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Sangat Ep83 | Govind Mishra on his writings, Allahabad, Bhopal, Sahitya Akademi & IRS | Anjum Sharma 

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हिंदी साहित्य-संस्कृति-संसार के व्यक्तित्वों के वीडियो साक्षात्कार से जुड़ी सीरीज़ ‘संगत’ के एपिसोड 83 में मिलिए साहित्यकार गोविन्द मिश्र से।
Sangat Ep83 | Govind Mishra on his writings, Allahabad, Bhopal, Sahitya Akademi & IRS | Anjum Sharma
गोविन्द मिश्र हिन्दी के साहित्यकार हैं। वह समकालीन कथा-साहित्य में एक ऐसी उपस्थिति हैं जिनकी वरीयताओं में लेखन सर्वोपरि है, जिनकी चिन्ताएँ समकालीन समाज से उठकर ‘पृथ्वी पर मनुष्य’ के रहने के सन्दर्भ तक जाती हैं और जिनका लेखन-फलक लाल पीली ज़मीन के खुरदरे यथार्थ, तुम्हारी रोशनी में की कोमलता और काव्यात्मकता, धीरसमीरे की भारतीय परम्परा की खोज, हुज़ूर दरबार और पाँच आँगनोंवाला घर के इतिहास और अतीत के सन्दर्भ में आज के प्रश्नों की पड़ताल-इन्हें एक साथ समेटे हुए है। अनेक विश्वविद्यालयों में उनकी रचनाओं पर शोध हुए हैं। वह हिंदी-पाठ्यक्रमों में भी शामिल किए गए हैं, रंगमंच पर उनकी रचनाओं का मंचन किया गया है और टीवी-धारावाहिकों में भी उनकी रचनाओं पर चलचित्र प्रस्तुत किए गए हैं।
उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं-वह अपना चेहरा, उतरती हुई धूप, लाल पीली ज़मीन, हुज़ूर दरबार, तुम्हारी रोशनी में, धीरसमीरे, पाँच आँगनोंवाला घर, फूल...इमारतें और बन्दर, कोहरे में क़ैद रंग, धूल पौधों पर, अरण्यतंत्र, शाम की ​​झिलमिल, ख़िलाफ़त (उपन्यास); पगला बाबा, आसमान...कितना नीला, हवाबाज़, मुझे बाहर निकालो, नये सिरे से आदि (कहानी-संग्रह); निर्झरिणी (सम्पूर्ण कहानियाँ दो खंडों में); धुंध-भरी सुर्ख़ी, दरख़्तों के पार...शाम, झूलती जड़ें, परतों के बीच (यात्रा-वृत्त); साहित्य का सन्दर्भ, कथा भूमि, संवाद अनायास, समय और सर्जना, साहित्य, साहित्यकार और प्रेम, सान्निध्य-साहित्यकार (निबन्ध); ओ प्रकृति माँ! (कविता); मास्टर मनसुखराम, कवि के घर में चोर, आदमी का जानवर (बाल-साहित्य); रंगों की गंध (समग्र यात्रा-वृत्त दो खंडों में); चुनी हुई रचनाएँ (तीन खंडों में); गोविन्द मिश्र रचनावली : संपादक नन्दकिशोर आचार्य (बारह खंडों में)।
उन्हें प्राप्त कई पुरस्कारों/सम्मानों में पाँच आँगनोंवाला घर के लिए 1998 का ‘व्यास सम्मान’, 2008 में ‘साहित्य अकादेमी’, 2011 में ‘भारत-भारती सम्मान’, 2013 का ‘सरस्वती सम्मान’ विशेष उल्लेखनीय हैं।
संगत के अन्य एपिसोड्स देखने के लिए दिए गए लिंक पर जाएँ : • संगत
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21 сен 2024

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Комментарии : 39   
@swapnilsrivastava4625
@swapnilsrivastava4625 День назад
