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judge ने मां बाप की सेवा न करने पर बहु को लगाई लताड़ | The court scolded the daughter-in-law  

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बेटे के मरने के बाद बहू ने किया मकान पर कब्जा तो जज ने पत्नी की लगाई क्लास। #live
Madhya pradesh Highcourt
#education #livestreame
After the death of the son, did the daughter-in-law send her old parents on rent? To know this, watch this video, the judge said, serve your old parents, you will get everything, the daughter-in-law alleges along with me, the father-in-law has not given me anything from the property, everything will go to his daughters after the death of my husband. My father-in-law has built houses with me for his daughters and my house is dilapidated, watch this full video to know what the court said next.
Courtesy: MP Highcourt/youtube
watch full video: mp high court
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कानून सबके लिए है ,सबके लिए -एक है.
कानून के लिए जागरूक बने,नागरिक अपने हक को जाने,
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देश के आखिरी कोने तक ,हर नागरिक तक
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29 сен 2024

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Комментарии : 3,8 тыс.   
@BhaskarBorse-d8m
@BhaskarBorse-d8m 6 месяцев назад
ऐसा न्यायाधीश हर कोर्ट में होना चाहिए कोटी कोटी नमन
@jivanchalke1460
@jivanchalke1460 3 месяца назад
❤❤❤
@hariompandey8341
@hariompandey8341 3 месяца назад
❤❤❤❤❤❤
@lalityadav5276
@lalityadav5276 2 месяца назад
kisi ko koi bhi pareshan nhi karega agar aise judge Ho
@MatangPatel-wp2oi
@MatangPatel-wp2oi 2 месяца назад
Dusra vakeel toh free mae jeet gya
@LuciferDevill
@LuciferDevill 2 месяца назад
​@@MatangPatel-wp2oi bhai isliye jeet gya ladki ka vakeel bhi janta h ladki galat kr rhi h 😂
@MsSudershan
@MsSudershan 10 месяцев назад
सास ससुर की सेवा नहीं करके अलग रहना है, फिर उनसे ही सब कुछ लेना है। कमाल है।
@preetijoshi3046
@preetijoshi3046 10 месяцев назад
To yar betiyon ko b to sewa krni chahie agr unhone parents se makaan bnwaya h ya parents ne apni icchha se b bnaya h tb b,I m not agree with judge arguiment
@pankajjeena6462
@pankajjeena6462 10 месяцев назад
​@@preetijoshi3046saas sasur ko khana bna ke Dena nhi akela rhna h vo aurat apne bacche ko dekh rhi h vo maa baap ne bhi kamaya apne bache ko to denge sab me baat de kya
@MsSudershan
@MsSudershan 10 месяцев назад
@@preetijoshi3046 ससुर से भी हिस्सा, पति से भी हिस्सा, मां बाप से भी हिस्सा, भाई से भी हिस्सा, बेटे से भी हिस्सा...भारत में औरत कुछ काम ना करके हिस्सा लेने वाली ही बन रही हैं। विदेशों में एक उम्र के बाद खुद कमाओ खुद खाओ का सिस्टम है। नॉर्थ ईस्ट में भी शादी के बाद खुद ही देखना पड़ता है। वोट बैंक के चक्कर में भारत में अधिकारों के नाम पर अराजकता फैल रखी है।
@anjitapandey3513
@anjitapandey3513 10 месяцев назад
Its because law is biased based on caste, gender and religon.
@anjitapandey3513
@anjitapandey3513 10 месяцев назад
एक लड़की कुछ भी आरोप लगा दे तो सब उसके साथ हो जाते हैं
@tarikamram7899
@tarikamram7899 3 месяца назад
न्याय धिस महोदय को कोटि कोटि नमन आखीर एसे में वकील बुढ़े मां बाप के बारे मे नही सोचकर अपनी फिस के लिए वकील गलत का साथ दे रहे है
@कैलाशपांचालपांचालपरिवार
ऐसे न्यायधीश महोदय को नमन करता हूं ये ज्ञानी पुरुष पढ़ें लिखे विद्वान मेहनत करके नोकरी कर रहे धन्यवाद सर जी
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@raghunandanmahto7543
@raghunandanmahto7543 10 месяцев назад
इनसे अच्छा न्यायधीश नहीं कोई होगा ना था कितना समझा रहे हैं सर धन्यवाद सर
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@PankajThapar
@PankajThapar 4 месяца назад
The way judge said ki dadagiri se thodi na milega seva karne se milega mind blowing
@shakeelPatel-g8z
@shakeelPatel-g8z 7 месяцев назад
सर आपके फेसले को दिल से सलाम हमारे देश में हर कोर्ट में ऐसे न्यायाधीश होना चाहिए बहुत खुबसूरत सोच और बहीत ही प्यारा न्याय
@ramanujsharma8124
@ramanujsharma8124 9 месяцев назад
माननीय जज साहब को धन्यवाद। ऐसे जज हों तो शान्ति समाज में मौजूद रहेगी।
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@Ameliatherobloxfairy
@Ameliatherobloxfairy 2 месяца назад
आज की बहू सास ससुर को तो परिवार का सदस्य मानती ही नहीं । सिर्फ़ उन्हीं की अर्जित सम्पति पर अधिकार चाहती है वो भी सास ससुर के जीते हुए ताकि उन्हें धक्के देकर बाहर करे । वाह री कलयूगी बहू। जज साहब ईश्वर का स्वरूप नज़र आ रहे हैं - कोटि कोटि नमन
@krishanchandar5237
@krishanchandar5237 10 месяцев назад
मैं जज साहब को दिल से सैलुट करता हूँ जज साहब जिसका एक बेटा हो वो गुजर जाए तो बहु सब कुछ बेच कर भाग जाती है ये बेटेकीबहुअअगर सास ससुर की सेवा करे तो सब कुछ ईसी का है आजकल की बहु सास ससुर कोहि घर , से निकल देती है ये बहु अपने सास ससुर की सेवा कर अचछे से रह सब कुछ तुमहारा ही है
@GajendraSingh-jk7jz
@GajendraSingh-jk7jz 10 месяцев назад
जज साहब का गज़ब का फैसला अगर सभी जज साहब ऐसे हों तो दिक्कत कहां है लेकिन दिक्कत वहां है जब जज साहब पैसों के लिए इमान इमानदारी वफादारी कानून सब बिक जाता है
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@Lakshyam9
@Lakshyam9 Месяц назад
Such a benevolent judge 😊 Could understand the father's and mother's pain and also gave the widow what could be given by law.
