इस वीडियो में आप लोग जान पाएंगे कि-राजा ययाति का स्वर्ग से पतन क्यों हुआ। तथा इसके साथ ही आप लोग यह भी जान पाएंगे कि राजा ययाति के पुत्रों से उत्पन्न वंशों पर उनके गुणो का प्रभाव कितना रहा ।
Jai yadubansh jai yadav Jai madhav jai yadukul shiromani bhagwan duwarka dhish ki Jai radhe radhe Hare Krishna Hare hare dhanyawad aapka giyan Param satya hai sachche gyata ho
Jai Shree Krishna .....Shastro ke wastwik gyata ho aap chacha ji aap ko sadar pranam .. aap ka ye yadav samman chainal Sanatan Dharm k liye gyan ka tejomay Suryoday ke saman hai ...Jai shree Krishna...
जय श्री कृष्णा श्रीमान जी धन्यवाद आपके ज्ञान मैं चर्चा के लिए किंतु जिन निषादों को कौरव वंश में अहम भूमिका है उस निषाद वंश की उत्पत्ति यदु से छोटे भाई तू बसु का ही तो वंश है
यदुवंशी धर्मज्ञता, उज्जडता और निडरता के पर्याय है। वाह जी महाराज, आपने तो 3 तीन गुणों से विभूषित कर दिया। अपितु , निर्मल मन अहीर निज दास। नोई निवृत्ति पात्र विश्वासा।
naam se dekhiye karan soodra sh se sani dev lekin baan khaate huye bhi nhi hate lekin Surya putra the Kshatriya the aur ye unhe kunti ne bataya tha ye to huyi insaani pramaan fir Krishna ne bhi yahi bataya jo ke yaduvanshi bhi hain aur yahi kevat me h hame nishad raaj kaha gaya aur baad me ham tar gaye to har koyi hamare hath ka paani peeta h aur ham Kshatriya h jisne bhagwan ke pair dho ke piye Ho mtlb charan amrit to kya wo Kshatriya nhi hoga
Hahahaha सही बात है उज्जड़ता में यादव सच में बहुत आगे है,,, कब, किसको, क्या, क्यों बोल देंगे किसी को कुछ पता नहीं।😂😂😂 इस बात को तो अन्य जाति के लोग भी भली भांति जानते है!!!! हमें नहीं पता था कि बिल्कुल ऐसे ही हमारे पूर्वज भी थे,,,, वैसे ये भी अभिरान का ही गुण है!!!! जय हो जय हो जय हो।।।👍👍👍 🙏🙏🙏🙏
वास्तविकता को छिपाया नहीं जा सकता है क्योंकि जो वास्तविक है वही सत्य भी है। यादवों के बहुत से ऐसे गुण हैं जो परंपरागत रूप से आज भी प्रचलन में है, जो अन्य किसी में नहीं देखा जा सकता।
धृष्ट् रास्ट्र और पांडु का पिता वेद व्यास था ये गलत बताया आपने धृष्ट् रास्ट्र पांडु और विदुर तीनो उसी के पुत्र थे दो क्षत्रानी पुत्र और एक शुद्र पुत्र विदुर थे
धृतराष्ट्र और पाण्डु विचित्र वीर्य की विधवा द्वय अम्बिका और अम्बालिका के गर्भ से वेदव्यास के प्रताप से उत्पन्न हुएं थे। और विदुर दासी के गर्भ से पैदा हुए थे। प्रताप वेदव्यास की।
Vichitrveery bhi bina santan utpann kiye hi Mar gya tha tab satyvati ne apne vivaah se purv rishi se paida putr vedvyas se apni putr vadhuo ka sampark karakr dhritraashtr ko paida karvaya is tarah puru vansh toh vastav mei samapt ho gya aur vedvyas k vanshaj hai kaurav aur pandavo parantu rihi vedvyas ka vanshaj na mankar pandu aur dhritraashtr ko satyvati ki bhuo se utpann hone k kaaran inhe puru vansh kaha jata hai
यह कैसी काम बासना थी जो अपने तप और पैरस को दिया यह तो माया का खेल था या किसी के चरित्र का हनन करना या छूठी कहानी है लेखन करने वाले बेदब्यास ने भी अम्मा अम्बिका को निगास से भोग किया है पान्डु अन्धे राज पैदा हुऐ वह भी दारा पुत्र पैदा है
Please pin it. m.facebook.com/story.php?story_fbid=406061177334265&id=100037911592034 अम्बेडकर व फुले के 3000 साल से शोषित वर्ग, अंग्रेज लेखक को दिखे ही नहीं।