Mahan Jogiya | Bholenath Bhajan | शिव भजन | Shiv Bhajan | Shiv Pooja | Shiv Bhakti | J Tun Bhakti
वैष्णोवी देवी धाम के भगवान भैरवनाथ भी नाथ संप्रदाय के अग्रज माने जाते हैं। और विशेष इन्हे योगी भी कहते और जोगी भी कहा जाता हैं। देवो के देव महादेव जी स्वयं शिव जी ने नवनाथो को खुद का नाम जोगी दिया हैं। इन्हें तो नाथो के नाथ नवनाथ भी कहा जाता हैं।
शिव को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, चीनी, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है, से की जाती है। शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंधित हैं।
शिवजी की पूजा करते समय शिवलिंग पर बेर, आम, केला, निबौली, बदरी बेर और धतूरे का फल आदि जैसे कई तरह के फल चढ़ाए जाते हैं. लेकिन भूलकर भी महाशिवरात्रि के दिन पूजा करते समय शिवलिंग पर नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही नारियल के पानी से शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए.
शिव जी को सफेद चंदन चढ़ाना और खीर का भोग लगाना अच्छा माना जाता है. - भगवान शिव को अक्षत यानी चावल जो खंडित या टूटा हुआ नहीं हो वो चढ़ाएं. सोमवार को दही, सफेद वस्त्र, दूध और शक्कर का दान करना शुभ माना गया है. इनके दान से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं.
10 окт 2023