@kuldeepverma2618
@kuldeepverma2618 10 месяцев назад
🎉 ऐसे न्यायाधीश दुनिया में बहुत होने चाहिए
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@Deepoficial8
@Deepoficial8 5 месяцев назад
🤔🤔🙏🙏जज साहब महान हैं सभी के हितों का ख्याल रखा
@paawanindolia
@paawanindolia 3 месяца назад
मेरा कोर्ट से विनती h कि जो बेटा बहू उनकी अंतिम सांस तक सेवा न करें उनकी देखभाल न करें तो उनको हिस्सेदारी न मिले तभी समाज सुधरेगा 🙏🙏
@arpit7533
@arpit7533 4 месяца назад
Never thought we have this kind of judge in India.
@narayandattpokhariya5180
@narayandattpokhariya5180 4 месяца назад
इसी लिए जज साहब भगवान के रूप मैं इंसान है थैंक्यू यू जज साहब ma bap se bhi achchha samjha sir thank sir
@AjayYadav-kh4tz
@AjayYadav-kh4tz 17 дней назад
बहुत सुंदर विचार हैं जज साहब के
@ratanlalmehta8806
@ratanlalmehta8806 17 дней назад
betiya hi jhgde krvati hai sas or bahu ke bich😢😢😢😢😢
@deepak72506
@deepak72506 10 месяцев назад
सास ससुर की सेवा करती और प्रेम से रहती तो सब कुछ इसी को तो मिलता..
@reshamtyagi6437
@reshamtyagi6437 10 месяцев назад
Tum ye kaise kh sakte ho ki usne rhna na chaha ho ..jb tk dono side na suno kuch nhi kh sakte
@deepak72506
@deepak72506 10 месяцев назад
@@reshamtyagi6437 सभी कुछ बेटे का ही तो अपने आप हों जाता है.. नाम पे पहले करने की क्या जरूरत पड़ी पहले.. अगर बेटी सेवा करेगी तो उसी को भी पूरी जायजाद दे सकते हैं माँ बाप..
@jaysinghjohri9221
@jaysinghjohri9221 9 месяцев назад
Ye haramjadi hai
@TheDeadDonDie
@TheDeadDonDie 9 месяцев назад
​@@reshamtyagi6437uski marzi jo marzi bole. Tum Kaun ho rokne waale
@avthegamer8736
@avthegamer8736 9 месяцев назад
​@@reshamtyagi6437ek aurat to aurat ka hi saath degi
@yamanjain
@yamanjain 10 месяцев назад
What a great judge. Understanding the delicateness and being so polite !!!
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@deepnarayangautam2586
@deepnarayangautam2586 9 месяцев назад
जैसा नाम वैसा गुण, माननीय न्यायमूर्ति श्री द्वारिकाधीश बंसल साहब।
@UtkarshSharma-s9b
@UtkarshSharma-s9b Месяц назад
जाट साहब कोटि कोटि नमस्कार कोठीकोटी जिओ
@sumitbhati3343
@sumitbhati3343 6 месяцев назад
Mene bhout judge ka video dekhi h online Par bhai ye Best judge tha ab tak Kya smjhaya h dono ko Kya decision liya h Best bhai Judge shaab Best ek dum Dusra wakeel bss jhuuti ummed ko lekar case ko khichra hai
@ErSKGupta-ez2yv
@ErSKGupta-ez2yv 10 месяцев назад
Nice Judgement, Very good suggestion by Honble Judge.
