सुंदर प्रस्तुति।ब्लॉक द्वारीखाल के अंतर्गत सुदृढ़ सांस्कृतिक कार्यक्रम की आधारशिला यदि किसी गांव ने दी है तो जमेली गांव में।मैं ग्राम।तोली से संबद्ध हूं।यहां की रामलीला का स्तर समूचे पौड़ी में प्रथम पायदान पर था।हर्षु भाई जी द्वारा रावण का जो किरदार निभाया जाता था शायद दूसरा निभा सके।राम के रूप में प्रवासी श्री सतीश काला,भास्कर काला,अनिल काला जबरदस्त अभिनय के रूप में निर्वहन करते थे।आज भी मुझे जमेकी की रामलीला याद आती है।यदा कदा मैं भी गढ़वाली गाना प्रस्तुत करता था।रावण का किरदार तो हर्षू भाई से बढ़कर मैने नही देखा।राजीव चौहान जी का भी गांव के विकास में बड़ा योगदान रहता था अभी भी होगा।आज वे उच्च शिक्षा में प्रतिस्थापित है।सांस्कृतिक गांव कहा जाना समीचीन होगा जमेलि को।मिलनसार लोग रहते है यहां पर।1999 के बाद अब ज्यादा जानकारी नहीं है।बेहतरीन गांव रहा है ज़मेली।इस गांव में आज भी कई लोग अच्छे पदों पर काबिज है।सतीश काला जी एक आदर्श समाज सेवी है।सही मायनों में वे क्षेत्र में यथा संभव सांस्कृतिक कार्यक्रमों को मजबूती और निसहाय लोगो के लिए काम कर रहे है और सतीश काला जी कभी जीआईसी मतियाली में हमारे जीएम हुवा करते थे।नरेश भाई द्वारा द्वारिखाल ब्लॉक के संपूर्ण गांवों का जो प्रसारण किया जा रहा है बधाई के पात्र है।अनिल सिंह आर्य यूजीसी नेट हिंदी, अध्यापक माध्यमिक शिक्षा ग्राम तोली संप्रति कोटद्वार
भाई हमारा घर भी दिखा देते ज़हां पर आप तिलसिया वाली दीदी से बात कर रहे दूसरे पाठ मैं जरूर दिखाना बहुत अच्छा विडियो बनाया है आप ने जमेली गांव का तोली भी जाना धन्यवाद
ज़ी आपका हार्दिक स्वागत है सादर प्रणाम आपको जरूर दिखाया होगा आज आयेगा दूसरा पार्ट जरूर देखिएगा हां तोली भी जाऊंगा जल्दी ही आप अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखियेगा धन्यवाद जी आपका
सभी माता बैणियूं दीदी भुली भाई बंधू कुण सादर प्रणाम आपने इस बीडियो को इतना प्यार और आशीर्वाद दिया इसके लिए आप सभी का दिल की गहराईयों से धन्यवाद आगे भी अपना आशीर्वाद और प्यार ऐसे ही बनाए रखियेगा धन्यवाद