द्वादशी या फिर बारस की दिन तो चावल अवश्य ही खाने चाहिए, 1 पारण हमेशा सूर्योदय के बाद ही करना है , 2 पारण हरिवासर में नही करना है हरिवासर द्वादशी तिथि जब से आती है फिर वो जितने समय तक रहेगी उसके हिसाब से उसके पहले 1/4 हिस्से तक होता है हरिवासर, 3, अगर किसी ब्राम्हण या ज़रूरत मंद को दुभ सुबह भोजन नही कर सकते तो जब सूखा खाने का समान पंडित जी को दे दे या किसी जरूरतमंद को उससे पहले पारण नही करना है 4, पूजा के लौटे का जल पूजा करने का बाद पौधों को और सूर्यदेव को अर्पित करे उसके बाद ही पारण करे 5, तुलसी पत्र ले प्रभु को भोग लगया हुआ जल या उनके स्नान का चरणामृत ले प्रार्थना करे क्षमा के लिए और कहे कि एस्प व्रत खोल रहे हैं 6, तुलसी पत्र फोल्ड करके मुह में रख कर जल से ग्रहण करे पर चबाए नही, इसके बाद पारण समय मे ही भोजन ग्रहण करे भोजन में चावल का होना ज़रूरी है चावल सबसे पहले भोजन में खाए, चाहे खिचड़ी रूप को या खीर या दाल चावल
Radhe Radhe mam...ekadashi k din rice nhi khane chahiye ye to pta kya banana kha sakte hai is k nhi...or is din kapde dho sakte hai mam please reply🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Radhey Radhey didi mere sath k dikkat aa gai Pooja to mai subah kar chuki hun but ab mujhe period aa gaye ar shaam ko mandir bi jaana tha ghade vala daan Dene ab kya kare???