गोविन्द जी ने खुल कर बात की. जब मैं गोरखपुर विश्व विद्यालय में हिंदी में एम ए कर रहा था. मुझे कहानी में प्रथम पुरस्कार मिला था. उसमें गोविन्द जी किताब नए पुराने माँ बाप दी गयी थी. यह बात उनके इंटरव्यू सुनने के बाद याद आयी. स्वप्निल श्रीवास्तव. फैज़ाबाद
@madhushukla879
@madhushukla879 День назад
बहुत अच्छा साक्षातकार! गोविंद मिश्र जी को सुनने का सुअवसर मिला! उनके लेखकीय अनुभवों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है. सुविख्यात कथाकार को मेरा प्रणाम!🙏
@yuvrajverma42
@yuvrajverma42 День назад
Sadhuvad Anjum sir Aap mahan hastiyon se parichit karva rahe hain
@ashokseth2426
@ashokseth2426 14 часов назад
आज की पीढ़ी के लोगों में गोविंद मिश्र जी जैसी ईमानदारी और सच्चाई मिलनी मुश्किल है।
@vimaldiary1733
@vimaldiary1733 13 часов назад
गोविंद जी को सुनना समझना सुंदर व सुखद अनुभूति है... अंजुम शर्मा जी आप तो हमेशा की तरह ही बेमिसाल हैं.. गुफ्तगू में स्वयं आप एक हिस्सा हो जाते हैं यही सहज वार्तालाप को आगे ले चलता है... 💚 धन्यवाद हिन्दवी संगत का 🙏🙏
@vijayasati1453
@vijayasati1453 7 часов назад
क्या शानदार बातचीत हुई ! हम पर लांछन भी फिर भी गजब व्यक्तित्व, गजब संवाद !
@drazam4372
@drazam4372 День назад
आदरणीय के खिलाफ़त नोवेल पर उन के कहने पर एक विशेष टिप्पणी लिखी थी । गोविंद जी बहुत प्रसन्न हुए और कहा आप बहुत खुले जेहन वाले मुसलमान हैं। मैं तो बहुत असमंजस में था कि जाने आप कैसे रिएक्ट करें । डॉक्टर आज़म
@kamlasharmam8688
@kamlasharmam8688 13 часов назад
आदरणीय गोविंद मिश्र जी का हर उत्तर बेजोड़ है । मैंने उनका कुछ नहीं पढ़ा अब पढ़ूंगी बहुत अच्छा बोलते हैं..इतना लंबा इंटरव्यू मगर पूरा सुना । धन्यवाद अंजुम जी जो आपके माध्यम से उनके विषय में जाना।
@latulvirarora7290
@latulvirarora7290 8 часов назад
गोविंद मिश्र से पहली मुलाकात अर्ली एटीज में शिमला में हुई ।फिर वो चंडीगढ़ शायद मेरे घर पर आए। हम तीन लोग इकट्ठे होते थे उन दिनों।वो तीन जो "जैसे परंपरा सजाते हुए " में भी थे।लेकिन , गोविंद हम में से एक पर केंद्रित हो गए। मुझे उन्होंने अपनी किताबें दी थीं शायद पढ़ने के लिए और इनपर लिखने के लिए भी । बाद में भिक्षा चीज मुझ tk समीक्षा की लिए पहुंची। मुझे उनका लेखन हमेशा किसी न किसी वजह से आकर्षित करता रहा । मैंने उनपर लिखा भी लेकिन छपने के लिए किसी बहुत ही असाहित्यिक वजह से नहीं भेज पाया ।उनसे खतोकिताबत भी नहीं हो पाई। आज उन्हें सुनते हुए वो सब अचानक याद आ गया जिसे लगभग भूल चुका था। उनका लिखा हुआ और उन्हें सुनना , दोनों ही खूब है। फ़िराक को लेकर तो बहुत कुछ है उनके पास जिसे विस्तृत रूप में सामने आना चाहिए।
@ashokseth2426
@ashokseth2426 14 часов назад
गोविंद मिश्र जी का बहुत अच्छा इंटरव्यू
@radheshyamsharma2026
@radheshyamsharma2026 13 часов назад
Great interview.
