असली शेर नहीं कांग्रेस के पिंजरे में बंद शेर है, गहलोत के समय की गई भर्ती घोटाले पर कभी कुछ नहीं बोले, जबकि ये ख़ुद राजस्थान से हैं, सिर्फ़ मोदी के बारे में बोलते रहते हैं।
Maine bhut pahle Rahat indawri ke moshayere men dekha tha ,majburan hansna Kumar ka kre to keya kre bole to keya bole Sampat jee mard hai hijron ke sath unka nam mat len
वारे कुमार विश्वासघात क्या स्ट्रेटजी है दिल में मनुवाद और साथ में समाजवाद इंकलाब जिंदाबाद संविधान जिन्दाबाद,मान गये तुम लोग इसी कला में माहिर हो और कुछ नहीं है तुम्हारे पास।
पैसा कमाने में केवल और केवल चालक दिल में नफरत और शब्दों में दिखावे की गंध।वह re चालू।विश्वास ने विश्वास का गला घोटने का काम किया है, कर रहे हैं और करते रहेंगे।
@@veenasingh680 यह वही व्यक्ति है जिसने अपने क्षुद्र महत्वाकांक्षाओं के चलते, हालांकि चालाकी वश वह इसे जाहिर नहीं करना चाहता है , ने इस देश में वैकल्पिक राजनीति के एकमात्र संभावना को बदनाम करने में कोई कसर न छोड़ी। चूंकि इनकी महत्वाकांक्षा को वैसा अवसर नहीं मिला जिनका ये दिन-रात स्वप्न देखा करते थे, इसलिए कभी ये चढ्ढी धारियों की पार्टी तो कभी कांग्रेस से चोंच लड़ाने लगे। मतलब ये पार्टियां रातोंरात इस छद्म व्यक्तित्व के धनी आदमी की आदर्श बन गयीं। कहते हैं कि आम आदमी पार्टी ने इनके लेखनी क्षमताओं का जबरदस्त शोषण किया। कोई इनसे पूछे कि इसी आंदोलन के बलबूते इनकी लोकप्रियता दिन दूनी रात चौगुनी के रफ्तार से बढ़ी और आज ये करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। विचारधारा के स्तर पर ये यथास्थितिवाद के समर्थक हैं यानी कि सामंती मिजाज से युक्त पूंजीवादी व्यवस्था के समर्थक,जो गाहे-बगाहे पश्चिम के सामाजिक आर्थिक व्यवस्था में दोष ढूंढने में माहिर हैं, पर इन जैसे लोग ही अपने बच्चों को पश्चिम के नामचीन यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए भेजते हैं। कहने का मतलब है जनता को साहित्य में भी छिपे ऐसे रंगे सियारों को पहचानने की काबिलियत पैदा करने की आवश्यकता है।
आपने सही कहा सर जी सभी भारतीय को हनुमान चालीसा,रामयाण,गिता,आदि धार्मिक ग्रंथों के सिवाय सविधान का पुस्तक पढ़ने चाहिए जिससे देश के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं सम्पत सरल जी को 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 जागो भारत जागो 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Sampat saral ji nirbheek Kavi hain, aaj jab kavi, patrkaar aur samucha system jab Modi ke taluye chatne ko hi apna kartabya samajh baithe hain, Aapka ye jazba kabile taarif hai sir ji Salute.
संपत सरल साहेब को सलाम बुद्धाय नमः कुमार विश्वासको सुधरनेकी खास आवश्यकता है ताकी मनुवाद कोमवाद जातिवाद बलात्कारीके आकाओकी जूठन हावी न हो जाय।सत्य पवित्र संविधान विझान।
"झूठ को बड़ा बनाओ, इसे सरल बनाओ, इसे कहते रहो, और अंततः वे इस पर विश्वास करेंगे।" ... "लोग ((31.1% वयस्क भारतीय)) एक छोटे झूठ की तुलना में बड़े झूठ ((₹15 लाख)) का शिकार आसानी से होंगे।" ... - एडॉल्फ हिटलर
सभी देश वासियों से आगरा 😢 ही अगर आज देश नही बचा पाए तो आने वाले दिनों में इतना तानाशाह हो जाएगा की जिस की हम लोग कल्पना भी नहीं kr सकते । 😢 Please sabhi log देश हित को सोचे और अपना देश बचाए। धन्यवाद ❤ save India's, save जीवन, save future वंदे मातरम् 🙏
पहले लोकशाहीर होते थे जो जनता समाज में जागृत करते थे आज संपत सरल जी जैसे कवी समाज जनता में जागृत करते हो ये देश के प्रति महान कार्य हैं अन्याय विरूद्ध लढणे हा प्रत्येक व्यक्ती चा अधिकार आहे