@SunilMeena-iz5ru
@SunilMeena-iz5ru Месяц назад
Best judges really I solut you sir Jai Hind
@prashantrajpryagraj
@prashantrajpryagraj 10 месяцев назад
पति ने बनाया है अपनी कमाई से तो मां बाप ने अपनी कमाई से पढ़ाया लिखाया भी तो
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@rashmibhatt3738
@rashmibhatt3738 Месяц назад
To kya emi vasul rahe hai . Padaya likahaya hai to. Shadi nahi karne chahie aise logo ko. Brahmachari raho
@rashmibhatt3738
@rashmibhatt3738 Месяц назад
Pati ki sampati pe patni and baccho ka haq pehle hai. Pati jab budhaa hoga to kon dekhe ga.. Socha hai. Budape me patni hi hoti hai sathi .
@rashmibhatt3738
@rashmibhatt3738 Месяц назад
@@CISFFOUJIS mere parents ke 2 daughter hai koi beta nahi hai... Vo kaise rehte hai. . Haa . Me to sasural hu. Mere papa mummy ke pass sanjevani booti thodi hai.. Jaise wo rehte hai waise hi rahungi
@rashmibhatt3738
@rashmibhatt3738 Месяц назад
@@CISFFOUJIS ladki ke parents foladi jigar ke hote hai.. Pata hai budape me koi nahi hoga phir bhi palte hai. Me bhi unki beti hu. Himmat unse hi mili hai
@smitagawade8980
@smitagawade8980 Месяц назад
Aapane sahi faisala liya hai.bhagwan aapala bhala kare judge saheb.
@Kisanagrofarm1m
@Kisanagrofarm1m 4 месяца назад
ऐसे ही जजों की आवश्यकता है आज । आपको बहुत बहुत धन्यवाद जज साहब ।
@jeetjenishdanidhariya378
@jeetjenishdanidhariya378 Месяц назад
Salute to judge sir for fare decision...
@saudagarsabale2989
@saudagarsabale2989 11 дней назад
Judge sahab great, क्या बात कही.बुढे मा बाप की सेवा.करणी नही चाहती.सब कूच फ्री मे चाहिए.
@NSinghVlogs
@NSinghVlogs 10 месяцев назад
Wonderful Sir, A big salute to you Sir. A perfect decision..... 🙏🙏🙏🙏🙏
@ध्यानसाधनासिद्धि
कितना शांत होकर समझाया जज ने 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@nanaksingh8862
@nanaksingh8862 Месяц назад
Very very nice jaj Sahab ji
@मिस्टरकेशवराजपूत
न्यायधीश बाद पहले ये भी किसी के बेटे है gjbb फैसला ,,😊
@dngamers3071
@dngamers3071 4 месяца назад
अधिकार चाइए जिमेदारी नही निभानी हैं, अधिकार भी वो जो उस का है ही नही,
@sandeepgupta7655
@sandeepgupta7655 2 месяца назад
Great Decision,😊 Great Justice Sir !
@allaboutsqldata4810
@allaboutsqldata4810 10 месяцев назад
Highly appreciate decision from Judge from both side
@GreenLifeNursery
@GreenLifeNursery 4 месяца назад
Golden words said by Judge Saab "Jis din tanav khatam ho jayega sub theak hoga" May God bless you Judge Saab.
@rishabhsingh378
@rishabhsingh378 2 месяца назад
ये न्यायाधीश साहब बहुत ही अच्छे है 🙏🙏
@babulhussain1108
@babulhussain1108 Месяц назад
हर कोर्ट में श्रीमान महोदय जैसा निरपक्ष फैसला होना चाहिए❤
@syedali6122
@syedali6122 Месяц назад
Judge was spot on with the discussion and decision. Hats of. But yahan pe har kisiko ek jimaivari banti hai ke court kachairi na jake ghar ka mamla ghar main hi suljhale. Jiska beta nahi jiska pati nahi subko ek dusrai ka shara banna chahiye naki ek dusrai ke dushman paise hi sub kuch nahi hain pyaar mohabbat se bhi jo jita jasakta ek dusrai ka dil. 😢
@AZK214
@AZK214 2 месяца назад
Judge like this... Salute you Sir. If all case judge like this, no case remain and remain under trial
@birjusingh9165
@birjusingh9165 Месяц назад
Veri Good ji Thanks Jajh Shab ji Bhut Acha kiya ji.❤🙏🙏🚩🇮🇳
@anilganguly6363
@anilganguly6363 4 месяца назад
🙏Justice Bansal. Really amazing your verdict & croosing. A 💯 lesson should learn lesson by those Useless spouces, who treat/ill behave to Old Superiors'
@amitthapliyal9787
@amitthapliyal9787 10 месяцев назад
Bas aise time mai wome ki self respect pata ni kaha chali jati hai jab free ka khane ka time ata hai....baki time self respect chillati rahegi
@rishikandwal1761
@rishikandwal1761 4 месяца назад
ऐसे व्यावहारिक न्यायाधीश कम ही देखने को मिलते है। न्यायाधीश महोदय ने दोनों पार्टी के हितों को देखा है। समाज को ऐसे महानुभावों की अति आवशयकता है।
@aqeelansari1007
@aqeelansari1007 Месяц назад
जज साहब बहुत ही सुंदर फैसला ❤
@Ipl666opi
@Ipl666opi 3 месяца назад
न्यायशीष महोदय आपको सेल्यूट ।
@vinaynagaichvinnu8173
@vinaynagaichvinnu8173 13 дней назад
ये बात सही है सास ससुर की सेवा नही करेंगी लेकिन हिस्सा और जमीन पूरी चाइये खैर न्याय अच्छा किया
@AJEETKUMAR-ew7hh
@AJEETKUMAR-ew7hh 2 месяца назад
जब महिला 50% आरक्षण ले रही है और पत्नी पति में हिस्सा ले रही है तो पति पत्नी में हिस्सा क्यों नहीं लगा, एक कानून को तोड़कर नया कानून बनना चाहिए
@geetanjalidas542
@geetanjalidas542 10 месяцев назад
Good honorable judge
@himanshuagarwal7547
@himanshuagarwal7547 13 дней назад
Very good 💯 Sewa karni nahi saas sasur ki property sab chye .
