वाह भई वाह क्या कहने, नाटक बड़ा ही मस्त बनाया है। रजनी वगुंजन का रोल इतना मस्त है कि क्या कहूं। वैसे तो पहले रोल के मुताबिक बहुत ही ग़लत कर रही थी। क्यों कि, ठीक है,पहले उसने बजरंग से ठीक प्यार किया होगा। परन्तु बजरंग की शादी जबरदस्ती मां बाप द्वारा रजनी से किए जाने बाद उसकै द्वारा इतना दिवानापन करना समाज में अच्छा नहीं होता। परन्तु गुंजन ने बढ़ाई का काम किया कि,उसने अपने मां बाप की इज्जत का ख्याल करते हुए अपना गलत इरादा बदल दिया।व बजरंग को भी सही नसीहत दे डाली।एक बिखरते रिश्ते को आबाद कर दिया। बजरंग बली की यह प्रस्तुति की जितनी सराहना की जाये,कम है। सभी कलाकारों ने अपनी अपनी जगह बहुत ही मस्त रोल किया है। मैं सभी को हार्दिक बधाई ंधन्यावाद औआशीर्वाद देता हूं। राम सुखगुप्ता बवानीखेड़ा जिला भिवानी