फिलिम म छत्तीसगढ़ के लोग गीत ले लेके भाखा अउ गंवईहा परिवेश ऊपर गजब चेत लगाय हे। आज कल के फिलिम म जेन हमर संस्कृति के मूल चीज हे वोला बोले बर अउ दिखाय बर कतराथे। जइसे ये फिलिम म दाई - दादा शब्द के प्रयोग हे अउ डउका शब्द हे। जात धरम अउ समाज के सेती आज भी कतको जवान मोटियारी लईका मन के उमर पहा जात हे आज कल एकठन नवा रोग आ गेहे नउकरी दाई ददा मन बर जेकर ले बिहाव के उमर ढलत हे। मनु नायक जी ह पढ़ई ल खेती किसानी अऊ गांव के सेवा अउ तरक्की ले जोड़ के अपन बड़का सोच के परिचय देय हे। सुघ्घर फिलिम ल हमर तक पहुंचाय बर चम्पेश्वर गोस्वामी जी ल धन्यवाद।
💗💗💗जब ए फिल्म मनु जी ने बनाया तब हमारा जन्म नहीं हुआ था बस किताबों में पढ़ा कि छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म है आज देखकर पता चला कि हमारे छत्तीसगढ़ में भी महान निर्माता निर्देशक थे जो वॅदनीय है RU-vid में upload करने के लिए RU-vidr को दिलसे धन्यवाद ।। जय जोहार जय छत्तीसगढ़ ।।जय सतनाम।। 💗💗💗💗
मनु नायक जी को उस दौर के जमाने में छुआछूत को जो फिल्म के जरिए दर्शाया हुआ है मनु नायक जी का पूरा छत्तीसगढ़ के मानव समाज के तरफ से जय सतनाम जय जोहार जय छत्तीसगढ़
कही देबे संदेश,जय हो मोर छत्तीसगढ़🙏 आज मोर सपना पूरा होंगे मोर जिनगी के बहुत बहुत धन्यवाद ये फ़िल्म ल बनाये अउ देखए बार मन्नू नायक जी, कोई भी भाई बंधु बुरा मत मानहु 🙏🙏
हैरान हूं उस समय की इस फिल्म को क्वॉलिटी और एक्टिंग सभी next लेवल की है फिर भी छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस फिल्म के निर्माता निर्देशक को कोई सम्मान नही दिया गया बल्कि यह फिल्म हम छत्तीसगढ़ वासी के लिए शान की बात है 🙏🙏🙏
बहुत बेहतरीन मूवी है तकनीकी रूप से उस दौर में सक्षम ना होने के बावजूद इस फिल्म में निर्देशक मनु नायक जी ने अपने कुशल निर्देशन का परिचय दिया है दर्शकों को अंत तक बांध रखने में सक्षम है बहुत ही अच्छी कहानी छुआछूत के खिलाफ लिया गया है तथा सभी कलाकारों का अभिनय क्षमता लाजवाब है साथ ही साथ गाने भी बहुत ही अच्छे बने हैं
सानदार जबरजस्त जिंदाबाद क्या मस्त movie है,,,आजकल की डायरेक्टर प्रॉडक्यूसर को इनसे सीखना चाहिए,,,क्या एक्टिंग क्या directing or kya story hai maan gaye uss time apne cg me itne talented log the abhi k logo ko sikhna chahiye ,,,,jai johar jai chhattisgarh or jai सतनाम
मोला 7 साल पहली पता चलिस् कि हमर पहली छत्तीसगढ़ि फिल्म कही देबे संदेश हरे करके तब से ये फिल्म ल खोजत रहे हों, आज मोर खोज पुरा होगे, आप मन बहुत बहुत धन्यवाद
जबसे मनु नायक जी का इस मूवी के बारे में साक्षात्कार देखा हूं तब से या मूवी देखने की बहुत ही इच्छा थी कही देबे संदेश बनाने की कहानी भी प्रारंभ से लेकर रिलीज होने तक बहुत ही इंटरेस्टिंग है
बहुत बहुत धन्यवाद "जय जोहार" चैनल सिर्फ सुने रेहेंव के छत्तीसगढ़ के पहिली फ़िल्म "कही देबे संदेश" बहुत सुंदर बने रहिस करके आज देख भी डारेव बहुत खुशी होइसे ये फ़िल्म ल देख के
छलकत नदिया बहिनी लागे. पर्वत मोर मितांन् हवे रे भाई l बहुत सुंदर गीत हे भाई l आप से विनती हे के घर द्वार फिल्म ला देखे मौका जरूर देहु l जय जोहार l जय छत्तीसगढ़ l🙏
अद्भुत फिल्म बनाय हे 60 बछर पहिली वाह जय हो छत्तीसगढ़ महतारी कतका सुघर छत्तीसगढ़ी बोली अति मिठास लागथे। काश अभी के वर्तमान समय मं इही फिल्म ल अउ हुबहु बनातीन त अते क मन ह गदगद लागतीस ये फिल्म मं कतका सुघर गीत के बोल सुर ताल अउ जम्मों कलाकार मन अपन अपन रोल ल कतेक तन्मयता से निभाये हें। कतका कतका तारीफ बड़ई ल करंव धन्य हे ओ समय के कलाकार मन डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, फिल्मकार, गीतकार, गायक आप सब ला मोर कोटि कोटि प्रणाम 🙌
निःशब्द होगे हवं... मैं तो सोचत रहे हवं के कभू ए फिलीम ल देखे पाहूं धन नहीं कहि के! Upload करइया भाई ल हृदय ले धन्यवाद! 🙏जय जोहार, जय छत्तीसगढ़ महतारी🙏
धन्यवाद मनु नायक जी आप हमर छत्तीसगढ के पहले फिल्म छुआछूत पर अधारित सत्यकथा ल फिल्माय हव अव यू ट्यूब में अपलोड करने वाले भाई ल सादर धन्यवाद जो मोर बरसो के सपना ल पुरा करेव जय सतनाम ।
Adbhut is film me jatiwad,chhuachhut,prakriti prem par bahut hi sundar dhang se sanjoya gaya hai ! nayak ji ke is kalpna ki tarif ke liye mujhe sabda nahi mil rahe hain ....