थम्बनेल देख के समझ गया कि राय साहब है। दिल ख़ुश किया सौरभ आपने। राम बहादुर जी को सबसे पहले प्रधानमंत्री शो में देखा था। प्रधानमंत्री जो abp पे है वो आज़ाद भारत का दस्तावेज है। जिन्होंने नहीं देख है ज़रूर देखें।
After a long time, I am looking at Ram Bahadur Raiji. I met him at Ranchi when he was representing ABVP in the JP movement. Great leader and lot of people like me were inspired by him.
अतुलनीय वार्तालाप सौरभ जी, राय साहब जैसे पत्रकार धरोहर हैं आपका इंटरव्यू इतिहास का धरोहनीकरण । आपके ऐसे बहुत से इंटरव्यू देखकर 43 की उम्र में मुझे यह अह्सास हुआ की इतिहास मेरा प्रिय विषय है। साधुवाद आपको
अदभुत साक्षात्कार सौरभ भाई। साधुवाद आपको भी और राम बहादुर राय जी को भी🙏। मुझे लगता हैं इस किताब पर एक documentary बनाने की जरूरत हैं। Lallantop को इस पर पहल करनी चाहिए।
Saurabh ji … Not have words to write feedback. लगा जैसे गाँव मै किसी पुर्वज से पुरानी सत्य कहानियाँ सुन रहा हूँ । I know rai sb since my college life . Saurabh ji …. Pls increase such type of contend . Best of luck to your team
Kya hi interview h, jaise dada ji kahaniya suna rahe ho aur hm sun rahe ho aise feeling aa rahi thi, thanku lallantop team for this outstanding program ❣️❣️🙏
Adbhut ! Very interesting interview. Rai sahab is a great source of knowledge and wisdom. Will read the book. Being a lawyer and student of law I feel the interview enlightened the need to start the debate of constitution. Saurabh hats of to you for bringing Rai sahab to us and conducting a very good interview. 👍
राम बहादुर राय जी से लल्लन आपके एडिटर सौरभ द्विवेदी कि संविधान के विभिन्न पहलुओं पर बाकी बहुत ही ज्ञानवर्धक है संविधान के बारे में जिज्ञासु लोगों को यह वार्ता बहुत मदद करेगी बधाई
bahut hi badia...I started as ki thoda sunta hun par jab ek bar sunne laga to phir last Tak rukne ka man nahi kiya. Rai sahab ke knowledge par to koi bat karna hi bekar hai, page number tak bata dete hai, is age me bhi itni memory. mai ye book jaroor padna chahunga. Thanks to lallantop also to bring notice of such a piece of work to us.
His excellent observation that we not only lack information about our constitution but also link the constitution with specific personalities, n therefore close our eyes ears to the fact that the constitution needs to be objectively re examined by experts n grow with the changed circumstances of the nation to be effective.really a learned
श्रद्धेय राय साहब को प्रणाम व सौरभ जी को साधुवाद। संविधान की जानकारी सभी शिक्षार्थीयों के लिए अनिवार्य होनी चाहिए। सभी जनप्रतिनिधियों के लिए विस्तृत कार्यशाला व प्रशिक्षण सह परीक्षा हो तभी विधायी कार्य दिये जाए ऐसा प्रावधान करें सरकार।
राय साहब और सौरभ जी आपके अद्वितीय संवाद के लिए नमन 🙏 आज हमारी नई पीढ़ी को बीमारू मानसिकता से बाहर निकल कर संविधान को वर्तमान संदर्भ में सम्यक रूप से संशोधित कर राष्ट्र को मजबूत बनाने के दृष्टिकोण की दृढ़ इच्छा शक्ति और समर्थन करना चाहिए 🙏
इस एपिसोड को देखकर सिर्फ इतना कहूगा सोरभ जी इन आदरणीय महोदय को बस सुनते जाओ खैर समय की भी एक सीमा है पर मन की नही ।आपका ये कार्यक्रम अद्भूत है ।कभी मोका मिलेगा तो साक्षात देखने की ऐच्छा है
1937 ya 1942 के चुनाव आम चुनाव नहीं थे । इसका मतलब ये हुआ के आम आदमी को वोट देने का अधिकार नहीं था अतः लाखों लोगों के वोट देने के तथ्य पर संशय होता है ।..
Best ever show I have seen in my life. When I was very young, I used to read his articles and column in newspapers. One of the finest journalist ram bahadur rai have a great knowledge of indian polity. Love for saurav bhai for bringing such person and book in kitwbwala.
I am really glad that you mentioned Narendra Singh Sarila....his book on partition of India is the best....content-wise even better than Freedom and Midnight.
Very much inspired by the writer. Being from a legal background, I am sure that this book is going to enhance one's understanding about the Indian constitution. Looking forward to meet sir in person sometime soon. Best wishes!
Shri Ram Bahadur Rai is a scholar with deep knowledge of our recent past. It is a pleasure to listen to him. It would be desirable to translate his book into English as well. Saurabh: You also have good knowledge of historical detaails. Seem to have taken JNU claasses rather seriously - instead politiking.
किताब अगर शोध संवत हो तो पाठक की रुचि बढ़ती हैं और वह कल्पनीय न होकर विश्वनीय हो जाती हैं किताबवाला के जनक सौरभ दिवेदी और उनकी पूरी टीम को बहुत बहुत धन्यवाद और आभार इस शो के लिए !