@Amitk311
@Amitk311 4 месяца назад
मां के लिए vote करे 1. दबाकर और बहु के लिए vote करे 2. दबाकर
@saritaanand9221
@saritaanand9221 2 месяца назад
Salute judge sir ji🙏
@SubhashChandraParida
@SubhashChandraParida 4 месяца назад
Thank judge sahib. I am proud of my country's judiciary. May God bless my Bharat Jai hind.
@deepnarayanrajak7604
@deepnarayanrajak7604 3 месяца назад
ऐसे जज साहब को कोटि कोटि प्रणाम।
@saenchai5071
@saenchai5071 10 месяцев назад
Many cases will not go to court if the cultural values has easy to live with tolerance in moral relationships.
@SaNaTaNiHaQsE
@SaNaTaNiHaQsE 4 месяца назад
Great judgement Plus jab unhone boli petrol laga ke ag laga di Kya bolre ho ? Didi jala to honga kuch to honga Uor inko shayad petrol uor ag se kya hota h nei pata
@VijayKumar-zp1qn
@VijayKumar-zp1qn 13 дней назад
Awesome judgment sir each and every words is so meaningful
@bobichauhan3556
@bobichauhan3556 Месяц назад
अगर ऐसे न्यायधीश हो तो न्याय फास्ट होगा
@jasbirkaurjassi
@jasbirkaurjassi 4 месяца назад
Very good judgement. Sir I salute you
@GurvinderKaur-su1jh
@GurvinderKaur-su1jh 2 месяца назад
Jaj Sahab bhut kr diya app ne app ko Bhagwan Lambi kre
@jeevankumar1609
@jeevankumar1609 Месяц назад
Very unbiased judge🎉
@rajukushwaha0143
@rajukushwaha0143 Месяц назад
Thank you so much Sir 💐💐
@mrigankkumar4442
@mrigankkumar4442 2 месяца назад
प्रेम से सब साथ रहें मकान नहीं देना चाहते हैं तो नहीं दे सकते कोई जबरदस्ती थोड़ी ना है
@SiddharthSinghvlogs415
@SiddharthSinghvlogs415 3 месяца назад
अगर मैं judge बन गया m ऐसी महिलाओ मैं सही करूंगा कानून के मुताबिक,,कहते हैं ना principal से ज्यादा प्यारा intrest होता हैं दादा और दादी को कहीं ना कहीं इनकी बहु ही अपने घर वालों की वजहों से इतना कुछ हो रहा, नहीं মা बाप अपनी औलाद से उनके बच्चों को चाहती हैं
@mukeshchouhan2029
@mukeshchouhan2029 11 дней назад
Heartily Thanks For Shriman Your Owner Bahu Lalchi He
@virenderkundu8518
@virenderkundu8518 Месяц назад
Court mein Puri bahas Hindi mein honi chahie taki sabhi logon Ko samajh mein a sake baki juj Sahab ne badhiya faisla Diya
@rajsingh-kf2ms
@rajsingh-kf2ms 26 дней назад
बेटा गया और अब अपने पोते के लिए भी ये औरत मोहताज कर देगी, केस के लिए धक्के खा सकती है, विधवा ननद को कुछ न चला जाए घर से, भगवान बचा के रख हमको तो इस मार से🙏
@nareshsingal9598
@nareshsingal9598 Месяц назад
Bhut acha fehsla aajkal bhu sas sasur par bhut anachar karti h
@heenakumari5169
@heenakumari5169 2 месяца назад
मायके के बाद सास ससुर के ही चरणो मे संपति है
@BandanaPandey-pk3cs
@BandanaPandey-pk3cs 2 месяца назад
बहुत अच्छा किया जज साहब आपने
@rajsinghsonurajput8650
@rajsinghsonurajput8650 2 месяца назад
Jaj sahab kya khub jawab diye shankar dikhta hai aapke me
@rajumohani9870
@rajumohani9870 3 месяца назад
समझदार बहु होती तो सब कुछ पूरी पार्टी मिलज्जती
@maheshsingh-ez4ci
@maheshsingh-ez4ci 15 дней назад
माननीय जज साहब का निर्णय काबिले तारीफ
@KISHANMITAN824
@KISHANMITAN824 5 месяцев назад
मजिस्ट्रेट महोदय जी सुन्दर डिसीजन सुनाया है भगवान आपको लंबी उम्र दे धन्यवाद सर ।
@Rameshyadav-qy4nd
@Rameshyadav-qy4nd 3 месяца назад
आपको भी 🙏
@krishantanwer5709
@krishantanwer5709 3 месяца назад
Ye magistrate nahi bhai vo MP High Court ke judge hai
@rakeshsharma-se1cg
@rakeshsharma-se1cg 3 месяца назад
ऐसा न्यायाधीश हर कोर्ट में होना चाहिए कोटी कोटी नमन
@myinspirationmovies1670
@myinspirationmovies1670 9 месяцев назад
पहले बार मैंने कोई पुरी जजमेंट सनी है बहुत अच्छा लगा जज साहब आपने बहुत अच्छी बात करी
@pathanqh239
@pathanqh239 6 месяцев назад
Right kha
@wildyato3737
@wildyato3737 Месяц назад
🎉
@sealion70
@sealion70 10 месяцев назад
ऐसे judge's भारत में हैं क्या... वाह salute from Indian army
@sabihasiddiqui7374
@sabihasiddiqui7374 9 месяцев назад
Great judgement bhai
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@anshrajsinghjhala4982
@anshrajsinghjhala4982 8 месяцев назад
​@@sabihasiddiqui7374😂😂 han
@upresins
@upresins 6 месяцев назад
Sir, bahut saare hain. Bahut saare.
