"सा प्रथमा संस्कृति विश्वारा" हमसब विश्व की प्रथम संस्कृति के संवाहक है। हम वेद की संस्कृति को मिटने नहीं देंगे। आर्य बनेंगें,आर्य बनाएंगे। जय आर्यावर्त
जय आर्य जय आर्यावर्त सत्वाहार जहाँ वेद विचार | महिमा राष्ट्र का अपरंपार || वेद ज्ञान विज्ञान की खान | तभी तो था यह देश महान || वेद पढ़े सब बने विद्वान | तभी मिलेंगे पुनः सम्मान || हम सब मिलकर करें पुरुषार्थ | जीवन हम सबका हो धर्मार्थ || विद्वान का हम सब करें सम्मान | ना ही सहे उनका अपमान || जन-जन से हो राष्ट्र निर्माण | सतत देश हो आर्य निर्माण || आर्य नाम है श्रेष्ठ विचार | जीवन इनका वेदाधार || आर्य राष्ट्र की करें कल्पना | कल्पना पूरी होंगी कर्मणा || हे ईश्वर हम सबकी प्रार्थना | पूरी हो हम सब की कामना || चले सुकर्म सुपथ संसार | हो वसुधैव कुटुंब आधार || 🙏🙏नवीन झा ( वेद भूषण )🙏🙏 इंदर एंक्लेव किरारी दिल्ली