आप की वाणी और कथ्य दोनों ही सदैव से उत्तम रहे हैं। आप परिश्रम से वीडियो तैयार करते हैं।असहमति का तो सवाल ही नहीं होता। रही बात टिप्पणी करने की तो दर्शन ,आध्यात्म के विषय में मेरी जानकारी अत्यल्प है और यही कारण है कि मैं टिप्पणी नहीं कर पाता लेकिन सुनता जरूर हूँ।लोगों की प्रतिक्रियाएं खासतौर से त्रिपाठी सर जी की ,भी पढ़ता हूँ।❤❤