@oceanapps3994
@oceanapps3994 5 месяцев назад
ये न्यायालय को यूट्यूब पे दिखाना एक सराहनीय कदम है। इस से आम लोगो में न्यायालय और कानून के प्रति जागृत्तता बढ़ेगी और जो लोगो के मन में न्यायव्यवस्था के प्रति गलत धारणाए खत्म होंगी 🙏✅
@phirasti
@phirasti 8 месяцев назад
किसी ने यह देखा क्या अंत में पोता दादी के पैर छू कर आशीर्वाद ले रहा हे. दिल को छू गया.
@pikuset9177
@pikuset9177 7 месяцев назад
ji mene dekha , judg sahab yahi baat bole h ki dono k bich ka gussa khatam ho jayega to dono sath me beth k khana khayenge 😊
@Crazyanythig
@Crazyanythig 6 месяцев назад
Kyaa bhai bahut dhyan sa dakh rhe the
@anikeshyadav5406
@anikeshyadav5406 6 месяцев назад
Belkul Maine bhee puri vedio ko Dyan se dekha or suna nati ne last time me apni dadi Ke pair chuye or dadi ne aashirbad bhee diya apne nati ko
@FraudBugDetector
@FraudBugDetector 5 месяцев назад
Nautanki executed by that lady to impress judge. Old parents should not fall to such gimmicks.
@kinnugujjar9370
@kinnugujjar9370 5 месяцев назад
नाती। नानी के होते पोता पोती दादी के​@@anikeshyadav5406
@renubhendwal5220
@renubhendwal5220 4 месяца назад
पता नहीं कहाँ होते हैं ऐसे जज, दिल्ली में जज इतने दयालु नहीं होते हैं
@mairoshanhu
@mairoshanhu 25 дней назад
Judge sahab is great.❤
@alltheopinions
@alltheopinions 10 месяцев назад
ऐसा कोई कानून नही है की पती के मरने के बाद आप सास ससुर को बरबाद कर सकते है. Epic dialogue.
@amazingdude9042
@amazingdude9042 10 месяцев назад
There is also no law which forces her to serve her ln laws. She can leave them and take everything which her husband owns. Law is that she can't get anything which has other co partner.
@ganpatsinghrathore7723
@ganpatsinghrathore7723 10 месяцев назад
​@@amazingdude9042no she gets 50% of the property of her husband if parents of the husband want part of property because parents also have rights over their sons property so if parents want property of their son and wife claiming it because that property belongs to her husband both parties will get 50% right over that property
@ankittripathi908
@ankittripathi908 9 месяцев назад
​@@amazingdude9042as per recent judgement of supreme court for parents from 2020 If parent transfer property to son and son don't care of his parent then judgement say by legal action all property can be taken back to parents. If father has Will to transfer property as per his wish he can do now . Now it is not necessary to divide 50-50 Note---- As you said she can take anything just try in court and see the outcome... in laws have moral right not enforceable right.... So your thinking is stinking from old laws but just read few recent Supreme court decision then no other decision will matter ..