Bahut is sargarbhit charcha. Rai Sahab ko pranam. Ahimsa bhi bedi aur hathkadi ban gaye aisa hum sochte the...yahan spasht sun kar aah Nikal gayee. LT badhayee.
Love your show, it’s so detailed. Hardly get time to see long show but it’s always so interesting to see all your shows specially kitabwala and Netanagari
दोन महाभागोंको साधुवाद. संविधानमे संशोधन शोरके साथ नही लेकिन बहुतही तेजीके साथ चल रहा है. और उसका समुचा श्रेय २०१४ और २०१९ मे पुरे बहुमतवाली सरकारे स्थापित करनेवाले जनताका है.
Love your show... It would be great to see you discussing India that is bharat by j Sai Deepak could you please invite him for show some day discuss that...
May I request for this book to be translated in English as well as every main Bharatiya language. While I am a Hindi speaking citizen BUT my speed of reading Hindi is unfortunately 10% of English.
I salute the remarkable humble scholar ! His observation that we don't know our constitution is correct and always link it with specific personalities . It blinds us to the fact that the constitution needs to be objectively re viewed by learned scholars to tune it with changed time and needs of our nation keeping in mind the history of our constitution .I fully agree.Naman
Gawalia tank maidan from where Mahatma Gandhi called upon Quit India on 9 th August 1942, is now called August Kranti maidan & not Aazad maidan. Aazad maidan is at Chatrapati Shivaji Maharaj Terminal.
सौरभ जी,आपका किताब वाल कार्यक्रम देखकर,सुनकर अहसास हुआ कि आपका ज्ञान विस्तृत व गहन है। यदि संभव हो किताब वाला कार्य क्रम में एक प्रोफेसर अग्रवाल के साथ आपके द्वारा प्रौ• सहाब कि लिखित पुस्तक पर चर्चा कि थी। क्या उनका सम्पर्क सूत्र मिलना संभव है
स्कूल में टीचर : भागवत गीता क्या है ? उसका सार बताओ...! राजू : सर, श्रीमद भागवत गीता ज्यादा कुछ नहीं है. असल में उस द्वापर युग में भी अर्जुन... आज के सेक्युलरों की ही तरह पापियों के साथ भाई-चारा निभाने पर अड़ गए थे...! फिर, अर्जुन को इस तरह कंफ्यूज देखकर भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें समझाया कि..... अगर इस भाई-चारे के चक्कर में रहोगे तो धर्म के साथ-साथ अपने देश से भी हाथ धो बैठोगे...! इसीलिए, पापियों से भाई-चारा नहीं निभाने की नहीं.. बल्कि, निर्ममता से उनका दमन करने की जरूरत है. तभी, देश और धर्म को इन पापियों से बचाया जा सकेगा...!
Bhaiya ji, if possible do a kita wala with sagarika ghose on her new book on Atal ji . It would be great to hear the nuances of his complex personality especially u being the host
राम बहादुर राय साहब को सुनना बेहद ज्ञानवर्धक था! 'भारतीय संविधान-अनकही कहानी' भारतीय विभाजन की तमाम परतों को खोलता हुआ प्रतीत होता है और पठनीय पुस्तक है! जिन्हें एकेडमिक ज्ञान चाहिए उन्हें तो अवश्य पढ़ना चाहिए! बेनेगल नरसिम्हा राव जैसे विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति से आप रूबरू होंगे! देश विभाजन के गुनहगारों से आपका परिचय होगा! अंग्रेजों की धूर्तता से आप वाकिफ होंगे और साथ ही नेहरू की मूर्खता पर आप हंसेंगे! राम बहादुर राय साहब आपको सादर प्रणाम!🙏🙏🙏
B.N rao ke bare me ak video bna dijiye saurabh bhai apko instagram pr bhi kai bar msg kiye plz bna dijiye taki sanvidhan nirman me unke yogdan ko jana ja ske
देशप्रेम परक ऐसे तटस्थ और ईमानदार तथा विद्वान चिंतक को सुनने का अवसर कम ही मिल पाता है !! विडम्बना है कि अनेक ऐसे प्रयासों का परिणाम नहीं निकले !! जेपी नारायण जी को भी अनसुना किया गया !! चूंकि देश एवं समाज संविधान के ही अनुचर होते हैं , अतएव समीक्षा करना अनिवार्य है !! जिस रास्ते हम चल रहे हैं यह निश्चित रूप से अहितकर साबित हो चुका है !! बावजूद इन विकृतियों तथा विसंगतियों के साथ लोग बहते जा रहे हैं , क्योंकि नेतृत्त्व एवं मीडिया नई उत्तम वैकल्पिक व्यवस्था को चर्चाओं में आने ही नहीं दे रहे हैं !! अपनी स्वदेशी शासकीय मॉडल स्थापित हो इसके लिये ऐतिहासिक " वैचारिक क्रांति " को आगे ले चलने जैसी अन्य कोई भी तरीका कारगर नहीं हो सकता है !! सधन्यवाद , प्रवर्त्तक *((( भा0 विश्वगुरु मार्ग - Ipv )))* -- डी0 नारायण ,, 7979818385 ,, 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