@narayanmishra1329
@narayanmishra1329 20 часов назад
गोविंद जी मेरे शहर के हैं। मेरे शहर को फक्र है।
@sumitaojha1883
@sumitaojha1883 День назад
एक और बढ़िया साक्षात्कार। गोविन्द जी के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला। बधाई।
@anupkidak
@anupkidak 20 часов назад
बहुत अच्छी बातचीत।
@sushmamunindra8481
@sushmamunindra8481 День назад
बहुत अच्छा वार्तालाप
@harishsamyak2413
@harishsamyak2413 День назад
अब हंस में कहानी छपने पर पैसे नही मिलते,😂😂ये तो पोल खोल दी ,गोविंद जी ने
@mukeshrawat280
@mukeshrawat280 11 часов назад
❤❤🙏
@ai.ai.captain
@ai.ai.captain День назад
❤👌
@shreyanshkushwaha8555
@shreyanshkushwaha8555 День назад
चित्रा मुद्गल जी को भी बुलाए।
@harishsamyak2413
@harishsamyak2413 День назад
आर्थिक तौर पर एक लेखक को स्वतंत्र होना चाहिए, इस विषय पर अंजुम भाई आप बात टाल गए,गोविंद जी तो और बोलना चाहते थे ।
@nandkishorswarnkar2600
@nandkishorswarnkar2600 15 часов назад
सादर नमन। सुन्दर आनंद दायक वार्तालाप! "ढोलक " कहानी आपकी है क्या ?
@mayank007-xyz
@mayank007-xyz День назад
Namaskaar ji
@Anil-m8l
@Anil-m8l День назад
Govind Ji 1978 mein Moti Bagh ke D II flats mein ham log ek dusre ke Padosi thay. Mera nam Anil Kumar Sinha Hai. Kahaniyan Likhta tha.
@Invincible.Indian21
@Invincible.Indian21 16 часов назад
Anjum Sharma ji... Gorakhpur Ghar pe sab aur aap kaise hain ?? Umeed karta hun sab kushal Mangal hoga 👍
@leeladharmandloi4632
@leeladharmandloi4632 7 часов назад
बात ईमान की है।जो यहां है।
@hariompal2927
@hariompal2927 День назад
कभी समय मिले तो बुंदेलखंड के साहित्यकार का साक्षात्कार जरुर करें
@ashokmishra4106
@ashokmishra4106 День назад
रघुपति सहाय उर्फ फिराक गोरखपुरी एक ही थे
@ravishanker9672
@ravishanker9672 19 часов назад
ईमानदार /लंबी breathing है गोविंद पर प्रतिरोध से कन्नी काटना/खुल के कैसे जिया जाता है /इसकी महारथ
@Anil-m8l
@Anil-m8l День назад
हंस कि अपनी अलग कहानी है l राजेंद्र यादव जी ने मेरी दो अच्छी कहानियाँ हँस में छाप दीं और उसके बाद दो अच्छी कहानियाँ लौटा दीं l फिर मैंने लिखना ही छोड़ दिया l
@Anil-m8l
@Anil-m8l День назад
दो बेकार कहानियाँ l पहली लाइन में अच्छी गलत लिख दिया l
@क्षणभंगुर
@क्षणभंगुर День назад
एक कहानी के बेकार या अच्छी होने की आपकी परिभाषा क्या हैं?
@rati54
@rati54 19 часов назад
बहुत अच्छा साक्षात्कार
@rati54
@rati54 19 часов назад
बहुत अच्छा साक्षात्कार
@ashokseth2426
@ashokseth2426 7 часов назад
मिश्र जी प्रेमचंद की कहानी सद्गति dated कहानी नही है। वो आज भी प्रासंगिक है।
@amankashyap1660
@amankashyap1660 5 часов назад
Anjum ko aaj tak question karne hi nhi aaya...pata nhi kya puchna chahta hai
@RAKESHKUMAR-kf5pe
@RAKESHKUMAR-kf5pe 6 часов назад
प्रेमचंद जी की सद्गति कालबद्ध नहीं कालजयी रचना हैं मिश्र जी.
@AjeetSingh-uj4tk
@AjeetSingh-uj4tk День назад
18:38 Prof Deb, Former Head, Eng Deptt, Allahabad University
@Invincible.Indian21
@Invincible.Indian21 16 часов назад
Anjum Sharma ji Gorakhpur Ghar pe sab aur aap kaise hain? Umeed karta hu sab kushal Mangal hoga 👍
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