@Rp0308
@Rp0308 9 месяцев назад
Aaj ke time me to log aatmhatya ki dhamki dekar saas sasur se sb le le rhe hai
@VinodGupta-rm4wr
@VinodGupta-rm4wr 9 месяцев назад
@bkya1135
@bkya1135 10 месяцев назад
ऐसा न्यायाधीश हर कोर्ट में होना चाहिए हर जिला में होना चाहिए जज साहब को कोटि कोटि सादर प्रणाम
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@kanhaiyasingh4551
@kanhaiyasingh4551 3 месяца назад
मै न्यायधीश महोदय को ह्रदय से धन्यवाद 🙏 सास ससुर का सेवा करे नहीं तो अपना जीवन यापन खुद करें
@prashantsahay500
@prashantsahay500 8 месяцев назад
ये जज बहुत ज्ञानी पुरुष हैं। इनसे गलत फैसले होने की संभावनाएँ कहीं कम हैं
@gauraveshwar
@gauraveshwar 4 месяца назад
Wife should throw kids out and start her new journey
@VikasSayni
@VikasSayni 3 месяца назад
Judge sir ne Bahut hi acha werdic diya
@MoneyMuscleMastery38
@MoneyMuscleMastery38 3 месяца назад
Why,???​@@gauraveshwar
@emperorlaw8013
@emperorlaw8013 2 месяца назад
Sahi bat bhai hame bhi yahi lage hai ghar gha rke kisse kahani dekh kar judge shab ko pram gyan ki prapti ho chuki hai
@shubhambaba5818
@shubhambaba5818 18 дней назад
प्रणाम है ऐसे जज को ।
@tiloksoni4679
@tiloksoni4679 2 месяца назад
जज साहब के आगे पुरा मामला किलीयर है,,कानुनन बहु अपने पति के नाम की संपति अकेले नही रख सकती,,अगर मां ने मांग की तो मकान के दो हिस्से होंगे,आधा पत्नी के नाम और आधा मां के नाम,,ईस मामले मे बहू को मामला बाहर निपटा देना चाहीये,थोङा झुककर,,नही तो कानुनन फोल्ट ही होगी,,जज साब को नमन है,,सर ऐसे वीडीयो से समाज मे बहोत अच्छा संदेस जाता है,,और ऐसे वीडीयो देखकर लोग कोर्ट के बाहर ही आपस मे निपटारा कर लेते है,,क्योकी वीडीयो देखकर जजमेंट किलीयर समझ मे आ जाता है लोगो के,,धन्यवाद जज साब का ,जिन्होने फैसले आनलाईन कर दिये,,🙏🙏🙏
@bablujain7524
@bablujain7524 Месяц назад
भाईसाब पर लड़के के लड़को का दादा जी की संपत्ति पूरा हक बनता है आज अगर इन्हें घर मिलता है तो कल बच्चे बड़े होकर दादाजी को संपति अपना हक ले सकते है
@bablujain7524
@bablujain7524 Месяц назад
और आज के कानून हिसाब से पित्रक संपति बच्चो का पूरा है है
@avnishshahi9761
@avnishshahi9761 Месяц назад
@@bablujain7524 Nahin hai agar wo hereditary property nahin hain. Aur dusra dada ko poora haq hai ki woh saari property beech kar paisa kisi ko bhi dede ya poora kharch kar de.
@sm_lupus
@sm_lupus Месяц назад
​@@bablujain7524 dada dadi ke marne k baad milegi bhai
@ShashigulatiGulati
@ShashigulatiGulati 28 дней назад
Bahoot badia
@yetandjtendukona3335
@yetandjtendukona3335 9 месяцев назад
ऐसे ही अनपढ़ वकील के कारण बूढ़े मां बाप को दुःख हो रहा है,,, जज साहब आपको कोटि कोटि प्रणाम 😢🙏🙏🙏🙏
@uttamx2016
@uttamx2016 9 месяцев назад
kuch pattah nahi es lawyer ko
@sujk671
@sujk671 9 месяцев назад
Gadha hai ye lawyer
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@SangramSinghChaudhary
@SangramSinghChaudhary 9 месяцев назад
Wah judge Sahab aap ko koti koti Naman ❤❤❤
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@DAANISH_KHAN_
@DAANISH_KHAN_ 9 месяцев назад
बहु को सिर्फ़ अधिकार है क़ानून में, लेकिन ज़िम्मेदारी कुछ नहीं । कलियुग बहु, सास की सेवा नहीं करनी, लेकिन संपत्ति चाहिए ।
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@saketkumar8112
@saketkumar8112 9 месяцев назад
किसी लड़की को विवाह करके अपने घर मे लाने के बाद सास-ससुर का भी यह कर्तव्य बनता है कि वो अपनी विधवा बहु का ख्याल/पालन-पोषण अपनी बेटी की तरह करें। ये न हो कि अगर बेटा मर जाये तो सारी संपत्ति अपनी बेटियों को देना चालू कर देवे...
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
@@saketkumar8112 bahu bhi ye na kare ki pati ke Marne ke bad ma bap ke Ghar se unko hi bhaga de, or unse mar pit kare
@namitsati5091
@namitsati5091 9 месяцев назад
abe tu bhi us aurat ki tarah kah raha hai wo de to rahe hain ek makan par bahu to buddhe ki se paise ki bhi manga kar rahi hai@@saketkumar8112
@presidentsharma
@presidentsharma 10 месяцев назад
The judge is so polite and always tries to settle the matter.
@onlynationalist
@onlynationalist 10 месяцев назад
Jab Saas Sasur pe Beta (Pati of Bahu) ke zindaa rehtey bhi bahu+bachcho ko paalney ka koi majboori (kaanooni farz) nahi hai, to Saas Sasur pe Beta (pati of bahu) ke marney ke baad bahu bachcho kaa kharchaa uthaanaa kaun se Kanoon se farz (legally binding) ho jaataa hai? Yahaa to Bahu kaa galat logic hai ki Saas Sasur pati ke marney ke baad bachcho ko paalney kaa kharchaa nahi detey! Kyu de, Zabardasti? Ho saktaa hai, Saas Sasur ke paas aukaat (financial capacity) nahi hai, yaa deney ka man nahi hai. Bahu bachcho kaa kharchaa Saas Saasur uthaaye, aisaa kuchh legally binding nahi hotaa hai. Baaki sab aapas ki understanding hai, kaun kiskaa khayaal rakhnaa chahtaa hai. Daada+daadi ko pota+poti ka sahaaraa chaahiye aur pota+poti ko daada+daadi ka love and care chaahiye! Baaki ladki ke maaykey waaley uski help kar saktey hain, yaa unhoney ladki ko bihaaney (marriage) ke baad paraayaa kar diyaa hai?? 🤔🇮🇳
@presidentsharma
@presidentsharma 10 месяцев назад
@@onlynationalist bhai uske liye aapko Hindu law padhna hoga. Hindu adoption and maintenance act me section 19 se 24 Tak inhi sabhi chizo ke baare me likha hai. Wahi aapke doubts clear honge.
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@madhuvangoswamigoswami
@madhuvangoswamigoswami 5 месяцев назад
बेटा एक ही‌ था वो भी मर गया मकान भी चाहिए और मेंटनेंस भी चाहिए और बुड़े मां-बाप की सेवा भी नहीं करना
@RekhaSharma-eg6cb
@RekhaSharma-eg6cb 4 месяца назад
बहु को सब कुछ चाहिए मगर बहु ये नहीं बोल रही की साथ रह कर सेवा भी करेगी क्योंकि जब बहु मेंटीनेंस की अधिकारी हे तो वृद्ध सास ससुर भी सेवा देखभाल के अधिकारी हे
@jyotirmayeemeher4103
@jyotirmayeemeher4103 3 месяца назад
Lekin unke juban pe tala kese Lagaya jaye jo bolte hai bete ko kha gayi. Mere ek bua hai unke sath yesa hi hota hai Pati 17 18 saal mar jaye toh bhi ladki zimmedar ha??tese sas sasur ki seva chodo khana dene layak nehi
@Premjain-ys8hq
@Premjain-ys8hq 2 месяца назад
Puri duniya y bolti h saas galat h uska ky. Hmesha sasural Wale galat h y bolte h duniya wale. Uska ky. ""Hr ladki ki saas khrab h. But uski real maa shi h. " ​ Apni soch change kro ladiyo. Shrm kro. Tumri real maa bi kisi ki saas h @@jyotirmayeemeher4103
@RahulSharma-hi8ed
@RahulSharma-hi8ed Месяц назад
​@@jyotirmayeemeher4103 mai nai tau sab apne maa bap ka naam kar diya agar aaj mar jao ek chawanni na du apne wife ko ..... Ye dekh kar laga mai sahi hu
@BakSur-mg6us
@BakSur-mg6us Месяц назад
Mai to apni maa baap ke liye apni kamini bibi ko chhod diya.
@jyotirmayeemeher4103
@jyotirmayeemeher4103 Месяц назад
@@BakSur-mg6us Budhape mae samajh ayega aur tu pachtayega.(Wife ka agar kisi dusre mard ke sath galat rista nehi hai phir chodna bebkufi hai) Baki chote mote jhagde har ghar me hota hai.Tumhe yeh bhi dekhna tha Tumhare pith piche wife ke sath maabaap kese baat karte hai. Jo Maa baap bohu bete ka ghar tod de woh kabhi ache ho hi nehi sakte Dusri wife sirf paise ke liye ati hai.warna koi ladki Shadishuda admi ke sath koi kyon shadi karna chahegi.
@narenderratusaria1175
@narenderratusaria1175 10 месяцев назад
कितना प्यार से समझा रहें है जज साहब। इस प्रकार का तरीका सब को अपनाना चाहिए। साधुवाद।
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@huwaibat5962
@huwaibat5962 9 месяцев назад
रोना तो इस बात का सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ता है सारे मां बाप बेचारे जिंदा भी नही रह पाते 😢
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@IamSoangelic
@IamSoangelic 6 месяцев назад
Ye MP high court hai 😂😂
@bhaskarmishra6765
@bhaskarmishra6765 6 месяцев назад
सही कहा भाई😢
@SasukeUchihaa06
@SasukeUchihaa06 6 месяцев назад
But bro uska pati mar gya aur uske maa baap ne apni sampati apni beti ko de diya aur jaha ye rah rahi to vo bhi pahle adha de rhe the isko aur tumhe kya lagta hai unlogo ne dahej nhi liya hoga bhai dono pahlu se socho
@muk9862
@muk9862 5 месяцев назад
Property k matter me maa baap aur aulad k jivit rahte batwara ho jana chahiye bhale control baad me mile .....warna baad k jhagada khandan barbad kar deta hai
@snsas
@snsas 10 месяцев назад
इनसे अच्छा न्यायाधीश जीवन में नहीं देखा. नहीं सुना. Great judge ❤
@newonetruth7263
@newonetruth7263 10 месяцев назад
Judge h ya PAGAL
@snsas
@snsas 10 месяцев назад
​@@newonetruth7263 judge him when u r perfect. 450 men ar liking. Some other may be biased.
@Jebumiavlog
@Jebumiavlog 10 месяцев назад
Judge sahab kh rhe h mahine k kuch de Dena jbki vo pensioner h mahila se ye to khte ki kaam kro. Gjb h
@Hkgh5432
@Hkgh5432 10 месяцев назад
​@@newonetruth7263dharti ka bojh kuch bhi bhok rahe ho
@sumitdogra577
@sumitdogra577 10 месяцев назад
Lagta hai daily court mai jata hai judge ko sunne
@girjakaul
@girjakaul 7 месяцев назад
आज कल की बहूएं सांस सुसर को सड़क पर रहने की पुरी कोशिश करती है , सरकार को सख्त कानून लगाना चाहिए इन बहूं पर,
@prabheshkumar9401
@prabheshkumar9401 9 месяцев назад
बहुत ही बारीकी से आपने दोनों पक्षों को सुनने तथा सुनाने का काम किया, इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई माननीय न्यायधीश महोदय जी।
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@saketbongale312
@saketbongale312 10 месяцев назад
Greedy lawyers catching greedy clients and harrassing senior citizens and wasting years and putting strain on judiciary. A very good judge, we need more such sensible judges who also act as counsilors.
@aaku-gt1it
@aaku-gt1it 9 месяцев назад
yahi to game hai Sara wakil chahate hi nahi case jaldi khatam ho
@Sanchitanag-k8e
@Sanchitanag-k8e 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 50,000 (50 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 55,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@varshaamarvansi8647
@varshaamarvansi8647 9 месяцев назад
26 दिसंबर 2023 को अंतिम आदेश पारित किया गया कि बूढ़े दादा को 5000/- प्रति माह का भुगतान करना होगा और शेष 25,000 (25 हजार) रुपये उन्हें 20 दिसंबर को अपनी बहू को देना होगा।दरअसल, बहू ने अपने ससुर के घर से अपना मालिकाना हक हटाने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते अब बुजुर्ग लोगों को अपने किराए के मकान में रहना होगा वृद्ध लोग पहले से ही कई वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे क्योंकि वे दोनों प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं अब उनके पास अपने खर्च के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है उन्हें 30,000/- रुपये और भरण-पोषण के लिए 5000/- रुपये प्रति माह जमा करने होंगे। निचली अदालत द्वारा यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि वे राशि नहीं देंगे तो बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह सचमुच एक तरफा फैसला है. वृद्धजनों के अधिकारों का हनन होता है।
@wannabedatanerd
@wannabedatanerd 9 месяцев назад
Ladki ka waqil kitna lalchi hain, usne hi bola hoga ladki ko ki tumhe to main sab kuch dilwa dunga.
@MithunKumar-cb5qm
@MithunKumar-cb5qm 3 месяца назад
सीधी बात है भाई खराब औरत को गंदगी फैलाने का छूट हमारा कानून ही देता है। कानून मे अत्यंत ही बदलाव की अवश्यकता है।
@bindubiswas3298
@bindubiswas3298 10 месяцев назад
Sabse best line boli judge sahab ne "Jabardasti kuch nai milta pyar se seva se sab mil jata hai "
@susyvarghese8436
@susyvarghese8436 10 месяцев назад
🙏
@rameshchandra8569
@rameshchandra8569 10 месяцев назад
Agar kisi ki bahu ko property bhi chahiye aur saas sasur ki help bhi nahi karni aur unse kharcha bhi chahiye to aisi bahu ki help Kaun karna chahega Agar bahu ka vyavhaar thik nahi to kyaa karenge
@Craftime2016
@Craftime2016 10 месяцев назад
Bhaiya bahu aur saas ka chakar nahi hai Putri prem adhik hai edhar Ye dono dampati ko samaj me nahi aa raha ki potta potti bhi inhi ka hai Aur ye judge sahab beaten achhi karte hai ek sabhya aur samzdar lagte hai lekin dudgement sahi nahi laga Bujurg ki beti vidhwa hai to uske paresani dik rahi hai Bahu bidhwa ho gayi uski bhi shadi kara do agar itne acche ho
@bindubiswas3298
@bindubiswas3298 10 месяцев назад
@@Craftime2016 To Bahu ko agar saas sasur se chahiye to unke sath jakar reh kar unki seva kare. Pota poti bhi budhe maa baap ke hai to pota poti sath me rahe. Aur ye maa baap agar apni vidhva beti ko kar rahe hai to dikkat kya hai Bahu ke maa baap bhi honge wo bhi kar sakte hai bahu ke liye.
@AM-nx2iw
@AM-nx2iw 10 месяцев назад
​@@bindubiswas3298vidhawa beti apne sasural se bhi le skti hain or is baat ki bhi koi guarantee nhi Hain ki ye seva karwa kar hi Bahu ke naam krwa denge property I have seen this a lot in Indian society ki in-laws sewa to chahte Hain but izzat Dena nhi Bahu ko majority cases mein agar property bachcho mein equally divide ki Hain to responsibility bhi unki equally hogi sabhi bachchon par ye to nhi ho skta ki seva ek kre free mein meva dusra khae
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